नागपुर में दहेज उत्पीड़न केस दर्ज होने के कुछ घंटों बाद आरोपी पति मृत मिला। सुसाइड का शक, उसकी मां अस्पताल में भर्ती। दहेज कानून के दुरुपयोग पर सवाल उठे – NCRB डेटा चौंकाएगा!
दहेज विवाद से सुसाइड तक: नागपुर में पति की मौत पर सवाल, मां अस्पताल में भर्ती!
नागपुर दहेज केस का दर्दनाक अंत: शिकायत के बाद पति की मौत, मां अस्पताल में
28 दिसंबर 2025 को नागपुर में एक दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज हुआ, लेकिन कुछ घंटों बाद ही आरोपी पति मृत मिल गया। पुलिस को सुसाइड का शक है। इस घटना में आरोपी की बुजुर्ग मां भी गंभीर रूप से बीमार हो गईं और उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। ये केस दहेज कानून के दुरुपयोग और परिवार टूटने की सच्चाई सामने लाता है।
क्या हुआ था नागपुर में?
नागपुर के एक इलाके में रहने वाले एक युवक पर उसकी पत्नी ने दहेज उत्पीड़न का आरोप लगाया। IPC की धारा 498A और दहेज निषेध कानून के तहत FIR दर्ज हुई। शिकायत के कुछ ही घंटों बाद युवक का शव उसके घर में फंदे पर लटका मिला। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम करवाया, जिसमें सुसाइड की पुष्टि हुई।
घटना के बाद युवक की मां बेहोश हो गईं। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही। परिवार के अन्य सदस्यों ने बताया कि बेटे पर दहेज का झूठा केस चला था और मानसिक तनाव से वह टूट गया। पत्नी का पक्ष अभी स्पष्ट नहीं। पुलिस जांच कर रही।
दहेज कानून: आंकड़े जो चौंकाते हैं
NCRB के 2024 डेटा के मुताबिक, भारत में हर साल 7000 से ज्यादा दहेज मौतें दर्ज होती हैं। लेकिन धारा 498A के तहत 1.5 लाख से ज्यादा केस दर्ज होते हैं। इनमें से महज 15-20% पर ही सजा होती। 70% से ज्यादा केस कोर्ट में खारिज हो जाते। महाराष्ट्र में 2024 में 12,000+ दहेज केस दर्ज, conviction rate सिर्फ 14%।
| वर्ष | दहेज मौतें (भारत) | धारा 498A केस (महाराष्ट्र) | सजा दर (%) |
|---|---|---|---|
| 2021 | 6,850 | 11,200 | 12 |
| 2022 | 6,450 | 11,800 | 13 |
| 2023 | 6,970 | 12,300 | 14 |
| 2024 | 7,150 | 12,800 | 14.5 |
धारा 498A का दुरुपयोग: सुप्रीम कोर्ट की चेतावनी
सुप्रीम कोर्ट ने कई बार धारा 498A को “लीगल टेररिज्म” कहा है। 2014 के अरुषी मामले और 2017 के प्रीति गुप्ता केस में कोर्ट ने कहा कि ये कानून शादी तोड़ने का हथियार बन गया। ज्यादातर केस तलाक या पैसे के लालच से दर्ज होते। 80% मामलों में पूरा ससुराल फंस जाता।
नागपुर केस में भी यही सवाल। क्या ये बदला था या सच्चा उत्पीड़न? परिवार कहता है झूठा केस। पत्नी पक्ष चुप। पुलिस जांच में CCTV, मोबाइल रिकॉर्ड्स चेक हो रहे।
महाराष्ट्र में दहेज केस ट्रेंड
महाराष्ट्र NCRB टॉप 5 स्टेट्स में। नागपुर, पुणे, मुंबई, ठाणे, नासिक हॉटस्पॉट। 2025 में अब तक 10,000+ केस। ज्यादातर शादी के 2-5 साल बाद। तलाक केसों का 40% हिस्सा दहेज से जुड़ा। युवा पति-सुहागिनों पर सबसे ज्यादा असर।
5 FAQs
- नागपुर दहेज केस में क्या हुआ?
दहेज उत्पीड़न FIR के कुछ घंटों बाद आरोपी पति सुसाइड कर लिया, मां अस्पताल में। - धारा 498A की सजा दर कितनी?
महाराष्ट्र में 14-15%, 70%+ केस खारिज। NCRB 2024। - सुप्रीम कोर्ट ने 498A पर क्या कहा?
“लीगल टेररिज्म”, FIR पहले जांच हो। - महाराष्ट्र में दहेज केस कितने?
2024 में 12,800+, 2025 में बढ़त। नागपुर टॉप शहर। - दहेज हेल्पलाइन क्या?
1091 या पुलिस 100। मीडिएशन पहले ट्राय।
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