क्या आप पतले दिखते हैं? रिसर्च कहती है शरीर के अंदर छिपा फैट (Visceral Fat) आपके दिल को नुकसान पहुंचा सकता है। जानें TOFI बॉडी क्या है, हिडन फैट के लक्षण और इसे कम करने के 5 आसान उपाय। सेहत का राज़ खुला।
Hidden Fat:आप दिखते हैं फिट, लेकिन आपका दिल है खतरे में? रिसर्च ने किया सच उजागर
क्या आपका वजन सामान्य है? क्या आप पतले-दुबले दिखते हैं? अगर हां, तो क्या आप मानते हैं कि आपको दिल की बीमारी का कोई खतरा नहीं है? अगर आपका जवाब हां है, तो तैयार हो जाइए एक झटका देने वाली सच्चाई के लिए। हाल की मेडिकल रिसर्च कहती है कि ऐसा बिल्कुल भी जरूरी नहीं है।
आप बाहर से पूरी तरह फिट और हेल्दी दिख सकते हैं, लेकिन आपके शरीर के अंदर, आपके vital organs के आसपास, खतरनाक मात्रा में चर्बी जमा हो सकती है। यह ‘हिडन फैट’ या ‘विसरल फैट’ आपके दिल, लीवर और किडनी को चुपचाप नुकसान पहुंचा रहा होता है। इसका मतलब है कि सामान्य BMI वाले लोग, जो दिखने में एकदम स्वस्थ लगते हैं, उन्हें भी हार्ट अटैक, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज का उतना ही खतरा हो सकता है, जितना किसी साफ तौर पर मोटे व्यक्ति को।
आज के इस विस्तृत लेख में, हम इसी ‘हिडन फैट’ के रहस्य पर से पर्दा उठाएंगे। हम जानेंगे कि यह क्या है, यह कैसे काम करता है, और कैसे आप सिर्फ अपनी कमर का नाप लेकर पता लगा सकते हैं कि आप इस खतरे की जद में तो नहीं हैं। साथ ही, हम आपको बताएंगे इस घातक फैट को शरीर से बाहर निकालने के 5 प्रभावी तरीके।
क्या है यह ‘हिडन’ या ‘Visceral Fat’? समझें पूरा विज्ञान
दरअसल, हमारे शरीर में दो तरह की चर्बी होती है:
- सबक्यूटेनियस फैट (Subcutaneous Fat): यह वह चर्बी है जो हमारी त्वचा के ठीक नीचे जमा होती है। इसे हम चिमटी से पकड़ सकते हैं। यह शरीर के लिए ज्यादा हानिकारक नहीं मानी जाती, बल्कि यह इंसुलेशन और एनर्जी का स्टोर है।
- विसरल फैट (Visceral Fat): यही वह ‘हिडन किलर’ है। यह चर्बी हमारे पेट की गुहा के अंदर, vital organs जैसे लीवर, आंत, किडनी और दिल के आसपास जमा होती है। इसे हम बाहर से देख या महसूस नहीं कर सकते। यह सक्रिय रूप से हार्मोन्स और केमिकल्स छोड़ती है जो शरीर में सूजन बढ़ाते हैं और हमारे मेटाबॉलिज्म को बिगाड़ते हैं।
TOFI बॉडी टाइप क्या है?
रिसर्च ने एक नया टर्म दिया है – TOFI (Thin Outside, Fat Inside)। यानी ऐसे लोग जो बाहर से पतले दिखते हैं, लेकिन अंदर से उनके शरीर में विसरल फैट की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। यही लोग सबसे ज्यादा खतरे में हैं क्योंकि उन्हें और उनके डॉक्टरों को भी इस बात का अंदाजा नहीं होता।
Hidden fat दिल के लिए इतना खतरनाक क्यों है?
