अमेरिकी ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बिसेंट ने चीन पर 500% टैरिफ लगाने की संभावना जताई, रूस से तेल खरीदने को ‘रशियन युद्ध मशीनों’ को ईंधन देने वाला बताया।
अमेरिका ने चीन पर लगाया 500% टैरिफ का खतरा, रूस से तेल खरीदने पर आलोचना
US Threatens 500% Tariffs on China Over Russian Oil Imports, Calls Beijing ‘Unreliable Partner to the World’
अमेरिका ने चीन के खिलाफ अपनी कठोर रुख को और तेज करते हुए बुधवार को घोषणा की कि अमेरिकी सीनेट में 85 सांसद चीन से आयातित वस्तुओं पर 500% तक के उल्लिखित टैरिफ लगाने का समर्थन करते हैं। यह कदम चीन के रूस से ऊर्जा आयातों पर अमेरिकी गुस्से का हिस्सा है।
चीन पर ‘रशियन युद्ध मशीन’ को ईंधन देने का आरोप
अमेरिकी ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बिसेंट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि चीन रूस से 60% ऊर्जा खरीदता है, जो रूस की युद्ध मशीनों को ईंधन प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा, “चीन 90% ईरानी ऊर्जा भी खरीदता है।”
यह बयान उन बार-बार की चेतावनियों के बीच आया है जो अमेरिका ने चीन और भारत को रूस से कच्चे तेल की खरीद जारी रखने पर दी हैं।
दुर्लभ पृथ्वी निर्यात नियंत्रण पर आपत्ति
बिसेंट ने चीन द्वारा लगाए गए दुर्लभ पृथ्वी (Rare Earth) निर्यात नियंत्रणों की भी कड़ी निंदा की, जो विदेशी सैन्य उपयोग को रोकते हैं। उन्होंने चीन को एक “अविश्वसनीय साझेदार” बताया और कहा कि अमेरिका ऐसा नियंत्रण स्वीकार नहीं करेगा।
ट्रम्प और शी के बीच बैठक की संभावना
हालांकि कड़ी चेतावनियों के बावजूद, अमेरिका ने पुष्टि की है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की बातचीत अभी भी शेड्यूल पर है। ट्रंप जल्द ही दक्षिण कोरिया में चीनी अधिकारियों से मिलने वाले हैं।
FAQs:
- अमेरिकी सीनेट में चीन पर कितना टैरिफ लगाने का प्रस्ताव है?
- ट्रेजरी सेक्रेटरी ने चीन को क्या आरोप लगाए हैं?
- चीन ने किस प्रकार के निर्यात नियंत्रण लागू किए हैं?
- ट्रंप और शी के बीच आगामी बैठक कब होगी?
- अमेरिका ने रूस से तेल खरीद पर चीन को क्यों आड़े हाथों लिया?
- यह टैरिफ और व्यापार तनाव भविष्य में वैश्विक अर्थव्यवस्था को कैसे प्रभावित कर सकते हैं?
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