Home धर्म Tirumala Tirupati का रहस्य:Venkateswara के साथ कौन–कौन देवता?पहले वाराह स्वामी दर्शन क्यों अनिवार्य?
धर्म

Tirumala Tirupati का रहस्य:Venkateswara के साथ कौन–कौन देवता?पहले वाराह स्वामी दर्शन क्यों अनिवार्य?

Share
Tirumala Tirupati
Share

Tirumala Tirupati में भगवान Venkateswara के साथ विराजमान देवता: वाराह स्वामी (पहला दर्शन), पद्मावती देवी (अंतिम), बेदी अंजनेया, अलारमेलु मंगाई, गरुड़, चक्र तालवार। दर्शन क्रम, पुराण कथाएं, लाभ। स्वामी पुष्करिणी से तिरुचानुर तक पूरी गाइड।

Tirumala Tirupati:Venkateswara के साथ विराजमान अन्य महत्वपूर्ण देवता

भारत के सबसे प्रसिद्ध तीर्थस्थलों में श्री वेंकटेश्वर मंदिर तिरुमाला पर स्थित है, जहां भगवान विष्णु के वेंकटेश्वर रूप की पूजा होती है। लेकिन तिरुमाला की पवित्र पहाड़ियां केवल मुख्य मंदिर तक सीमित नहीं – यहां कई सहायक देवताओं के विग्रह हैं जो भक्तों की आध्यात्मिक यात्रा को पूर्णता देते हैं। वाराह स्वामी से पद्मावती देवी तक प्रत्येक दर्शन का विशेष महत्व है। पुराण परंपरा के अनुसार पहले वाराह स्वामी का दर्शन अनिवार्य।

वाराह स्वामी: तिरुमाला का मूल स्वामी, पहला दर्शन
स्वामी पुष्करिणी तालाब के पास स्थित वाराह स्वामी मंदिर सबसे प्रमुख है। विष्णु के वराह अवतार ने पृथ्वी को उद्धार किया और तिरुमाला को वेंकटेश्वर को दान किया। स्कंद पुराण में वर्णित – हर भक्त पहले वाराह दर्शन करता। लाभ: धन, भूमि सुरक्षा।

पद्मावती देवी: करुणा स्वरूपी, अंतिम दर्शन
तिरुमाला से 5 किमी दूर तिरुचानुर पद्मावती मंदिर। वेंकटेश्वर की पत्नी। भागवत पुराण में परिवार सुख की देवी। दर्शन क्रम: तिरुमाला बाद। पूजा: लाल चंदन।

भूदेवी–वेंकटेश्वर: पृथ्वी रक्षा प्रतीक
मुख्य मंदिर में विष्णु–भूदेवी विग्रह। तिरुमाला पवित्रता संरक्षक। लाभ: स्थिरता।

टेबल: प्रमुख सह–देवताओं का दर्शन क्रम

देवतास्थानक्रमलाभ
वाराह स्वामीपुष्करिणी1धन सुरक्षा
वेंकटेश्वरमुख्य2मोक्ष
पद्मावतीतिरुचानुरअंतपरिवार सुख
अंजनेयामुख्य द्वारपहलेसाहस

बेदी अंजनेया: बंधे हाथों का चमत्कार
मुख्य प्रवेश के सामने हनुमान विग्रह, हाथ बंधे। रामायण कथा – वचन निभाया। लाभ: रक्षा।

अलारमेलु मंगाई: लक्ष्मी रूप
मंदिर परिसर में विष्णु की शाश्वत साथी। धन–समृद्धि प्रतीक।

गरुड़, चक्र तालवार, योग नरसिंह: विघ्न नाशक
गरुड़ विघ्नहर्ता। चक्र तालवार–नरसिंह संयुक्त विग्रह – शांति, रक्षा।

रामानुजाचार्य: परंपरा सुधारक
विशिष्टाद्वैत प्रणेता का विग्रह। मंदिर रीति मजबूत। सुग्रीव–अंगद मूर्तियां – निष्ठा प्रतीक।

लिस्ट: तिरुमाला दर्शन के 5 नियम

  • वाराह पहले, वेंकटेश्वर बाद
  • पद्मावती अंत में
  • लड्डू प्रसाद साथ लें
  • सुबह जल्दी पहुँचें
  • सभी सह–मंदिर देखें

FAQs

  1. तिरुमाला में पहला दर्शन किसका?
    वाराह स्वामी।
  2. पद्मावती कब जाएं?
    वेंकटेश्वर दर्शन के बाद।
  3. बेदी अंजनेया क्यों प्रसिद्ध?
    बंधे हाथों का चमत्कार।
  4. अलारमेलु कौन?
    लक्ष्मी का स्थानीय रूप।
  5. दर्शन क्रम क्या?
    वाराह→वेंकटेश्वर→पद्मावती।

Share

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

12/12 Portal 2025: साल का आखिरी मेनिफेस्टेशन गेटवे – इच्छाएं पूरी करने का चमत्कारी दिन, कैसे यूज करें ऊर्जा?

12/12 Portal 2025: साल का अंतिम मेनिफेस्टेशन गेटवे। न्यूमरोलॉजी से इमोशनल क्लीनिंग,...