दिल्ली के IGI एयरपोर्ट पर मैलवेयर हमले से एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम प्रभावित, 100 से ज्यादा उड़ानों में देरी।
दिल्ली हवाई अड्डे पर तकनीकी गड़बड़ी, फ्लाइट्स में देरी और समस्या का संभावित कारण मैलवेयर
दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) पर शुक्रवार सुबह एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम में तकनीकी खराबी के कारण 100 से अधिक उड़ानें देरी का सामना कर रही हैं। यह खराबी संभवतः एक मैलवेयर हमले के कारण हुई है, जैसा कि न्यूज18 की रिपोर्ट में बताया गया है।
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) के अनुसार, इंदिरा गांधी हवाई अड्डे की उड़ान संचालन प्रणाली में ऑटोमैटिक मैसेज स्विचिंग सिस्टम (AMSS) में तकनीकी समस्या आई है, जो एयर ट्रैफिक कंट्रोल का समर्थन करती है। इस वजह से कंट्रोलर मैन्युअली फ्लाइट प्लानों को प्रोसेस कर रहे हैं, जिससे देरी हो रही है।
देश का सबसे व्यस्त हवाई अड्डा होने के नाते IGIA रोजाना 1,500 से अधिक उड़ानों को हैंडल करता है। तकनीकी समस्या के कारण एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स शाम से स्वचालित फ्लाइट प्लान प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं।
हवाई अड्डा प्राधिकरण ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे अपनी उड़ानों की स्थिति लगातार जांचते रहें। उन्होंने एक आधिकारिक बयान में कहा कि टीम तकनीकी समस्या को जल्द से जल्द ठीक करने के लिए सभी संबंधित पक्षों के साथ सक्रिय रूप से काम कर रही है।
कई एयरलाइंस ने भी उड़ानों में देरी के कारण यात्रियों को सतर्क रहने की सलाह दी है। स्पाइसजेट ने यात्रियों को अपनी वेबसाइट पर जाकर उड़ान स्थिति जांचने के लिए कहा है। एयर इंडिया ने भी ट्वीट करके इस अप्रत्याशित तकनीकी समस्या के कारण हुई असुविधा के लिए खेद प्रकट किया और यात्रियों का धैर्य मांगते हुए, ऑन-ग्राउंड और केबिन स्टाफ की तत्काल सहायता की जानकारी दी।
एनएआई की समस्या के कारण IGI एयरपोर्ट के टर्मिनल 3 के बाहर यात्रियों की लंबी कतारें देखी गईं।
तकनीकी समस्या दूर होने तक हवाई अड्डे और एयरलाइंस मिलकर यात्रियों के लिए सुविधाओं को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
FAQs:
- दिल्ली के IGI एयरपोर्ट पर तकनीकी समस्या कब शुरू हुई?
- यह समस्या गुरुवार शाम से बताई जा रही है।
- तकनीकी समस्या का कारण क्या माना जा रहा है?
- एक मैलवेयर हमला संभावित कारण है।
- कितनी उड़ानें प्रभावित हुईं?
- 100 से अधिक उड़ानों में देरी हुई।
- यात्रियों को क्या सलाह दी गई है?
- अपनी उड़ान स्थिति लगातार जांचते रहना और एयरलाइन से संपर्क बनाए रखना।
- एयरलाइंस ने यात्रियों की मदद के लिए क्या कदम उठाए हैं?
- ऑन-ग्राउंड और केबिन स्टाफ द्वारा सहायता प्रदान की जा रही है।
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