तालिबान ने पाकिस्तान सेना को ‘ग़ुलाम, नमक हराम, दलाल’ कहते हुए नया गाना जारी किया, जिसमें उनकी नाराजगी और आरोप व्यक्त किए गए हैं।
तालिबान ने पाकिस्तानी सेना को कटघरे में खड़ा किया, गाने में लगाए गंभीर आरोप
तालिबान ने हाल ही में एक नया गीत जारी किया है जिसमें उन्होंने पाकिस्तानी सेना को ‘ग़ुलाम’, ‘नमक हराम’ और ‘दलाल’ करार देते हुए कड़ी आलोचना की है। यह गीत पाकिस्तान और तालिबान के बीच बढ़ते तनावों और असंतोष को जाहिर करता है।
गीत में तालिबान के प्रकाशकों ने पाकिस्तानी सेना पर गंभीर आरोप लगाए हैं कि वह तालिबान को नियंत्रण में रखने के बजाय अपने राजनीतिक और आर्थिक हितों के लिए काम कर रही है। इस गीत में पाकिस्तान की सेना को देश और तालिबान दोनों के खिलाफ काम करने वाला बताया गया है।
इस गीत के जरिए तालिबान ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए पाकिस्तान के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया है, जो दोनों पक्षों के बीच संबंधों में तनाव बढ़ाने वाला है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से साझा किया गया है और विवादास्पद भी रहा है।
विश्लेषकों का कहना है कि यह गाना पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय छवि पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है, क्योंकि तालिबान के आरोप पाकिस्तान की सैन्य नीति और मानवाधिकारों का सवाल उठाते हैं।
तालिबान की इस कार्रवाई को कई मीडिया houses में एक प्रकार की ‘प्रचार रणनीति’ और अपनी सशक्त उपस्थिति दिखाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।
FAQs
- तालिबान ने किसके खिलाफ नया गाना जारी किया?
उन्होंने पाकिस्तानी सेना के खिलाफ नया गाना जारी किया। - इस गाने में पाकिस्तान सेना को कैसे बताया गया?
‘ग़ुलाम’, ‘नमक हराम’ और ‘दलाल’ के रूप में। - यह गीत कब जारी हुआ?
हाल ही में जारी किया गया है। - इस गीत का उद्देश्य क्या है?
तालिबान की नाराजगी जताना और अपने विरोध का प्रचार करना। - गीत का पाकिस्तान-तालिबान संबंधों पर क्या प्रभाव पड़ सकता है?
यह दोनों के बीच बढ़ते तनाव को और बढ़ावा देगा।
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