ऑस्ट्रेलिया के बोंडी बीच पर हनुका उत्सव के दौरान 15 लोगों की हत्या करने वाले साजिद अकरम हैदराबाद के हैं। परिवार ने बताया- ईसाई महिला से शादी के बाद 25 साल से रिश्ते तोड़ दिए थे। पूरी कहानी जानें।
बोंडी बीच गोलीकांड: हैदराबाद के साजिद का परिवार क्यों बोला- ईसाई शादी के बाद रिश्ते तोड़ दिए?
बोंडी बीच गोलीकांड: हैदराबाद के साजिद अकरम का परिवार क्यों बोला- रिश्ते 25 साल पहले टूट चुके
ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में बोंडी बीच पर रविवार को जो खौफनाक घटना हुई, वो पूरी दुनिया को हिला देने वाली है। हनुका त्योहार मना रहे यहूदियों के जमावड़े पर अंधाधुंध गोलीबारी हुई, जिसमें 15 मासूम लोग मारे गए। हमलावर पिता-पुत्र की जोड़ी थी- साजिद अकरम और उनका बेटा नवीद अकरम। साजिद को पुलिस ने मौके पर मार गिराया, जबकि नवीद घायल होकर अस्पताल में है। ये ऑस्ट्रेलिया का पिछले 30 सालों का सबसे बड़ा आतंकी हमला बताया जा रहा है।
ऑस्ट्रेलियाई पुलिस ने इसे आतंकवादी घटना घोषित कर दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ये इस्लामिक स्टेट की विचारधारा से प्रेरित लगता है। हमलावरों की गाड़ी में आईएसआईएस का झंडा मिला। साजिद के पास छह लाइसेंसी हथियार थे, वो शूटिंग क्लब का मेंबर था। घटना स्थल पर दो बम भी मिले, जो निष्क्रिय कर दिए गए। 40 से ज्यादा लोग घायल हुए, जिनमें दो पुलिसवाले और एक बच्चा शामिल है। मरने वालों में 10 साल की लड़की, 87 साल के होलोकॉस्ट सर्वाइवर बूढ़ा और दो रब्बी हैं।
साजिद अकरम का कनेक्शन भारत से है। वो मूल रूप से हैदराबाद का रहने वाला है, पुराने शहर इलाके से। तेलंगाना पुलिस ने पुष्टि की कि साजिद ने हैदराबाद से बीकॉम किया और 1998 में नौकरी की तलाश में ऑस्ट्रेलिया चला गया। वहां उसने यूरोपीय मूल की ईसाई महिला वेनरा ग्रोसो से शादी कर ली। उनके दो बच्चे हुए- नवीद और एक बेटी, दोनों ऑस्ट्रेलियाई नागरिक। लेकिन साजिद का अपने हैदराबाद परिवार से संपर्क बहुत कम था। वो तीन बार ही भारत आया- आखिरी बार 2022 में। पिता की मौत 2009 में हुई तो भी नहीं लौटा।
परिवार ने साफ कहा- साजिद से रिश्ते सालों पहले टूट चुके। द न्यूज मिनट और द प्रिंट को दिए बयान में साजिद के भाई ने बताया कि ऑस्ट्रेलिया जाने के बाद साजिद ने ईसाई महिला से शादी की, जिसके बाद परिवार ने सारे रिश्ते तोड़ दिए। 25 साल से कोई बातचीत नहीं। भाई बोले, ‘साजिद को अपनी मां की परवाह तक नहीं थी। वो बूढ़ी मां बीमार हुईं तो भी उसने हाल न पूछा।’ परिवार ने जोर देकर कहा कि उनके कोई दोष नहीं, उन्हें साजिद या नवीद के कृत्यों की कोई जानकारी नहीं। प्रॉपर्टी विवाद भी कारण बना।
बोंडी बीच की ये घटना क्यों इतनी सनसनीखेज बनी? सबसे पहले तो जगह- बोंडी बीच सिडनी का मशहूर पर्यटन स्थल है। वहां हनुका के पहले दिन 1000 से ज्यादा लोग जमा थे। चंदे जल रहे थे, परिवार खुशियां मना रहे थे। अचानक दो आदमी गोली चलाने लगे। वीडियो में लोग भागते दिखे, एक फल विक्रेता अहमद अल अहमद ने बहादुरी से एक हमलावर को रोका। डैशकैम फुटेज में कपल ने हमलावर को टैकल किया। पुलिस ने तुरंत पहुंचकर हालात संभाले। न्यू साउथ वेल्स के प्रीमियर क्रिस मिन्स ने कहा, परिवारों पर हमला हुआ।
