1 अक्टूबर 1926 को स्थापित संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने 2025 में अपने 100 वर्ष पूरे कर लिए हैं। यह आयोग भारत के प्रशासनिक सेवा चयन में पारदर्शिता और योग्यता का प्रतीक बना है।
UPSC शताब्दी समारोह 2025: कैसे बदल चुका है भारत का प्रशासनिक चयन प्रक्रिया
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की स्थापना के 100 वर्ष पूरे: भारत की सेवा में एक शताब्दी का समर्पण
संघ लोक सेवा आयोग की स्थापना 1 अक्टूबर 1926 को हुई थी, जब इसे लोक सेवा आयोग के रूप में स्थापित किया गया। भारत सरकार अधिनियम 1935 के अंतर्गत इसे संघ लोक सेवा आयोग का संवैधानिक दर्जा प्राप्त हुआ। 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान के लागू होने के साथ यह भारत के संवैधानिक निकाय के रूप में स्थापित हुआ।
UPSC का मुख्य उद्देश्य भारत सरकार के लिए योग्य अधिकारियों का चयन करना है, जो देश के प्रशासनिक तंत्र को प्रभावी और सुचारू बनाएं।
UPSC की भूमिका और कार्य
संघ लोक सेवा आयोग भारत के केन्द्र और राज्यों की सेवाओं के लिए अधिकारियों की भर्ती करता है। यह सिविल सेवा परीक्षा, भारतीय वन सेवा परीक्षा, भारतीय इंजीनियरी सेवा परीक्षा, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, मेडिकल और अन्य शीर्ष स्तरीय प्रतियोगी परीक्षाओं का आयोजन करता है।
UPSC भारत के प्रशासन को निष्पक्षता, पारदर्शिता और योग्यता के आधार पर अधिकारियों की नियुक्ति के लिए जाना जाता है।
100 वर्ष का सफर और उपलब्धियाँ
संघ लोक सेवा आयोग ने भारतीय प्रशासनिक सेवाओं के लिए लाखों योग्य उम्मीदवारों का चयन किया है। इसने समय-समय पर चयन प्रक्रिया में सुधार करते हुए प्रौद्योगिकी और आधुनिक तंत्र को अपनाया है ताकि भर्ती प्रक्रिया और भी पारदर्शी और कुशल बन सके।
1926 से लेकर अब तक UPSC ने भारतीय लोकतंत्र में प्रशासनिक स्थिरता और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
UPSC की संरचना और सदस्य
संघ लोक सेवा आयोग के सदस्य भारत के राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त किए जाते हैं। आयोग में अध्यक्ष सहित आमतौर पर 9 से 11 सदस्य होते हैं, जिनका कार्यकाल 6 वर्ष या 65 वर्ष की आयु तक होता है।
(FAQs)
1. UPSC की स्थापना कब हुई थी?
UPSC की स्थापना 1 अक्टूबर 1926 को हुई थी।
2. UPSC का उद्देश्य क्या है?
भारत सरकार और राज्य सरकारों के लिए योग्य अधिकारियों का चयन करना।
3. UPSC किन परीक्षाओं का आयोजन करता है?
सिविल सेवा परीक्षा, इंजीनीयरिंग सेवा परीक्षा, वन सेवा परीक्षा, NDA, CDS समेत कई प्रतियोगी परीक्षाएं।
4. UPSC के सदस्य कौन नियुक्त करता है?
भारत के राष्ट्रपति।
5. UPSC की भूमिका भारतीय प्रशासन में क्या है?
यह प्रशासन को योग्य, निष्पक्ष और पारदर्शी अधिकारियों द्वारा संचालित करने में सहायक है।
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