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Satellite Data से Mahasagar के सबसे शक्तिशाली तूफान की लहरें देखीं

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Record-high ocean waves
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Mahasagar में तूफान के दौरान उपग्रहों ने रिकॉर्ड 66 फीट ऊँची लहरें ट्रैक कीं, वैज्ञानिकों को लहरों और जलवायु के संबंध में नई जानकारी मिली।

समुद्री तूफान ‘Eddie’ की लहरें 15,000 मील तक पहुंचीं

दिसंबर 2024 में समुद्र के बीच आए शक्तिशाली तूफान “एडी” ने समुद्री विज्ञान जगत को चौंका दिया। वैज्ञानिकों ने उपग्रहों की मदद से महासागर में लगभग 66 फीट ऊँची लहरों को ट्रैक किया, जो पेरिस के Arc de Triomphe जितनी ऊँची थीं। यह अब तक उपग्रह से मापी गई सबसे ऊँची औसत लहर थी—और तूफानों की शक्ति को समझने में नया अध्याय जोड़ती है।

Mahasagar की लहरें बताती हैं तूफान की ताकत

महासागर की लहरें केवल सतह की हलचल नहीं बल्कि दूर तक यात्रा करने वाले पॉवरफुल संदेशवाहक हैं। वैज्ञानिक बताते हैं ये स्वेल्स (लंबी व स्मूथ लहरें) उस तूफान की शक्ति व आकार के संकेत देती हैं, जिससे वे जन्मी होती हैं—even जब वह हजारों मील दूर हो। एडवांस उपग्रह जैसे SWOT, Sentinel-6, Jason-3, CryoSat व अन्य से मिली जानकारी चार दशकों से ज्यादा डेटा का संकलन है।

तूफान ‘एडी’ की लहरें कहाँ तक पहुँचीं?

तूफान एडी के चरम पर (21 दिसंबर, 2024), लहरें 66 फीट तक पहुँचीं—करीब 15,000 मील तक यात्रा की और 15 दिनों तक समुद्र में ऊर्जा लेकर चलती रहीं। ये उत्तर प्रशांत से निकलकर अंटार्कटिका के पास Drake Passage से होते हुए, जनवरी 2025 तक ट्रॉपिकल अटलांटिक तक पहुंचीं।

समुद्री लहरों की ऊर्जा: नये तथ्य

अब तक माना जाता था कि सबसे लंबी लहरें सामानांतर तौर पर सबसे ज्यादा ऊर्जा ले जाती हैं। यूरोपियन स्पेस एजेंसी की रिपोर्ट से पता चला कि असल ऊर्जा तूफान के प्रमुख पीक वेव्स में होती है, न कि सबसे लंबी स्वेल्स में। लहरों के व्यवहार में समुद्री तल जैसी अन्य भौगोलिक कारक भी प्रभाव डालते हैं।

उपग्रहों से तूफान पूर्वानुमान कैसे बदलेंगे?

नये डेटा से सैटेलाइट मॉडल्स को टेस्ट करना आसान हुआ है। Copernicus Sentinel-6 समेत नवविकसित सैटेलाइट्स समुद्र की ऊँचाई, लहर ताकत और हवा की गति को मापकर, शिपिंग, कोस्टल संरक्षण एवं तूफान पूर्वानुमान को और बेहतर बनाएँगे। SWOT ने छोटे-से-छोटे स्वेल्स भी ट्रैक किए हैं, जिससे वैज्ञानिक भविष्य में तूफानों की समुद्री संरचना का सटीक अध्ययन कर सकेंगे।

जलवायु परिवर्तन और महासागर की लहरें

वैज्ञानिक Fabrice Ardhuin के अनुसार, जलवायु परिवर्तन इन स्पाइक वेव्स का एक कारण हो सकता है, लेकिन अकेला कारण नहीं। दशक में एक बार ऐसे तूफान देखे जाते हैं; अब आगे सटीक डेटा से समुद्र किनारों की सुरक्षा और तूफान की समझ सुधर सकती है।


FAQs:

  1. उपग्रहों ने Mahasagar की सबसे ऊँची लहरें कब और कहाँ ट्रैक कीं?
  2. समुद्री लहरों की ऊर्जा में सबसे बड़ा योगदान किस प्रकार की लहरों का होता है?
  3. क्या क्लाइमेट चेंज इन लहरों को प्रभावित करता है?
  4. उपग्रह डेटा का उपयोग किन-किन क्षेत्रों में किया जा सकता है?
  5. SWOT और Sentinel-6 जैसे सैटेलाइट्स कैसे काम करते हैं?
  6. ऐसी विशाल लहरें कितने समय तक यात्रा कर सकती हैं?
  7. क्या ये शोध कोस्टल डिफेन्स को बेहतर बनाएँगे?

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