हमले की जांच में नया मोड़ आया। साजिद और नवीद नवंबर 2025 में फिलीपींस गए थे। साजिद इंडियन पासपोर्ट पर, नवीद ऑस्ट्रेलियन डॉक्यूमेंट्स पर। फिलीपींस इमिग्रेशन ने कन्फर्म किया। पुलिस फिलीपींस ट्रिप की जांच कर रही है। क्या वहां रैडिकलाइजेशन हुआ? साजिद ऑस्ट्रेलिया में बसा था, लेकिन पासपोर्ट इंडियन रखा। तेलंगाना पुलिस बोली, रैडिकलाइजेशन में भारत या लोकल प्रभाव नहीं दिखा। साजिद के भाईयों से पूछताछ होगी।
भारतीय कनेक्शन पर नजर। साजिद हैदराबाद से था, लेकिन परिवार अलग-थलग। भाई बोले, साजिद सऊदी से लौटे पिता के फ्लैट पर रहा, फिर स्टूडेंट वीजा पर गया। प्रॉपर्टी पर झगड़ा हुआ। 2017 में पिता की मौत पर नहीं आया। मां की बीमारी पर चुप्पी। परिवार ने कहा, हमारा कोई लेना-देना नहीं। ये खबर हैदराबाद में भी सनसनी बनी। सोशल मीडिया पर वायरल।
ऐसी घटनाओं का बैकग्राउंड समझना जरूरी। रैडिकलाइजेशन कैसे होता है? साजिद नॉर्मल लाइफ जी रहा था- शादी, बच्चे, गन क्लब। फिर अचानक ISIS इंस्पायर्ड। फिलीपींस ट्रिप संदिग्ध। परिवार टूटन से लोग कट जाते हैं, गलत रास्ते पर चले जाते हैं। भारत में भी प्रवासी परिवारों की कहानियां ऐसी ही। लेकिन ज्यादातर अच्छे बने रहते। ये केस चेतावनी है।
घटना के बाद सिडनी में सिक्योरिटी टाइट। बोंडी बीच बंद। पीड़ित परिवारों के लिए फंड। प्रार्थना सभाएं। क्या ये सिलसिला रुकेगा? आतंकवाद की जड़ें गहरी। परिवारों को जोड़ना जरूरी, वरना ऐसे त्रासदियां होती रहेंगी।
साजिद अकरम का सफर: समयरेखा
- 1970s: हैदराबाद में जन्म, पुराना शहर।
- 1990s: बीकॉम पूरा किया।
- नवंबर 1998: ऑस्ट्रेलिया प्रवास, नौकरी तलाश।
- 2000s: ईसाई महिला वेनरा से शादी, दो बच्चे। परिवार से रिश्ते टूटे।
- 2009: पिता की मौत, भारत नहीं लौटा।
- 2015-2025: छह लाइसेंसी हथियार, शूटिंग क्लब मेंबर।
- नवंबर 2025: नवीद संग फिलीपींस ट्रिप।
- 14 दिसंबर 2025: बोंडी बीच हमला, मौत।
बोंडी बीच हमले के प्रमुख आंकड़े
| विवरण | संख्या |
|---|---|
| मारे गए | 15 (सहित एक हमलावर) |
| घायल | 40+ (6 क्रिटिकल) |
| हमलावर | साजिद (मृत), नवीद (घायल, गिरफ्तार) |
| हथियार | 6 लाइसेंसी |
| बम मिले | 2 (निष्क्रिय) |
| विक्टिम उम्र | 10 से 87 साल |
5 अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
- साजिद अकरम हैदराबाद का ही रहने वाला था?
हां, वो पुराने हैदराबाद शहर का था। बीकॉम करने के बाद 1998 में ऑस्ट्रेलिया गया। परिवार अभी भी वहां है। - परिवार ने साजिद से रिश्ते क्यों तोड़े?
ईसाई महिला से शादी के बाद। 25 साल से कोई संपर्क नहीं। मां की बीमारी पर भी उदासीन रहा। - बोंडी बीच हमले में कितने मरे?
15 लोग, सहित साजिद। 40 घायल। विक्टिम्स में बच्चा और बुजुर्ग शामिल। - हमला ISIS से प्रेरित था?
हां, पुलिस को ISIS झंडा और विचारधारा के सबूत मिले। फिलीपींस ट्रिप जांच में। - नवीद अकरम की क्या हालत?
वो घायल है, अस्पताल में। गिरफ्तार, जांच जारी। ऑस्ट्रेलियन नागरिक।
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