अफगान तालिबान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी ने भारत का पहला दौरा शुरू किया है, जिसमें राजनीतिक, आर्थिक और व्यापारिक मुद्दों पर चर्चा होगी।
अफगान तालिबान के विदेश मंत्री Amir Khan Muttaqi पहली बार भारत दौरे पर
अफगान तालिबान के विदेश मंत्री Amir Khan Muttaqi भारत पहुंचे, पहले औपचारिक दौरे पर राजनयिक और आर्थिक रिश्तों पर बात
अफगान तालिबान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी ने 8 अक्टूबर को भारत के लिए पहला आधिकारिक दौरा शुरू कर दिया है। यह दौरा 2021 में तालिबान के सत्ता में आने के बाद उनका भारत का पहला फॉर्मल दौरा है, जो दोनों देशों के बीच रिश्तों को सुधारने और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने की कोशिश मानी जा रही है।
- भारत और तालिबान के बीच राजनीतिक, आर्थिक और व्यापारिक मुद्दों पर चर्चा।
- स्वास्थ्य क्षेत्र, सुखा मेवा (ड्राई फ्रूट) निर्यात और कंसुलर सर्विसेज़ जैसे क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा।
- संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अस्थायी यात्रा प्रतिबंध की छूट के बाद यह यात्रा संभव हुई।
- तालिबान की अंतरराष्ट्रीय मान्यता के प्रयासों में नया अध्याय।
- भारत ने 2021 में अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में अपना एंबेसी बंद कर दिया था, लेकिन बाद में व्यापार, चिकित्सा सहायता और मानवीय मदद के लिए एक छोटा मिशन खोल दिया।
- नई दिल्ली तालिबान सरकार को आधिकारिक रूप से मान्यता नहीं देती, लेकिन बातचीत और संपर्क में नरमी आई है।
FAQs
- अमीर खान मुत्ताकी भारत कब आए?
8 अक्टूबर 2025। - इस दौरे का मुख्य उद्देश्य क्या है?
राजनयिक, आर्थिक और व्यापारिक सहयोग को बढ़ावा देना। - भारत ने तालिबान सरकार को मान्यता दी है?
नहीं, अभी कोई आधिकारिक मान्यता नहीं है। - किन मुद्दों पर चर्चा होगी?
स्वास्थ्य, ड्राई फ्रूट निर्यात, कंसुलर सर्विसेज आदि। - क्या यह यात्रा संयुक्त राष्ट्र की मंजूरी से हुई?
हाँ, सुरक्षा परिषद की यात्रा प्रतिबंध में अस्थायी छूट मिली। - भारत-तालिबान रिश्तों का वर्तमान हाल क्या है?
वार्तालाप और संपर्क में नरमी आई है, लेकिन मान्यता नहीं मिली।
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