Vastu के अनुसार Kitchen के लिए सही Colours चुनें। जानें कौन से रंग रसोई को बनाते हैं विशाल, सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि से भरपूर। छोटी किचन के लिए बेस्ट वास्तु टिप्स।
Vastu Tips for Kitchen: वास्तु के अनुसार कौन से रंग लगाएं?
वास्तु अनुसार रसोई के लिए शुभ रंग: छोटी किचन को बनाएं विशाल और खुशहाल
क्या आपने कभी गौर किया है कि आपकी रसोई का माहौल आपके खाना बनाने के अनुभव और यहाँ तक कि आपके परिवार की सेहत और तरक्की पर भी असर डालता है? जी हाँ, ऐसा माना जाता है। वास्तु शास्त्र, जोकि वास्तुकला और डिजाइन का एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है, के अनुसार हमारे आस-पास के स्थानों में रंगों का बहुत महत्व होता है। रंग सिर्फ सजावट का जरिया नहीं हैं, बल्कि वे एक特定 ऊर्जा पैदा करते हैं जो हमारे मन, मूड और जीवन पर गहरा असर डालती है।
अगर बात रसोई की करें, तो यह घर का दिल मानी जाती है। यह वह जगह है जहाँ से परिवार के लिए पोषण और ऊर्जा का स्रोत यानी भोजन तैयार होता है। वास्तु में रसोई को अग्नि तत्व का प्रतिनिधित्व करने वाला स्थान माना गया है, और यहाँ का माहौल सकारात्मक और संतुलित होना बेहद जरूरी है। सही रंगों का चुनाव न सिर्फ आपकी रसोई को visually बड़ा और खूबसूरत बनाता है, बल्कि यहाँ positive energy का प्रवाह भी बढ़ाता है, जिससे परिवार के सदस्यों के बीच तालमेल बेहतर होता है और आर्थिक स्थिति में मजबूती आती है।
इस लेख में, हम आपको वास्तु के नियमों के अनुसार रसोई के लिए सबसे शुभ और उपयुक्त रंगों के बारे में विस्तार से बताएंगे। साथ ही, यह भी जानेंगे कि किन रंगों से बचना चाहिए और छोटी सी रसोई को कैसे रंगों के जादू से विशाल और हल्का-फुल्का महसूस कराया जा सकता है।
रसोई में वास्तु के अनुसार रंगों का महत्व
रसोई में रंगों का चुनाव सिर्फ आपकी पसंद-नापसंद तक सीमित नहीं होना चाहिए। वास्तु शास्त्र में हर रंग का एक specific psychological और energetic effect माना गया है। रसोई जहाँ अग्नि तत्व का स्थान है, वहीं यहाँ जल तत्व (सिंक) और पृथ्वी तत्व (अनाज) का भी सामंजस्य बना रहता है। इसलिए, यहाँ के रंगों का चुनाव इस तरह से होना चाहिए कि सभी तत्वों में संतुलन बना रहे।
सही रंग positive vibrations पैदा करके न सिर्फ खाना बनाने वाले के मूड को अच्छा रखते हैं, बल्कि खाने की quality पर भी सकारात्मक असर डालते हैं। मनोविज्ञान भी इस बात से सहमत है। रंग मनोविज्ञान (Color Psychology) के अनुसार, हल्के और गर्म रंग जैसे पीला और नारंगी भूख बढ़ाते हैं और creativity को उत्तेजित करते हैं, जो कि एक रसोई के लिए बिल्कुल सही गुण हैं। वहीं, ठंडे रंग जैसे नीला शांति का अहसास कराते हैं, लेकिन रसोई में इनका गलत इस्तेमाल negative effect भी डाल सकता है।
वास्तु का मुख्य उद्देश्य है किसी भी स्थान में positive energy का flow बढ़ाना और negative energy को रोकना। रसोई में, यह energy flow भोजन के माध्यम से पूरे परिवार में फैलती है। इसलिए, अगर रसोई का वातावरण सकारात्मक और संतुलित होगा, तो इसका सीधा असर परिवार के स्वास्थ्य, खुशहाली और समृद्धि पर पड़ता है।
रसोई की दिशा और रंगों का चुनाव
वास्तु में रसोई के लिए सबसे उपयुक्त दिशा दक्षिण-पूर्व (आग्नेय कोण) मानी गई है, क्योंकि यह दिशा अग्नि देवता के प्रभाव में है। अगर रसोई इसी दिशा में है, तो रंग चुनने में आसानी होती है। लेकिन अगर आपकी रसोई किसी और दिशा में है, तो रंगों के चुनाव में थोड़ा adjustment करने की जरूरत हो सकती है।
