नौकरी कटौती के बीच अमेरिकी सांसदों ने Apple, Amazon, Microsoft व अन्य बड़ी कंपनियों से H-1B वीजा के उपयोग पर जवाब मांगा।
अमेरिकी सांसदों ने Apple, Amazon और JPMorgan समेत शीर्ष कंपनियों से H-1B वीजा उपयोग को लेकर मांगा जवाब
अमेरिका में भारी नौकरी कटौती के बीच, अमेरिकी सांसदों ने बड़े तकनीकी और वित्तीय कंपनियों से सवाल किया है कि वे हजारों विदेशी कर्मचारियों को H-1B वीजा के माध्यम से क्यों नियुक्त कर रही हैं जबकि देशी कर्मचारियों की नौकरियां खत्म की जा रही हैं। यह विवाद तब और तेज हुआ जब ट्रंप प्रशासन ने H-1B वीजा पर वार्षिक $100,000 शुल्क लगाने की योजना और उच्च कौशल वाले कर्मचारियों को प्राथमिकता देने वाले नियमों की घोषणा की।
सांसदों की जांच
- रिपब्लिकन सांसद चक ग्रास्ले और डेमोक्रेट डिक डर्बिन ने Apple, Amazon, JPMorgan, Meta, Microsoft, Walmart, Cognizant और TCS को पत्र लिखा।
- पत्र में उन्होंने V-1B कर्मचारियों की संख्या, वेतन और अमेरिकी कर्मचारियों की जगह इन्हें काम पर रखने के कारणों की जानकारी मांगी है।
- सांसदों ने यह भी सवाल उठाया कि Amazon जैसे कंपनियों के पास इतनी योग्य अमेरिकी कामगार क्यों नहीं हैं कि वे ये पद भर सकें।
H-1B वीजा प्रणाली की चुनौतियाँ
- H-1B वीजा अमेरिकी कंपनियों को विदेशी कुशल मजदूरों को काम पर रखने की अनुमति देता है, खासतौर पर IT और तकनीकी क्षेत्र में।
- भारत पिछले वर्षों में H-1B वीजा का सबसे बड़ा लाभार्थी रहा है, जिसमें 71% मंजूरियों के साथ प्रमुख देश है।
- 2025 की पहली छमाही में भी Amazon ने 12,000 से अधिक H-1B वीजा स्वीकृत कराए हैं, जबकि Microsoft और Meta के पास 5,000 से अधिक मंजूरियां थीं।
नौकरी कटौती और वीजा नीति में विरोधाभास
- इस साल बड़ी तकनीकी कंपनियों ने AI, क्लाउड कंप्यूटिंग क्षेत्रों में निवेश बढ़ाते हुए महत्वपूर्ण नौकरी कटौती की हैं।
- कर्मचारियों की छंटनी के बीच विदेशी कर्मचारियों की भर्ती का विरोध बढ़ रहा है।
- नयी पॉलिसी से कंपनियों को उच्च वेतन पाने वाले कौशल वाले कर्मचारियों को प्राथमिकता देना आवश्यक होगा।
भारतीय और वैश्विक प्रभाव
- भारतीय आईटी पेशेवरों और वीजा धारकों के लिए नौकरी के अवसरों में अस्थिरता आ सकती है।
- कंपनियों को नई नीतियों के तहत अपने हायरिंग मॉडल को समायोजित करना होगा।
- भारत में H-1B वीजा के लिए अधिक पारदर्शिता और नैतिकता की मांग बढ़ेगी।
अमेरिकी सांसदों की इस जांच से H-1B वीजा प्रक्रिया और नौकरी संरक्षण नीति पर बहस और कड़काई बढ़ेगी। यह मुद्दा न केवल अमेरिकी बाजार, बल्कि वैश्विक तकनीकी उद्योगों को भी प्रभावित कर सकता है।
(FAQs)
- H-1B वीजा क्या है?
- यह अमेरिकी वीजा है जो विदेशी कुशल कर्मियों को नौकरी करने की अनुमति देता है।
- अमेरिकी सांसदों को कंपनियों से क्या जानना है?
- H-1B कर्मचारियों की संख्या, वेतन और अमेरिकी कर्मचारियों की संभावित बरखास्तगी के कारण।
- भारत H-1B वीजा में किस स्थान पर है?
- भारत सबसे बड़ा लाभार्थी देश है।
- 2025 में हायरिंग और नौकरी कटौती का क्या अंतर है?
- कंपनियाँ नौकरी कम कर रही हैं लेकिन विदेशी कामगारों की भर्ती जारी है।
- नई H-1B नीतियां क्या बदलाव लाएंगी?
- उच्च वेतन और उच्च कौशल वाले कर्मचारियों को प्राथमिकता।
- इस विवाद का भारतीय आईटी पेशेवरों पर क्या असर होगा?
- नौकरी के अवसरों में अस्थिरता और नीति में बदलाव।
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