अपनी जनता पार्टी के अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा है कि देश को हिन्दू-मुस्लिम नाम पर बांटना आजकल लोगों का शौक बन गया है, और ‘जय श्री राम’ के नारे को कुछ लोग अराजकता फैलाने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं।
स्वामी प्रसाद मौर्य का विवादित बयान, कहा देश को धर्म के नाम पर तोड़ने की राजनीति हो रही है
अपनी जनता पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने हाल ही में कहा है कि देश को हिन्दू-मुस्लिम नाम पर बांटना और ‘जय श्री राम’ जैसे नारे को अराजकता फैलाने के लिए इस्तेमाल करना आजकल लोगों का शौक बन गया है। मौर्य ने यह टिप्पणी समाज में बढ़ती धर्म आधारित हिंसा और विभाजन की आलोचना करते हुए की।
मौर्य के प्रमुख बिंदु
- उन्होंने कहा, “धर्म के नाम पर अफ़रा-तफ़री मचाना, हिन्दू और मुसलमानों के बीच भेदभाव करना और सस्ती राजनीति करना आज लोगों का शौक है।”
- मौर्य ने अराजक तत्वों पर आरोप लगाया कि वे ‘जय श्री राम’ और ‘जय बजरंग बली’ के नारे लगाकर मुस्लिम समुदाय पर हमले कर रहे हैं।
- कई स्थानों पर ईदगाह पर हमला, धार्मिक झंडों को फाड़ना और मुस्लिम दुकानों व घरों में आग लगाना आम हो गया है।
- उन्होंने इसे धर्म के नाम पर अधर्म की राह बताई और लोगों से ऐसे कृत्यों से बचने की अपील की।
प्रतिक्रिया और विवाद
- उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने मौर्य पर निशाना साधा और उन्हें ‘असंनातनी विरोधी’ कह डाला।
- सिंह ने कहा कि मौर्य अपने राजनीतिक नुकसान की भरपाई के लिए यह बयान दे रहे हैं और ‘श्री राम’ और ‘बजरंग बली’ का नाम आस्था से जुड़ा है।
- मंत्री ने मौर्य के बयान को भड़कााऊ और असंगत करार दिया।
FAQs
- स्वामी प्रसाद मौर्य ने क्या कहा?
— देश को हिन्दू-मुस्लिम नाम पर बांटना लोगों का आज का शौक बन गया है। - उन्होंने ‘जय श्री राम’ के नारे को कैसे बताया?
— कुछ लोगों के लिए यह अराजकता फैलाने का एक लाइसेंस बन गया है। - यूपी के परिवहन मंत्री ने क्या प्रतिक्रिया दी?
— उन्होंने मौर्य को ‘असंनातनी विरोधी’ बताया और उनके बयान की निंदा की। - मौर्य ने किन घटनाओं का जिक्र किया?
— ईदगाह पर हमला, धार्मिक झंडे फाड़ना, मुस्लिम दुकानों में आग लगाना। - इस विवाद से क्या समझा जाता है?
— राजनीति और धर्म के नाम पर बढ़ती भड़का देने वाली चालें समाज में तनाव बढ़ा रही हैं।
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