जानें Diwali पर पारंपरिक मिठाइयों को सेहतमंद बनाने के आसान और पोषण विशेषज्ञ द्वारा सुझाए गए तरीके।
इस Diwali बनाएं Sugar-Free मिठाई
त्योहारों के समय स्वादिष्ट मिठाइयों का स्वाद हर किसी को लुभाता है, लेकिन सेहत का ध्यान रखना भी उतना ज़रूरी है। अगर आप भी इस दिवाली कुछ ऐसा चाहते हैं जो स्वाद के साथ-साथ सेहत को भी प्राथमिकता दे, तो पोषण विशेषज्ञों के इन सुझावों को जरूर अपनाएं।
प्राकृतिक स्वीटनर चुनें
रेफाइंड शुगर या गुड़ की जगह डेट्स प्यूरी, शहद, मोंक फ्रूट एक्सट्रैक्ट, स्टीविया तथा एरिथ्रिटोल का चयन करें। ये विकल्प मिठाई को मीठा भी बनाए रखते हैं, ब्लड शुगर स्पाइक से बचाते हैं और फाइबर व मिनरल्स की आपूर्ति करते हैं।
मैदा छोड़ें, बेहतर आटे अपनाएँ
मैदा की जगह बेसन, साबुत गेहूं, जई का आटा, बादाम या नारियल का आटा इस्तेमाल करें। ये फाइबर, प्रोटीन और विटामिन्स से भरपूर होते हैं—जैसे बेसन के लड्डू या ओट्स से बनी मिठाइयां।
अच्छी वसा और सही तकनीकें चुनें
रिफाइंड तेल की जगह देसी घी या कोल्ड-प्रेस्ड ऑइल का उपयोग करें। घी न सिर्फ स्वादिष्ट होता है, बल्कि विटामिन्स और “गट हेल्थ” के लिए भी फायदेमंद है। साथ ही डीप फ्राइंग की बजाय बेकिंग या एयर फ्राइंग से फैट कंटेंट 70-80% तक कम किया जा सकता है—जैसे बेक्ड गुलाब जामुन या एयर फ्राइड शंकरपाली।
मेवों और बीजों से पोषण बढ़ाएँ
बादाम, अखरोट, पिस्ता, कद्दू के बीज और फ्लैक्स सीड्स जैसी हेल्दी चीज़ें मिठाइयों पर टॉपिंग के रूप में डालें। इनमें हेल्दी फैट्स, ओमेगा-3, विटामिन ई व जिंक होता है और वे मिठाइयों की पोषकता बढ़ाते हैं।
भाग नियंत्रण: मन लगाकर खाएँ
छोटी मात्रा में मीठा लें, धीरे-धीरे चबाएं और पैक के बजाय प्लेट में सर्व करें। इससे ओवरइटिंग से बचा जा सकता है और स्वाद भी पूरी तरह महसूस होता है।
FAQs:
- भारतीय मिठाइयों में सफेद चीनी की जगह हेल्दी विकल्प क्या हैं?
- हेल्दी Diwali मिठाई के लिए कौन-से आटे सबसे बेहतर हैं?
- किस प्रकार की फैट्स व इलाज विधि को अपनाना चाहिए?
- पोषण बढ़ाने के लिए कौन-कौन से मेवे और बीज शामिल करें?
- ओवरइटिंग से कैसे बचें?
- क्या एयर फ्राइंग से दिवाली मिठाई बनाना सुरक्षित है?
- कम कैलोरी में स्वादिष्ट मिठाई के कुछ प्रमुख विकल्प कौन से हैं?
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