भारत में सस्ती हाउसिंग की मांग में गिरावट क्यों आ रही है? स्थान, गुणवत्ता, कनेक्टिविटी समस्याओं के चलते उपभोक्ता असंतोष और बाज़ार की बदलती दिशा पर 2025 का विश्लेषण।
भारत में सस्ती हाउसिंग की मांग क्यों घट रही है? 2025 में बदलते बाजार की गहराई से जांच
भारत में सस्ती हाउसिंग एक समय शहरी परिवारों के लिए घर खरीदने का सबसे भरोसेमंद रास्ता थी। लेकिन 2025 में इस सेगमेंट में मांग धीरे-धीरे कम होती जा रही है, जिससे यह सवाल खड़ा हो गया है कि क्या बजट-फ्रेंडली होम्स अब उपभोक्ताओं की आवश्यकताओं को पूरा नहीं कर पा रहे। इस लेख में हम सस्ती हाउसिंग की मांग में गिरावट के पीछे प्रमुख कारणों का विश्लेषण करेंगे और जानेंगे कि बाजार में यह कैसे बदलाव ला रहा है।
1. सस्ती हाउसिंग के प्रति बढ़ती असंतुष्टि
- एनारॉक के समूह अध्यक्ष अनुज पुरी के अनुसार, लगभग 62% बजट-होम खरीदार वर्तमान में उपलब्ध परियोजनाओं से नाखुश हैं।
- असंतुष्टि के मुख्य कारणों में खराब लोकेशन, कमजोर कनेक्टिविटी, निम्न निर्माण गुणवत्ता और खराब डिज़ाइन शामिल हैं।
- खरीदारों की 92% से अधिक ने कार्यस्थल, स्कूल और आवश्यक सेवाओं तक पहुंच को चुनौती बताया है।
2. लोकेशन संबंधी बड़ी समस्याएं
- लगभग आधे (47%) खरीदारों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं तक खराब पहुंच सबसे बड़ी परेशानी है।
- कार्यस्थल तक असुविधाजनक कनेक्टिविटी को 64% खरीदार परेशान बताते हैं।
- सुरक्षा की चिंता भी 50% से ज्यादा लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा बनी हुई है।
- मनोरंजन सुविधाएं और खरीदारी क्षेत्रों की उपलब्द्धता भी असंतोषजनक मानी गई।
- स्कूल और कॉलेज पहुँच के मामले में केवल 15% खरीदार पूरी तरह संतुष्ट हैं।
3. बाजार की बदलती तस्वीर: प्रीमियम बनाम बजट होम्स
- आरपीएस ग्रुप के निदेशक अमन गुप्ता के अनुसार, सस्ती हाउसिंग धीरे-धीरे भारत के हाउसिंग बाजार में अपनी जगह खो रही है।
- सरकारी योजनाएं मध्यवर्ग को लक्षित करती हैं, लेकिन नए प्रोजेक्ट्स में बजट होम्स की संख्या कम हो रही है।
- वहीं, लक्ज़री और प्रीमियम होम्स तेजी से बढ़ रहे हैं, खासकर उच्च नेट-वर्थ इन्वेस्टर और प्रवासी भारतीयों के बीच।
4. शहरी परिवारों की दुविधा
- शहरी परिवारों के लिए ऐसे घर ढूँढना मुश्किल हो गया है, जो बजट में हो और साथ में कनेक्टिविटी, सुरक्षा और रहने के लिए पर्याप्त सुविधाएं दें।
- सस्ते प्रोजेक्ट्स में लोकेशन और गुणवत्ताओं में कमी तो है, पर प्रीमियम घर आम परिवार की पहुंच से दूर हैं।
- इस असंतुलन के कारण बहुत से परिवारों का घर खरीदने का सपना अधूरा रह सकता है।
5. विशेषज्ञों के समाधान और सुझाव
- डेवलपर्स को लोकेशन, निर्माण गुणवत्ता और डिज़ाइन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
- पार्किंग, कनेक्टिविटी, सुरक्षा और आवासीय सेवाओं जैसी मूलभूत जरूरतों को प्राथमिकता देनी चाहिए।
- सरकार को बजट हाउसिंग के लिए बेहतर नक्शा योजनाएं और वित्तीय सहायता देनी चाहिए।
- सामुदायिक सुविधाओं और रिकॉर्ड्ड पब्लिक ट्रांसपोर्ट सेक्टर का विकास आवश्यक है।
FAQs:
- भारत में सस्ती हाउसिंग की मांग घटने के पीछे क्या मुख्य कारण हैं?
- लोकेशन से जुड़ी समस्याएं खरीदारों को कैसे प्रभावित करती हैं?
- क्या सस्ते होम्स की तुलना में लक्ज़री घरों की मांग बेहतर है?
- बजट-होम डेवलपर्स क्या सुधार कर सकते हैं?
- सरकारी योजनाएं क्या प्रभाव डाल रही हैं?
- सामान्य घरेलू परिवार अपने बजट में बेहतर घर कैसे तलाश सकते हैं?
- भविष्य में भारत में सस्ती हाउसिंग का क्या हाल हो सकता है?
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