Volkswagen Group भारत में अपनी व्यापार रणनीति को पुनर्गठित कर रहा है, जहां नीतिगत बदलाव और बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच नए निवेश पर विचार हो रहा है।
Volkswagen Group की भारत रणनीति में बदलाव, निवेश और प्रतिस्पर्धा पर प्रभाव
Volkswagen Group भारत में करेगा व्यापार का पुनर्गठन
Volkswagen Group, जो भारत में पिछले दो दशक से अधिक समय से कारोबार कर रहा है, ने अपने भारत व्यापार को नया स्वरूप देने का निर्णय लिया है। यह कदम भारत में बढ़ती प्रतिस्पर्धा, नीतिगत बदलावों और लागत दबावों के बीच एक व्यापक पुनर्गठन प्रक्रिया का हिस्सा है।
कंपनी के स्थानीय ब्रांड स्कोडा ऑटो ने भारत में रणनीति का नेतृत्व 2018 से संभाला हुआ है। हाल ही में स्कोडा ऑटो-Volkswagen इंडिया के प्रमुख पीयूष अरोड़ा ने कर्मचारियों को भेजे गए एक आंतरिक मेमो में बताया कि कंपनी ने बाहरी विशेषज्ञों को सिस्टम की समीक्षा के लिए हायर किया है, जो नई सोच और तटस्थ दृष्टिकोण प्रदान करेंगे।
पुनर्गठन प्रक्रिया में विनियामक बदलावों के कारण $1.4 बिलियन के आयात कर दावे का सामना कर रही कंपनी के लिए एक जरूरी कदम है। इसके बावजूद, कंपनी ने भारत में नए तकनीकी निवेशों और निर्माण योजनाओं को बनाए रखने का विकल्प चुना है।
हाल के महीनों में कंपनी के कई वरिष्ठ अधिकारी इस्तीफा दे चुके हैं या कंपनी से अलग हो गए हैं, जिनमें वित्त प्रमुख नलिन जैन, मानव संसाधन प्रमुख सरमा चिल्लारा, और गुणवत्ता प्रबंधन के हेड शृणिवास चक्रवर्ती शामिल हैं। यह परिवर्तन कंपनी के आंतरिक पुनर्गठन और उच्च प्रदर्शन संगठन बनने की प्रक्रिया का हिस्सा बताया गया है।
Skoda Auto Volkswagen इंडिया ने स्पष्ट किया कि भारत का महत्व कंपनी की अंतरराष्ट्रीय योजनाओं में सर्वोच्च है। कंपनी वैश्विक स्तर पर इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) की दिशा में बढ़ रही है और भारत में भी VW की चीन की EV तकनीक के आधार पर निवेश करने की योजना है। स्कोडा मजबूत स्थानीय भागीदार की तलाश में है जो इस बदलाव के साथ तालमेल बैठा सके।
चाहे वह बाजार में हिस्सेदारी की कमी हो या कड़ी प्रतिस्पर्धा, Volkswagen Group का लक्ष्य भारत में अधिक चुस्त और सक्षम संगठन बनना है जो कंपनी को लंबी अवधि में सफल बनाए।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
- Volkswagen Group भारत में क्या बदलाव कर रहा है?
- कंपनी अपने भारत व्यापार का पुनर्गठन कर रही है जिससे बेहतर प्रतिस्पर्धा और लागत नियंत्रण हो सके।
- किन कारकों के कारण यह पुनर्गठन जरूरी हुआ?
- बढ़ती प्रतिस्पर्धा, नीतिगत बदलाव, और $1.4 बिलियन के कर विवाद कारण हैं।
- पुनर्गठन प्रक्रिया में क्या प्रमुख बदलाव हुए हैं?
- वरिष्ठ अधिकारी कंपनी छोड़ चुके हैं, और बाहरी विशेषज्ञों की सहायता ली जा रही है।
- क्या Volkswagen भारत में EV में निवेश करेगा?
- हाँ, VW चीन की EV तकनीक को भारत में अनुकूलित कर निवेश करने की योजना बना रहा है।
- Skoda Auto का भारत में क्या भूमिका है?
- स्कोडा ने 2018 से VW Group की भारत रणनीति का नेतृत्व किया है।
- भारत में Volkswagen की वर्तमान बाजार हिस्सेदारी कितनी है?
- VW और Skoda का कुल मिलाकर लगभग 2% है, जो प्रमुख प्रतियोगियों के मुकाबले कम है।
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