- दक्षिण-पूर्व (South-East) दिशा की रसोई: यह सबसे आदर्श स्थिति है। यहाँ आप अग्नि तत्व से related रंग जैसे हल्का नारंगी, लाल, गुलाबी, चॉकलेटी और भूरा रंग इस्तेमाल कर सकते हैं। इन रंगों से रसोई की inherent energy और मजबूत होती है।
- उत्तर-पश्चिम (North-West) दिशा की रसोई: यह दिशा वायु तत्व की है। यहाँ हल्के नीले, भूरे या हल्के हरे रंग का इस्तेमाल किया जा सकता है। ये रंग वायु तत्व के साथ सामंजस्य बिठाते हैं।
- अगर रसोई उत्तर-पूर्व (North-East) में हो: वास्तु में इसे रसोई के लिए उपयुक्त नहीं माना जाता, क्योंकि यह दिशा जल तत्व की है और अग्नि तत्व से विपरीत है। अगर रसोई यहाँ है, तो दीवारों का रंग बिल्कुल हल्का और neutral रखें। सफेद, हल्का क्रीम या बेज जैसे रंग बेहतर रहेंगे। इससे दोनों तत्वों के बीच संघर्ष कम होगा।
रसोई के लिए वास्तु-अनुमोदित सर्वश्रेष्ठ रंग (Best Vastu Colours for Kitchen)
अब बारी है उन specific रंगों की जो आपकी रसोई के लिए वास्तु की दृष्टि से सबसे ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकते हैं।
1. पीला और क्रीम रंग (Yellow and Cream)
पीला रंग रसोई के लिए सबसे popular और उपयुक्त रंगों में से एक है। वास्तु में, पीला रंग बुद्धि और ज्ञान का प्रतीक माना जाता है और यह सूर्य से जुड़ा होता है। इसकी energy उत्साह, खुशी और creativity से भरपूर होती है।
- वास्तु और मनोवैज्ञानिक लाभ: यह रंग भूख बढ़ाने में मददगार है और रसोई में एक गर्मजोशी और आनंदमय माहौल बनाता है। यह खाना बनाने वाले की energy level को high रखता है।
- छोटी रसोई के लिए फायदा: हल्का पीला या क्रीम रंग light reflect करने में बहुत अच्छा होता है। इससे रसोई में natural light ज्यादा फैलती है और space open और विशाल feel होता है।
- इस्तेमाल करने का तरीका: आप दीवारों पर हल्का पीला या क्रीम रंग use कर सकते हैं। अगर पूरी दीवार पर ये रंग नहीं करना चाहते, तो cabinets की color scheme में इसे शामिल करें या पीले रंग की accessories जैसे कर्टन, मैट या बर्तन रखें।
2. हरा रंग (Green)
हरा रंग प्रकृति, ताजगी और सेहत का प्रतीक है। वास्तु में इसे संतुलन और सामंजस्य का रंग माना जाता है। यह रंग आँखों के लिए बहुत सुकून देह होता है।
- वास्तु और मनोवैज्ञानिक लाभ: रसोई में हरा रंग एक शांत और तरोताजा कर देने वाला माहौल बनाता है। यह stress को कम करने में मदद करता है और स्वस्थ भोजन के प्रति रुचि बढ़ाता है।
- छोटी रसोई के लिए फायदा: हल्का हरा रंग, जैसे पुदीना हरा (Mint Green) या सेब का हरा (Apple Green), space को fresh और airy feel कराता है, जिससे वह बड़ी लगने लगती है।
- इस्तेमाल करने का तरीका: हमेशा हल्के shades of green का ही इस्तेमाल करें। गहरे हरे रंग से बचें। आप एक एक्सेंट वॉल को हल्के हरे रंग से पेंट कर सकते हैं या हरे रंग के plants लगा सकते हैं, जो वास्तु के लिहाज से भी बहुत अच्छा माना जाता है।
3. नारंगी रंग (Orange)
नारंगी रंग उत्साह, ऊर्जा और creativity का एक बेहतरीन स्रोत है। वास्तु में, यह social interaction और खुशी को बढ़ावा देता है।
- वास्तु और मनोवैज्ञानिक लाभ: यह रसोई में एक lively और energetic atmosphere create करता है। यह भूख को stimulate करता है और खाना बनाने के काम को एक enjoyable activity बना देता है।