विसरल फैट सिर्फ एक निष्क्रिय फैट का डिपो नहीं है। यह एक सक्रिय अंग की तरह व्यवहार करता है जो शरीर में जहर घोलता है। यह निम्नलिखित तरीकों से आपके दिल को नुकसान पहुंचाता है:
- सूजन बढ़ाना: विसरल फैट से प्रो-इन्फ्लेमेटरी केमिकल्स (जैसे साइटोकाइन्स) निकलते हैं, जो पूरे शरीर में लो-ग्रेड इन्फ्लेमेशन पैदा करते हैं। यह सूजन धमनियों की दीवारों को नुकसान पहुंचाती है, जिससे एथेरोस्क्लेरोसिस (धमनियों का सख्त होना) की शुरुआत होती है।
- ब्लड प्रेशर बढ़ाना: यह फैट किडनी के ऊपर located एड्रेनल ग्लैंड्स पर दबाव डाल सकता है और एक हार्मोन रिलीज करता है जो ब्लड वेसल्स को सिकोड़कर ब्लड प्रेशर बढ़ा देता है।
- कोलेस्ट्रॉल का स्तर खराब करना: विसरल फैट LDL (खराब कोलेस्ट्रॉल) और ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को बढ़ाता है, जबकि HDL (अच्छे कोलेस्ट्रॉल) के स्तर को घटाता है।
- इंसुलिन रेजिस्टेंस पैदा करना: यह फैट लीवर के कामकाज में दखल देता है, जिससे शरीर में इंसुलिन रेजिस्टेंस पैदा होती है। यह टाइप 2 डायबिटीज का सीधा रास्ता है, जो दिल की बीमारी के लिए एक प्रमुख जोखिम कारक है।
कैसे पहचानें कि आपमें हिडन फैट है? ये हैं संकेत और लक्षण
चूंकि यह फैट दिखाई नहीं देता, इसलिए इसके लिए कुछ indirect संकेतों और मापों पर ध्यान देना जरूरी है:
- बढ़ती हुई कमर: यह सबसे बड़ा और सरल संकेत है। अगर आपका वजन सामान्य है लेकिन कमर का घेरा बढ़ रहा है, तो यह चिंता का विषय है। इसे ‘मोटापे-जैसी पतलाई’ (Obestiy despite leanness) कहा जाता है।
- हाई ब्लड शुगर लेवल: अगर ब्लड टेस्ट में fasting blood sugar या HbA1c का स्तर सामान्य से ज्यादा है, तो यह इशारा हो सकता है।
- हाई ट्राइग्लिसराइड्स: लिपिड प्रोफाइल टेस्ट में ट्राइग्लिसराइड्स का हाई लेवल विसरल फैट का एक मजबूत संकेतक है।
- लो HDL कोलेस्ट्रॉल: अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) का स्तर कम होना भी चिंताजनक है।
आसान घरेलू टेस्ट: अपनी कमर का नाप लें
- पुरुषों के लिए: कमर का घेरा 40 इंच (102 cm) से कम होना चाहिए।
- महिलाओं के लिए: कमर का घेरा 35 इंच (88 cm) से कम होना चाहिए।
अगर आपका कमर का नाप इससे ज्यादा है, भले ही आपका BMI सामान्य हो, तो आपमें विसरल फैट का खतरा हो सकता है।
Hidden fat को कम करने के 5 प्रभावी उपाय
अच्छी खबर यह है कि विसरल फैट, सबक्यूटेनियस फैट के मुकाबले जल्दी और आसानी से कम होता है। जीवनशैली में थोड़े बदलाव से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।
- कार्डियो एक्सरसाइज को दें प्राथमिकता:
तेज चलना, दौड़ना, साइकिल चलाना, तैरना जैसी एरोबिक एक्सरसाइज विसरल फैट को जलाने का सबसे कारगर तरीका है। हफ्ते में कम से कम 150 मिनट की मध्यम-तीव्रता वाली एक्सरसाइज जरूर करें। - प्रोटीन और फाइबर युक्त आहार लें:
- शुगर और रिफाइंड कार्ब्स से दूरी बनाएं: सफेद ब्रेड, मैदा, चीनी, मीठे पेय पदार्थ विसरल फैट बढ़ाने के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार हैं।
- प्रोटीन बढ़ाएं: दालें, अंडे, मछली, चिकन, पनीर आदि का सेवन बढ़ाएं। प्रोटीन मेटाबॉलिज्म को तेज करता है और पेट भरा होने का अहसास दिलाता है।
