भारतीय सेना ने कुपवाड़ा में ऑपरेशन पिंपल के तहत घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करते हुए दो आतंकवादियों को मार गिराया।
कुपवाड़ा में सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन पिंपल के तहत दो संदिग्ध आतंकवादियों को मार गिराया
भारतीय सेना ने जम्मू और कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के केरन सेक्टर में एक कूटनीतिक असली जानकारी के आधार पर ऑपरेशन पिंपल नामक एक संयुक्त अभियान चलाकर आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया। इस अभियान में दो आतंकवादियों को भेद दिया गया।
सेना के व्हाइट चिनार कोरप्स ने जानकारी दी कि 7 नवंबर 2025 को मिली विशेष खुफिया सूचना के आधार पर केरन क्षेत्र में संदिग्ध गतिविधि को टुकड़ियों ने देखा। घुसपैठकारियों को चुनौती दी गई, जिनके द्वारा गोलीबारी शुरू की गई। जवाबी कार्रवाई में दोनों आतंकवादी मारे गए।
सेना और पुलिस ने क्षेत्र की तलाशी जारी रखी है ताकि अन्य किसी घुसपैठ की संभावना को समाप्त किया जा सके। यह ऑपरेशन पिछले कुछ दिनों में जम्मू-कश्मीर में बढ़ते आतंकवादी गतिविधियों के बीच समय पर हुआ।
इससे पहले 5 नवंबर को किष्टवाड़ जिले के छत्रू इलाके में भी एक भयंकर मुठभेड़ हुई थी, जिसमें भारतीय सेना के व्हाइट नाइट कोर्प्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकवादियों के साथ झड़प की।
सेना ने इस क्षेत्र में लगातार आतंकवादियों के खिलाफ़ सघन अभियान तेज कर दिया है, विशेषकर नियंत्रण रेखा के साथ और घाटी के ऊपरी इलाकों में।
FAQs:
- ऑपरेशन पिंपल कब और कहाँ हुआ?
- 7 नवंबर 2025 को कुपवाड़ा जिले के केरन सेक्टर में।
- इस ऑपरेशन में कितने आतंकवादी मारे गए?
- दो आतंकवादी।
- ऑपरेशन चलाने का कारण क्या था?
- नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ की खुफिया सूचना पर।
- क्या इससे पहले भी इसी क्षेत्र में मुठभेड़ हुई है?
- हां, 5 नवंबर को किष्टवाड़ के छत्रू इलाके में।
- भारतीय सैन्य बल इस क्षेत्र में क्या कर रहे हैं?
- नियंत्रण रेखा के पास और घाटी के ऊपरी इलाकों में आतंकवाद विरोधी अभियान चला रहे हैं।
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