राज्यसभा नामित सांसद और इंफोसिस फाउंडेशन की संस्थापक सुधा मूर्ति ने 19 दिसंबर 2025 को वायरल डीपफेक वीडियो पर प्रतिक्रिया दी। वीडियो में वे हाई-रिटर्न निवेश का प्रचार करती दिखाई देती हैं, जिसमें रजिस्ट्रेशन लिंक पर क्लिक करने को कहा जाता है जो फर्जी वेबसाइट पर ले जाता है। मूर्ति ने स्पष्ट कहा, “मैं कभी पैसे नहीं मांगती या निवेश की सलाह नहीं देती। केवल नारायण मूर्ति को 10,000 रुपये दिए हैं।”
सुधा मूर्ति ने कहा- कभी निवेश की बात नहीं करती, फर्जी वीडियो से बचें! AI स्कैम का नया चेहरा
मुख्य तथ्य
- वायरल वीडियो में Sudha मूर्ती दावा करती दिख रही हैं कि निवेशक 10 लाख रुपये मासिक कमा रहे हैं और रजिस्ट्रेशन लिंक पर क्लिक करने को कह रही हैं, जो फर्जी वेबसाइट पर ले जाता है।
- मूर्ती ने साफ कहा, “मैं कभी पैसे नहीं मांगती या निवेश की सलाह नहीं देती। नारायण मूर्ती को 10,000 रुपये दिए थे, बस।” यह उनका पुराना स्टैंड है।
- उन्होंने PTI से कहा, AI और चालाक दिमाग के पीछे का यह फर्जीवा है; बैंक या विश्वसनीय स्रोत से वेरीफाई करें।
विस्तृत घटना
राज्यसभा नामित सांसद और इंफोसिस फाउंडेशन की संस्थापक Sudha मूर्ती ने 19 दिसंबर 2025 को लोगों को चेतावनी दी। कर्नाटक पोर्टफोलियो ट्विटर पर वायरल वीडियो में वे कह रही हैं, “नए क्लाइंट्स की भरमार से रजिस्ट्रेशन बंद करना पड़ रहा है, आज ही लिंक से जॉइन करें।” लेकिन मूर्ती ने CNN-News18 को बताया कि यह पूरी तरह फर्जी है।
यह वीडियो पर्सनल जानकारी चुराने के लिए डिजाइन किया गया है। मूर्ती ने जोर देकर कहा कि वे कभी निवेश प्रमोट नहीं करतीं।
5 FAQs
- सुधा मूर्ति का फर्जी वीडियो क्या दिखाता है?
उनकी आवाज और चेहरे से 20-30 गुना रिटर्न का निवेश प्रचार, रजिस्ट्रेशन लिंक पर डेटा चोरी। - सुधा मूर्ति ने क्या सलाह दी?
कभी विश्वास न करें, अगर मेरा चेहरा या आवाज निवेश प्रचार करे। केवल दान देती हूं, निवेश नहीं। - यह स्कैम कैसे काम करता है?
डीपफेक AI से वीडियो बनाकर लिंक पर पर्सनल जानकारी चुराई जाती है, फर्जी साइट्स से। - सुधा मूर्ति का निवेश से संबंध?
कोई नहीं। इंफोसिस फाउंडेशन चेयरपर्सन, केवल सामाजिक कार्य। पति नारायण मूर्ति को 10,000 दिए। - ऐसे स्कैम से कैसे बचें?
वेरिफाई करें बैंक/ट्रस्टेड सोर्स से, अनजान लिंक न क्लिक करें, AI डीपफेक पहचानें।
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