Pankaj Dheer वह चेहरा थे जिन्होंने महाभारत के ‘कर्ण’ को अमर बना दिया। जानें इस लीजेंडरी एक्टर के जीवन, करियर और बॉलीवुड के क्लासिक खलनायक के रूप में उनके सफर के बारे में सबकुछ।
महाभारत के कर्ण और Bollywood के मशहूर Villain Pankaj Dheer का सफर
Pankaj Dheer: वो अभिनेता जिसने महाभारत के ‘कर्ण’ को दिलों में अमर कर दिया
भारतीय टेलीविजन के इतिहास में बी.आर. चोपड़ा की ‘महाभारत’ एक ऐसा महाकाव्य है जिसने न सिर्फ टीआरपी के सारे रिकॉर्ड तोड़े, बल्कि दर्शकों के दिलों पर भी राज किया। इस शो ने कई किरदारों को इतना पॉपुलर बना दिया कि आज भी उन्हें उनके असली नाम से नहीं, बल्कि उनके किरदार के नाम से जाना जाता है। ऐसे ही एक किरदार थे ‘कर्ण’ और इस भूमिका को जीवंत करने वाले अभिनेता थे पंकज धीर।
अगर आपने महाभारत देखी है, तो कर्ण का दर्द, उसकी नियति के प्रति लाचारी और उसकी दानवीरता आपको जरूर याद होगी। पंकज धीर ने इस जटिल किरदार में ऐसी जान फूंकी कि वह हमेशा के लिए अमर हो गया। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पंकज धीर सिर्फ महाभारत के कर्ण ही नहीं, बल्कि बॉलीवुड की कई हिट फिल्मों के मशहूर खलनायक भी थे? आइए आज याद करते हैं इस महान अभिनेता और उनके अद्भुत अभिनय सफर को।
Pankaj Dheer: प्रारंभिक जीवन और परिवार
Pankaj Dheer का जन्म 4 नवंबर, 1954 को हुआ था। उनके पिता, कुंदन कुमार साहनी, एक जाने-माने फिल्म निर्देशक और निर्माता थे। इस तरह, पंकज धीर को अभिनय और फिल्म निर्माण की दुनिया विरासत में मिली थी। हालांकि, उन्होंने अपनी पहचान खुद बनाई और अपने दम पर सफलता की सीढ़ियां चढ़ीं।
उनकी शादी प्रीति धीर से हुई थी और उनके एक बेटा है, जिसका नाम कुंदन धीर है। दिलचस्प बात यह है कि उनके भाई, महेंद्र धीर, भी टेलीविजन और फिल्म इंडस्ट्री में एक जाना-माना नाम हैं और उन्होंने कई लोकप्रिय टीवी शोज डायरेक्ट किए हैं।
अभिनय सफर: ‘महाभारत’ के कर्ण से मिली अमर पहचान
Pankaj Dheerने अपने करियर की शुरुआत फिल्मों से की, लेकिन उन्हें असली पहचान और देशव्यापी प्रसिद्धि 1988 में शुरू हुए धारावाहिक ‘महाभारत’ से मिली।
- कर्ण का किरदार: बी.आर. चोपड़ा की महाभारत में पंकज धीर ने कर्ण की भूमिका निभाई। कर्ण का किरदार महाभारत के सबसे जटिल और दुखद पात्रों में से एक है। एक ऐसा योद्धा जो जन्म से ही राजकुमार था, लेकिन एक सारथी के घर पला-बढ़ा। पंकज धीर ने कर्ण के अंदर के दर्द, उसकी गरिमा, उसकी निष्ठा और उसकी त्रासदी को इतने प्रभावशाली ढंग से पेश किया कि दर्शक आज भी उन्हें उसी भूमिका में याद करते हैं। उनका डायलॉग डिलीवरी और आवाज का जादू दर्शकों के सिर चढ़कर बोलता था।
- टेलीविजन पर अन्य भूमिकाएं: महाभारत के बाद, पंकज धीर ने कई अन्य टीवी धारावाहिकों में भी काम किया। उन्होंने ‘विक्रम और बेताल’, ‘जय हनुमान’, और ‘हतिम’ जैसे शोज़ में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाईं, जिससे वह बच्चों और युवाओं के बीच भी काफी पॉपुलर हुए।
बॉलीवुड में एक खलनायक के रूप में पहचान
महाभारत से पहले और बाद में भी, पंकज धीर बॉलीवुड में एक प्रमुख खलनायक और सहायक अभिनेता के रूप में सक्रिय रहे। उनकी some of the most memorable films में शामिल हैं:
- नसीब (1981): इस फिल्म में उन्होंने एक नेगेटिव रोल निभाया था, जिसने उन्हें एक ‘विलेन’ के तौर पर स्थापित किया।