- छोटी रसोई के लिए फायदा: हल्के नारंगी (Peach or Apricot) shades का इस्तेमाल space को warm और inviting बनाता है, बिना उसे heavy महसूस कराए।
- इस्तेमाल करने का तरीका: चूंकि नारंगी एक strong color है, इसलिए इसके हल्के shades का ही इस्तेमाल करें। इसे एक्सेंट colour के तौर पर इस्तेमाल करना बेहतर रहेगा, जैसे कि backsplash पर या cabinets के दरवाजों पर।
4. सफेद रंग (White)
सफेद रंग शुद्धता, सफाई और शांति का प्रतीक है। वास्तु में, यह सभी रंगों को reflect करके positive energy का प्रवाह बढ़ाता है।
- वास्तु और मनोवैज्ञानिक लाभ: यह रसोई में एक clean और hygienic environment create करता है। यह mind को शांत रखता है और focus बढ़ाता है।
- छोटी रसोई के लिए फायदा: सफेद रंग space को visually expand करने का सबसे कारगर तरीका है। यह light को सबसे ज्यादा reflect करता है, जिससे रसोई bright, open और बड़ी दिखाई देती है।
- इस्तेमाल करने का तरीका: आप पूरी रसोई को white-on-white theme दे सकते हैं, लेकिन इसे ज्यादा sterile न लगे इसके लिए wooden textures या किसी एक bright colour (जैसे लाल या नीले) की accessories के साथ combine करें।
5. भूरा और बेज रंग (Brown and Beige)
ये रंग पृथ्वी तत्व का प्रतिनिधित्व करते हैं और stability और security का अहसास कराते हैं।
- वास्तु और मनोवैज्ञानिक लाभ: ये रंग रसोई में एक grounded और स्थिर माहौल बनाते हैं। ये warmth और comfort feel कराते हैं।
- छोटी रसोई के लिए फायदा: हल्के भूरे या बेज रंग neutral होते हैं और space को open feel कराते हैं। ये wooden cabinets और floor के साथ perfectly blend कर जाते हैं।
- इस्तेमाल करने का तरीका: दीवारों के लिए हल्का बेज और cabinets के लिए wooden finish का भूरा रंग एक बेहतरीन combination है।
रसोई में इन रंगों से बचें या सावधानी से इस्तेमाल करें
जहाँ कुछ रंग positive energy लाते हैं, वहीं कुछ रंगों का रसोई में इस्तेमाल वास्तु के हिसाब से अशुभ माना जाता है।
- काला और गहरा नीला (Black and Dark Blue): ये रंग जल तत्व के हैं और रसोई के अग्नि तत्व के सीधे विपरीत हैं। माना जाता है कि ये negative energy, financial problems और health issues को invite कर सकते हैं। ये रंग space को छोटा और दबाव महसूस कराने वाला बना देते हैं।
- लाल रंग (Red): लाल रंग अग्नि तत्व का ही है, लेकिन यह बहुत तीव्र और aggressive energy वाला रंग है। इसके इस्तेमाल से रसोई में गुस्सा और बेचैनी पैदा हो सकती है। अगर इस्तेमाल करना ही है, तो बहुत ही छोटे area में एक्सेंट के तौर पर use करें।
- गहरा बैंगनी (Deep Purple): यह रंग राजसी माना जाता है, लेकिन रसोई में इसका इस्तेमाल overly stimulating हो सकता है और यहाँ के शांत और संतुलित माहौल को disturb कर सकता है।
छोटी रसोई को विशाल दिखाने के लिए वास्तु टिप्स
- हल्के रंगों को प्राथमिकता दें: जैसा कि ऊपर बताया गया है, हल्के रंग जैसे सफेद, क्रीम, हल्का पीला और हल्का हरा light reflect करते हैं और space को open feel कराते हैं।
- ग्लॉसी या सेमी-ग्लॉस फिनिश का इस्तेमाल: दीवारों या cabinets पर gloss paint का इस्तेमाल करें। यह finish light को और भी ज्यादा reflect करता है, जिससे चमक बढ़ती है और space बड़ा लगता है।
- एक color scheme बनाए रखें: बहुत सारे different colours use करने से space cluttered और छोटा feel होगा। एक primary colour और एक या दो complementary colours पर stick रहें।
