टाटा डीएवी स्कूल सिजुआ में लगी ‘पुलिस की पाठशाला’, छात्रों को साइबर सुरक्षा से लेकर पॉक्सो कानून तक दी गई महत्वपूर्ण जानकारी
SSP के निर्देश पर चल रहे जागरूकता अभियान के तहत डीएसपी नौशाद आलम ने छात्रों को बनाया सजग व सतर्क
धनबाद । वरीय पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार के निर्देश पर जिले में चल रहे जागरूकता अभियान को आगे बढ़ाते हुए शुक्रवार को टाटा डीएवी स्कूल सिजुआ में ‘पुलिस की पाठशाला’ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का नेतृत्व डीएसपी विधि-व्यवस्था नौशाद आलम ने किया, उन्होंने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। विद्यालय परिसर में सुबह से ही उत्साह और जिज्ञासा का माहौल दिखाई दे रहा था।
कार्यक्रम में मौजूद सैकड़ों छात्र-छात्राओं को डीएसपी और पुलिस टीम ने आधुनिक दौर में बढ़ते साइबर अपराधों से सावधान रहने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स और ऑनलाइन गेम्स के माध्यम से ठगी व शोषण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, इसलिए बच्चों को अपनी निजी जानकारी किसी अनजान व्यक्ति के साथ साझा न करने की सख्त हिदायत दी गई। साइबर क्राइम के मामलों में तुरंत 1930 हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत करने की जानकारी भी दी गई।
इसके साथ ही सड़क सुरक्षा को लेकर छात्रों को जागरूक किया गया। डीएसपी ने कहा कि अक्सर सड़क दुर्घटनाएं लापरवाही और नियमों का पालन न करने के कारण होती हैं। छात्रों से अपील की गई कि परिजनों व पड़ोसियों को हेलमेट, सीटबेल्ट के अनिवार्य उपयोग की जानकारी देते हुए जागरूक करें और नाबालिगों द्वारा वाहन नहीं चलाने की सख्त सलाह भी दी गई। सड़क पार करने के सही तरीके और मोबाइल फोन का उपयोग करते हुए सड़क पर चलने के खतरे भी विस्तार से समझाए गए।
कार्यक्रम में NDPS एक्ट को भी प्रमुखता से शामिल किया गया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नशा न सिर्फ व्यक्ति के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि उसका भविष्य भी बर्बाद कर देता है। छात्रों को नशे से दूर रहने और अपने साथी छात्रों को भी इससे बचाने की सलाह दी गई।
पॉक्सो एक्ट के तहत बच्चों को ‘गुड टच और बैड टच’ की जानकारी दी गई। अधिकारियों ने कहा कि यदि किसी भी प्रकार का शोषण या गलत व्यवहार महसूस हो, तो बच्चे तुरंत माता-पिता, शिक्षक या डायल 112 पर पुलिस से संपर्क करें। घटना को छुपाने से अपराधियों का हौसला बढ़ता है, इसलिए ऐसी घटनाओं पर त्वरित शिकायत बेहद जरूरी है। इस दौरान बाल तस्करी और उससे जुड़े खतरों पर भी विस्तार से जानकारी साझा की गई।
कार्यक्रम के दौरान बच्चे लगातार सवाल पूछते रहे और पुलिस अधिकारियों ने उनका विस्तृत उत्तर दिया। छात्रों में साइबर सुरक्षा और पॉक्सो कानून को लेकर खास रुचि देखने को मिली। बच्चों ने सुरक्षा नियमों के पालन का संकल्प भी लिया।
इस मौके पर जोगता थाना प्रभारी पवन कुमार, टाटा डीएवी स्कूल सिजुआ की प्राचार्या चन्द्राणी बनर्जी, शिक्षक-शिक्षिकाएँ और सैकड़ों छात्र-छात्राएँ उपस्थित थे।
स्कूल प्रबंधन ने पुलिस विभाग द्वारा संचालित इस जागरूकता अभियान की सराहना की और कहा कि ऐसे कार्यक्रम बच्चों में आत्मविश्वास और सतर्कता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
एसएसपी के निर्देश पर जारी धनबाद पुलिस का अभियान पुलिस की पाठशाला समाज में सुरक्षा, कानून की समझ और जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक प्रभावी कदम साबित हो रहा है।
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