कार्तिक 2025 में Tulsi Puja के लिए शालिग्राम, हल्दी, घी की दीपक और गोमती चक्र जैसी वस्तुएं जरूरी हैं, जो समृद्धि लाती हैं।
Tulsi Plant: धन और समृद्धि के लिए
कार्तिक माह में Tulsi Puja और धन की वृद्धि के लिए 5 आवश्यक वस्तुएं
कार्तिक मास 2025 (8 अक्टूबर से 5 नवंबर तक) हिंदू धर्म में बेहद पावन माना जाता है। इस माह तुलसी पौधे की पूजा से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है। तुलसी के समीप विशेष वस्तुएं रखने से ये प्रभाव और मजबूत होते हैं।
1. शालिग्राम
शालिग्राम भगवान विष्णु का प्रतीक होता है। Tulsi के निकट शालिग्राम रखने से घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है, आर्थिक समृद्धि आती है और परिवार की सुरक्षा होती है।
2. हल्दी का गटकड़ी
हल्दी शुभता और समृद्धि का प्रतीक है। कार्तिक माह में तुलसी के पास हल्दी का गटकड़ी रखने से नकारात्मकता दूर होती है और परिवार में खुशहाली आती है।
3. घी का दीपक
प्रतिदिन तुलसी के समीप दीपक जलाने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। घी का दीपक समृद्धि और उज्ज्वल जीवन के लिए शुभ माना जाता है।
4. गोमती चक्र
गोमती नदी से प्राप्त गोमती चक्र माँ लक्ष्मी और विष्णु का प्रतीक है। इसे तुलसी के साथ रखने से सुरक्षा, समृद्धि और संपूर्ण परिवार की खुशहाली सुनिश्चित होती है।
5. परहेज: क्या न रखें
Tulsi के पास झाड़ू, जूते-चप्पल, कूड़ेदान या शमि वृक्ष न रखें, क्योंकि ये वस्तुएं देवी लक्ष्मी को क्रोधित कर सकती हैं और घर में गरीबी ला सकती हैं।
कार्तिक माह में Tulsi Puja के आध्यात्मिक और भौतिक लाभ
- भगवान विष्णु की कृपा से मानसिक शांति और संतुलन बढ़ता है।
- आर्थिक समृद्धि और स्थिरता प्राप्त होती है।
- परिवार में सुख-शांति और सौहार्द बढ़ता है।
- नकारात्मक ऊर्जा और दोष दूर होते हैं।
FAQs
- कार्तिक माह में तुलसी पूजा कब शुरू होती है?
- 8 अक्टूबर 2025 से शुरू होकर 5 नवंबर 2025 तक।
- किन वस्तुओं को तुलसी के पास रखना शुभ होता है?
- शालिग्राम, हल्दी, घी दीपक, गोमती चक्र।
- क्या झाड़ू या जूते तुलसी के पास रखने से नुकसान होता है?
- हाँ, यह देवी लक्ष्मी को रुष्ट करता है।
- तुलसी पूजा का आध्यात्मिक महत्व क्या है?
- यह भगवान विष्णु की उपासना और सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत है।
- तिलक लगाना और तुलसी पर जल चढ़ाना कब करना चाहिए?
- प्रतिदिन सूर्योदय के पहले।
- कार्तिक मास में तुलसी सेवा के लिए अन्य महत्वपूर्ण उपाय क्या हैं?
- रोज़ाना तुलसी मंत्र जप, दीप प्रज्ज्वलन, और दान करना।
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