तालिबान ने अमेरिका से काबुल दूतावास खोलने का आग्रह किया है और दोनों देशों के बीच व्यापारिक एवं राजनयिक संबंधों को मजबूत करने की चाह जताई है।
काबुल में दूतावास खोलने के लिए तालिबान ने अमेरिका से की अपील, रिश्तों में सुधार के संकेत
तालिबान का अमेरिका से दूतावास खोलने का आग्रह
तालिबान ने अमेरिका से काबुल में अपने दूतावास को पुनः खोलने और दोनों देशों के बीच कूटनीतिक और व्यापारिक संबंध बढ़ाने की अपील की है। ज़बिहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि अमेरिका से संपर्क राजनयिक और व्यापारिक दोनों चैनलों से होना चाहिए।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के बयान पर प्रतिक्रिया
तालिबान ने बाग्राम एयरबेस पर अमेरिकी राष्ट्रपति के हालिया टिप्पणियों का जवाब देते हुए कहा कि अमेरिका को बाग्राम के बजाय काबुल में अपनी दूतावास को सक्रिय करना चाहिए ताकि दोनों देशों के बीच उचित और वैध संबंध बन सकें।
भारत की काबुल तकनीकी मिशन की स्थिति में बदलाव
इसी बीच, भारत ने काबुल में अपनी तकनीकी मिशन को दूतावास का दर्जा देते हुए द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने का संकेत दिया है। यह निर्णय भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर द्वारा अफगान विदेश मंत्री मावलवी आमिर खान मुटकी के साथ बैठक के बाद लिया गया।
अफगान तालिबान और अमेरिकी सहयोग के रास्ते
तालिबान सरकार ने आतंकवाद विरोधी संघर्ष में कुछ सहयोग का संकेत दिया है। अमेरिकी तरफ से अभी भी अफगानिस्तान में नई नीतियों पर बहस जारी है और निकट भविष्य में नई रणनीतियों की घोषणा संभव है।
FAQs
- तालिबान ने अमेरिका से क्या मांगा है?
काबुल में अमेरिकी दूतावास खोलने और द्विपक्षीय संबंध मजबूत करने की मांग। - अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प ने क्या कहा था?
उन्होंने बाग्राम एयरबेस के मुद्दे पर टिप्पणी की थी, जिस पर तालिबान ने दूतावास खोलने का सुझाव दिया। - भारत ने काबुल में क्या किया?
अपनी तकनीकी मिशन को दूतावास का दर्जा दिया। - अफगानिस्तान और अमेरिका के बीच सहयोग का क्या हाल है?
आतंकवाद विरोधी सहयोग के कुछ संकेत हैं, पर नीतिगत असमंजस जारी है। - तालिबान के कौन से नेता ने यह बयान दिया?
ज़बिहुल्ला मुजाहिद।
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