चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में विशेष सघन संशोधन को लेकर TMC प्रतिनिधिमंडल को 28 नवंबर को चर्चा के लिए बुलाया है।
पश्चिम बंगाल की वोटर सूची संशोधन पर चुनाव आयोग और TMC के बीच बैठक
भारतीय चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में चल रही विशेष सघन संशोधन (SIR) प्रक्रिया को लेकर त्रिणमूल कांग्रेस (TMC) के प्रतिनिधिमंडल को 28 नवंबर को चर्चा के लिए आमंत्रित किया है। यह कदम मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी पार्टी की SIR के खिलाफ जारी प्रबल विरोध और आरोपों के बीच आया है।
चुनाव आयोग ने TMC अध्यक्ष ममता बनर्जी को लिखा गया पत्र भेजकर डेरक ओ’ब्रायन की बैठक के लिए अनुरोध स्वीकार करते हुए कहा है कि आयोग राजनीतिक पार्टियों के साथ रचनात्मक संवाद के लिए सदैव तैयार रहता है।
बैठक निरवाचन सदन नई दिल्ली में सुबह 11 बजे निर्धारित की गई है। पार्टी से कहा गया है कि वे अपने प्रतिनिधियों के नामों और वाहनों के विवरण आयोग के आधिकारिक ईमेल पर भेजें ताकि व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किया जा सके।
TMC ने SIR प्रक्रिया को राजनीतिक रूप से प्रेरित करार देते हुए “Silent Invisible Rigging (SIR)” का आरोप लगाया है। पार्टी का दावा है कि असली वोटरों, खासकर अल्पसंख्यकों और बंगाली प्रवासियों को निशाना बनाया जा रहा है।
ममता बनर्जी और उनके पुत्र अभिषेक बनर्जी ने इस चुनावी संशोधन को SIR नाम देते हुए इसे एक गुप्त मनगढ़ंत दांव बताया है।
पार्टी ने SIR को बूथ स्तर अधिकारी (BLO) और आम नागरिकों की मौतों से जोड़ा है, जिससे अत्यधिक कार्यभार और दबाव की शिकायतें हैं। TMC ने SIR को तत्काल रोकने और चुनाव आयोग से जिम्मेदारी लेने की मांग की है।
दूसरी ओर, भाजपा नेता और विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने मुख्य चुनाव आयुक्त ग्यानेश कुमार को पत्र लिखकर राज्य सरकार के चुनावी पदाधिकारियों के पक्षपात का आरोप लगाया है।
अधिकारी ने विशाख ने कहा कि पुलिस की एक महिला कांस्टेबल सम्मेलन को टीएमसी का राजनीतिक मंच बनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि कई मंत्री, विधायक और पार्टी अधिकारी भी इसमें शामिल थे।
सुवेंदु अधिकारी ने SIR से जुड़े विधानसभाई क्षेत्र में “चुनावी धांधली” की बात कही है जिसमें मतदाता सूची में मनगढ़ंत डेटा शामिल करने, डाक मतपत्र की दुरुपयोग और पुलिस वेलफेयर समिति के सदस्यों की सांठगांठ जैसी गंभीर शिकायतें हैं।
उन्होंने चुनाव आयोग से अनुरोध किया है कि 2026 के चुनावों में पश्चिम बंगाल पुलिस को प्राथमिक चुनावी ज़िम्मेदारियों से दूर किया जाए, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों को तैनात किया जाए, और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
पश्चिम बंगाल के साथ-साथ अन्य 11 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में भी 2026 विधानसभा चुनाव के पूर्व SIR की प्रक्रिया चल रही है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
- चुनाव आयोग ने किसे बैठक के लिए बुलाया?
TMC प्रतिनिधिमंडल को। - बैठक कब और कहाँ होगी?
28 नवंबर को निरवाचन सदन, नई दिल्ली में। - TMC का SIR को लेकर क्या आरोप है?
इसे राजनीतिक साजिश और ‘Silent Invisible Rigging’ बताया। - विपक्ष नेता सुवेंदु अधिकारी ने क्या कहा?
राज्य सरकार पर पक्षपात का आरोप और चुनाव आयोग से सुरक्षा बलों के हस्तांतरण की मांग। - SIR प्रक्रिया कब तक चलेगी?
2026 विधानसभा चुनाव तक।
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