नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में हुए विकास को पिछड़ा बताने के गृह मंत्री अमित शाह के दावे को झूठ का पुलिंदा कहा हैं। ममता ने कहा कि वह संशोधित नागरिकता कानून, एनपीआर और एनआरसी का विरोध करती रहेंगी। साथ ही वह बंगाल में सीएए लागू नही होने देंगी।
ममता ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा, “जीसस क्राइस्ट का जन्मदिन राष्ट्रीय अवकाश के रूप में क्यों नहीं मनाया जा सकता ? भाजपा सरकार ने इसे वापस क्यों ले लिया? भावनाएं सभी की होती हैं।”
अब ऐसे में सवाल उठता है कि बंगाल में सियासत कैसे राजनीतिक रूप लेती जा रही है और सीएए, एनआरसी, एऩपीआर से देश में रह रहें लोगों की नागरिकता कैसे चली जायेगी?
आज इसी मुद्दे पर चर्चा देखिए
https://youtu.be/gjVxVuEUK6A
Leave a comment