- उत्सव (1984): गिरीश कर्नाड की इस critically acclaimed फिल्म में भी उन्होंने एक भूमिका निभाई।
- मेरा दोस्त मेरा दुश्मन (1984): इस फिल्म में उनका खलनायकी रोल काफी पॉपुलर हुआ।
- मृत्युदाता (1985) और लोहा (1987): इन एक्शन फिल्मों में भी उन्होंने अहम भूमिकाएं निभाईं।
उनकी मजबूत आवाज और भव्य व्यक्तित्व ने उन्हें स्क्रीन पर एक डरावने और प्रभावशाली खलनायक के रूप में पेश किया। हालांकि महाभारत के बाद, उनकी पहचान मुख्य रूप से कर्ण के रूप में ही बन गई।
निधन और विरासत
दुखद बात यह है कि 19 जनवरी, 2018 को पंकज धीर का 63 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्हें दिल का दौरा पड़ा था। उनके निधन की खबर ने पूरे टेलीविजन और फिल्म उद्योग को सदमे में डाल दिया। उनके अंतिम संस्कार में उनके परिवार, दोस्तों और इंडस्ट्री के कई सहयोगियों ने हिस्सा लिया।
Pankaj Dheerर की विरासत आज भी जिंदा है। आज भी, जब भी महाभारत का रीरन या कोई क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल होता है, दर्शक पंकज धीर के अभिनय की तारीफ किए बिना नहीं रह पाते। उन्होंने कर्ण के किरदार को एक ऐसी जीवंतता दी, जिसने उसे एक पौराणिक चरित्र से आगे बढ़कर एक ऐसा इंसान बना दिया, जिसके दर्द और संघर्ष को हर कोई महसूस कर सकता था।
Pankaj Dheer एक ऐसे सशक्त अभिनेता थे जिन्होंने अपनी कला से दर्शकों के दिलों पर एक अमिट छाप छोड़ी। चाहे वह बॉलीवुड का खलनायक हो या महाभारत का दानवीर कर्ण, उन्होंने हर भूमिका में अपनी एक अलग ही पहचान बनाई। वह उन चुनिंदा कलाकारों में शामिल हैं, जिनका काम उनके जाने के बाद भी उन्हें हमेशा जिंदा रखेगा। आज भी, नई पीढ़ी के दर्शक जब महाभारत देखते हैं, तो पंकज धीर के अभिनय से प्रभावित हुए बिना नहीं रह पाते। यही किसी भी कलाकार की सबसे बड़ी विरासत होती है।
FAQs
1. Pankaj Dheer की मृत्यु कब और कैसे हुई?
पंकज धीर का निधन 19 जनवरी, 2018 को दिल का दौरा पड़ने से हुआ था। उस समय उनकी उम्र 63 वर्ष थी
2. क्या पंकज धीर का कोई बेटा भी एक्टिंग करता है?
जी हां, पंकज धीर के बेटे का नाम कुंदन धीर है। कुंदन धीर भी एक अभिनेता हैं और उन्होंने ‘सूर्य – द सॉल्जर’, ‘हंसबलि’ और ‘श्री’ जैसे टीवी शोज़ में काम किया है।
3. पंकज धीर ने महाभारत के अलावा और कौन-से टीवी शो किए?
पंकज धीर ने महाभारत के बाद ‘विक्रम और बेताल’, ‘जय हनुमान’, ‘हतिम’, ‘सूर्य-द सॉल्जर’ और ‘चंद्रकांता’ जैसे कई लोकप्रिय टीवी शोज़ में भी काम किया।
4. क्या पंकज धीर ने कोई फिल्में भी की थीं?
हां, पंकज धीर ने महाभारत से पहले और बाद में कई बॉलीवुड फिल्मों में काम किया। वह मुख्य रूप से खलनायक की भूमिकाओं के लिए जाने जाते थे। उनकी प्रमुख फिल्मों में ‘नसीब’, ‘मेरा दोस्त मेरा दुश्मन’, ‘मृत्युदाता’ और ‘लोहा’ शामिल हैं।
5. पंकज धीर के भाई कौन हैं?
पंकज धीर के भाई महेंद्र धीर हैं, जो एक प्रसिद्ध टेलीविजन और फिल्म निर्देशक हैं। उन्होंने ‘हतिम’, ‘जय हनुमान’ और ‘चंद्रकांता’ जैसे कई सफल टीवी शो डायरेक्ट किए हैं।
6. क्या Pankaj Dheer ने कभी कोई लीड रोल भी प्ले किया था?
पंकज धीर मुख्य रूप से सहायक भूमिकाओं और खलनायक की भूमिकाओं के लिए जाने जाते थे। हालांकि, टेलीविजन पर महाभारत में कर्ण का रोल एक लीडिंग सहायक भूमिका (leading supporting role) थी, जो उनके करियर की सबसे प्रमुख और यादगार भूमिका बन गई।
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