- फाइबर युक्त आहार लें: हरी सब्जियां, फल, साबुत अनाज (ओट्स, ब्राउन राइस) खाएं।
- तनाव प्रबंधन और नींद है जरूरी:
तनाव में शरीर कोर्टिसोल हार्मोन रिलीज करता है, जो सीधे तौर पर पेट के आसपास विसरल फैट को जमा करने के लिए जिम्मेदार है। इसलिए योग, ध्यान और 7-8 घंटे की अच्छी नींद लेना बेहद जरूरी है। - स्ट्रेंथ ट्रेनिंग को न भूलें:
वजन उठाने जैसी एक्सरसाइज मांसपेशियों को बनाती हैं। ज्यादा मांसपेशियां मतलब शरीर का ज्यादा बेसल मेटाबॉलिक रेट, यानी आराम करते समय भी ज्यादा कैलोरी बर्न। हफ्ते में 2-3 दिन स्ट्रेंथ ट्रेनिंज जरूर करें। - शराब का सेवन सीमित करें:
अल्कोहल, खासकर बीयर, को अक्सर “बीयर बेली” का कारण माना जाता है। दरअसल, यह विसरल फैट को तेजी से बढ़ाती है। इसलिए इसके सेवन पर कंट्रोल जरूरी है।
बाहरी दिखावे से आगे देखें
अगर आप पतले हैं, तो यह जरूरी नहीं कि आप स्वस्थ हैं। और अगर आपका वजन ज्यादा है, तो यह जरूरी नहीं कि आप अस्वस्थ हैं। सेहत का सच बाहरी रूप-रंग में नहीं, बल्कि शरीर के अंदर छिपा होता है। अपने BMI पर इतना भरोसा न करें कि अपनी सेहत को लेकर लापरवाह हो जाएं। अपनी कमर के नाप, अपने खान-पान और अपनी दिनचर्या पर नजर रखें। क्योंकि दिल की सेहत का राज़, आपकी कमर के नाप में छिपा है।
FAQs
1. क्या पतले लोगों को दिल की बीमारी हो सकती है?
हां, बिल्कुल। रिसर्च साबित कर चुकी है कि जिन लोगों का BMI सामान्य होता है लेकिन उनके पेट के आसपास विसरल फैट ज्यादा होता है, उन्हें दिल की बीमारी का खतरा उतना ही होता है जितना स्पष्ट रूप से मोटे लोगों को होता है।
2. हिडन फैट की जांच कैसे होती है?
सबसे सटीक जांच MRI या CT स्कैन है, लेकिन यह महंगी है। एक सरल और सस्ता तरीका BIA (Bioelectrical Impedance Analysis) स्केल है, जो बॉडी फैट परसेंटेज बताता है। लेकिन सबसे आसान तरीका अपनी कमर का नाप लेना है।
3. क्या कम उम्र के लोगों में भी हिडन फैट की समस्या हो सकती है?
हां, आजकल की गलत लाइफस्टाइल, जंक फूड, तनाव और शारीरिक सक्रियता की कमी की वजह से 20-30 साल के युवाओं में भी TOFI बॉडी टाइप देखने को मिल रहा है।
4. क्या सिर्फ डाइटिंग से हिडन फैट कम हो सकता है?
डाइटिंग मददगार है, लेकिन अकेले काफी नहीं। विसरल फैट को जलाने के लिए शारीरिक व्यायाम, खासकर कार्डियो, बेहद जरूरी है। डाइट और एक्सरसाइज का कॉम्बिनेशन सबसे बेहतर काम करता है।
5. कौन से फूड विसरल फैट बढ़ाने के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार हैं?
शक्कर युक्त पेय (कोल्ड ड्रिंक, पैक्ड जूस), रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट (मैदा, सफेद ब्रेड, पास्ता), और प्रोसेस्ड फूड विसरल फैट बढ़ाने के मुख्य अपराधी हैं।
6. क्या पेट की एक्सरसाइज (जैसे सिट-अप) से हिडन फैट कम होता है?
नहीं, स्पॉट रिडक्शन (एक जगह की चर्बी घटाना) एक मिथक है। सिट-अप करने से पेट की मांसपेशियां मजबूत होती हैं, लेकिन उसके ऊपर जमी चर्बी सिर्फ पूरे शरीर की कैलोरी बर्न करने (कार्डियो और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग से) से ही कम होगी।
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