- कैबिनेट और दीवार का कलर मैच कराएं: अगर आपकी रसोई छोटी है, तो cabinets और दीवारों का रंग same या similar रखें। इससे visual continuity बनी रहती है और space एक सूत्र में बंधा हुआ लगता है।
- अच्छी रोशनी का इंतजाम: वास्तु में रसोई में पर्याप्त रोशनी को बहुत जरूरी माना गया है। अंधेरे corners negative energy को attract करते हैं। Bright LED lights, especially in white tone, लगाएं।
आपकी रसोई सिर्फ खाना पकाने की जगह नहीं, बल्कि आपके परिवार की well-being का केंद्र है। वास्तु-अनुमोदित रंगों का चुनाव करके आप इस important space में सकारात्मक ऊर्जा, समृद्धि और स्वास्थ्य का invitation देते हैं। हल्के और warm रंग जैसे पीला, क्रीम, हरा और सफेद न सिर्फ आपकी रसोई को खूबसूरत और बड़ा दिखाएंगे, बल्कि एक ऐसा माहौल भी create करेंगे जहाँ खाना बनाना एक सुखद अनुभव बन जाए। याद रखें, छोटी सी रसोई में भी बदलाव की बड़ी गुंजाइश होती है, बस जरूरत है तो सही रंग और सही नजरिए की।
(FAQs)
1. क्या रसोई में सफेद रंग वास्तु के अनुसार अच्छा है?
जी हाँ, सफेद रंग वास्तु के अनुसार रसोई के लिए एक बेहतरीन विकल्प है। यह शुद्धता और शांति का प्रतीक है, सभी रंगों को reflect करता है, और रसोई को bright और spacious feel कराता है। यह एक neutral colour होने के कारण किसी भी तत्व के साथ conflict नहीं करता।
2. किचन के कैबिनेट्स का कलर कैसा होना चाहिए?
किचन कैबिनेट्स के लिए हल्के रंग जैसे सफेद, क्रीम, हल्का भूरा (वुडन फिनिश) या हल्का हरा बेहतर रहते हैं। गहरे रंग जैसे काले या गहरे भूरे रंग से बचें, क्योंकि ये space को भारी और छोटा महसूस करा सकते हैं। वास्तु में, कैबिनेट्स का रंग भी दीवारों के रंग के साथ सामंजस्य बैठाते हुए होना चाहिए।
3. क्या रसोई में नीले रंग का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं करना चाहिए?
वास्तु में नीले रंग को रसोई के लिए अनुकूल नहीं माना जाता, क्योंकि यह जल तत्व का है और रसोई का अग्नि तत्व इसके विपरीत है। हालाँकि, अगर आपको नीला रंग बहुत पसंद है, तो आप बहुत ही हल्के shade of blue का इस्तेमाल एक्सेंट colour के तौर पर बहुत छोटे area में कर सकते हैं। लेकिन दीवारों या कैबिनेट्स के लिए primary colour के रूप में इसके इस्तेमाल से बचना ही बेहतर है।
4. छोटी रसोई के लिए सबसे बेस्ट वास्तु कलर कौन सा है?
छोटी रसोई के लिए सफेद और हल्का क्रीम या पीला रंग सबसे बेस्ट विकल्प हैं। ये रंग light को अधिकतम reflect करते हैं, जिससे रसोई bright, open और visually बड़ी लगती है। साथ ही, ये रंग positive energy का संचार भी बढ़ाते हैं।
5. क्या रसोई की छत का रंग अलग हो सकता है?
रसोई की छत हमेशा हल्के रंग की ही होनी चाहिए, अधिमानतः सफेद। गहरे रंग की छत ऊपर से दबाव का अहसास कराती है और space को छोटा बना देती है। सफेद छत light को reflect करके पूरी रसोई में रोशनी फैलाती है।
6. वास्तु के हिसाब से किचन के फ्लोर का कलर क्या होना चाहिए?
किचन के फ्लोर के लिए हल्के भूरे, बेज या tile के natural colour उपयुक्त रहते हैं। ये रंग पृथ्वी तत्व का प्रतिनिधित्व करते हैं और stability देते हैं। गहरे रंग के floor से बचें, क्योंकि वो dust और negative energy को attract कर सकते हैं। फ्लोर साफ-सुथरा और चमकदार बनाए रखना भी जरूरी है।
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