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यमन तट के पास MV Falcon में विस्फोट: 23 भारतीय नाविकों की बहादुरी से बचाई गई जान

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MV Falcon explosion
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यमन तट के पास MV Falcon LPG टैंकर में हुए विस्फोट के बाद 23 भारतीय नाविकों को बचाया गया। हादसे के कारणों की जांच जारी है, जबकि हौथी हमले की आशंका को नकारा गया है।

LPG टैंकर हादसा यमन के पास – “एक कदम मौत से दूर”: 23 भारतीय क्रू सुरक्षित

18 अक्टूबर 2025 की सुबह, यमन के तट से लगभग 113 नॉटिकल मील दक्षिण-पूर्व में स्थित अरब सागर का शांत जल अचानक आग और धुएँ में बदल गया।
MV Falcon, जो कैमरून ध्वज वाला एक LPG टैंकर था, में भीषण विस्फोट हुआ और जहाज का करीब 15 प्रतिशत हिस्सा आग की लपटों में घिर गया।
इस हादसे में सवार 24 क्रू में से 23 भारतीय नागरिकों को EU Naval Force Aspides के बहादुर जवानों ने बचाया।

हालाँकि दो नाविक अब भी लापता हैं और एक व्यक्ति आखिरी अपडेट तक जहाज पर ही मौजूद बताया गया।
इस हादसे ने न केवल समुद्री सुरक्षा बल्कि भारतीय नाविकों की हिम्मत और अंतरराष्ट्रीय सहयोग की मिसाल पेश की है।


हादसे की पूरी टाइमलाइन

समय (UTC)घटना का विवरण
07:00MV Falcon में विस्फोट हुआ जब जहाज ओमान के सोहर पोर्ट से जिबूती की ओर जा रहा था।
07:15जहाज से रेडियो मैसेज भेजा गया – “Preparing to abandon ship” (जहाज छोड़ने की तैयारी)।
07:30आग तेज़ी से फैलने लगी, 15% हिस्सा जलने लगा।
08:00EU Naval Force Operation Aspides ने तुरंत रेस्क्यू मिशन लॉन्च किया।
09:0023 भारतीय नाविकों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
10:30जहाज को “navigational hazard” घोषित किया गया – यानी समुद्री मार्ग में खतरा।

कैसे हुआ विस्फोट?

ब्रिटिश सुरक्षा फर्म Ambrey के अनुसार, प्रारंभिक संकेत बताते हैं कि विस्फोट तकनीकी या आकस्मिक (accidental) था।
जहाज LPG (Liquefied Petroleum Gas) से पूरा भरा हुआ था, और संभव है कि किसी प्रेशर वाल्व या गैस पाइपलाइन में लीकेज के कारण आग भड़की हो।

हालाँकि, फिलहाल यूरोपीय और यमनी अधिकारी मिलकर जांच कर रहे हैं ताकि यह स्पष्ट हो सके कि क्या यह मानव त्रुटि थी या मशीनरी फेल्योर।


हौथी हमले की अटकलों पर विराम

इस क्षेत्र में यमन के हौथी विद्रोही समूह अक्सर वाणिज्यिक जहाजों को निशाना बनाते हैं।
इसी वजह से जब MV Falcon में विस्फोट हुआ, तो मीडिया में तुरंत यह अटकलें शुरू हो गईं कि शायद यह हमला था।

लेकिन, हौथी प्रवक्ता ने दुर्लभ बयान जारी करते हुए कहा —

“हमारा इस घटना से कोई संबंध नहीं है। यह हमले का परिणाम नहीं है।”

यह बयान उस समय आया जब अंतरराष्ट्रीय तनाव अपने चरम पर है, खासकर Red Sea corridor में जहाजों पर लगातार हमलों के बाद।


रेस्क्यू ऑपरेशन: एक मिसाल

EU Naval Force Operation Aspides ने कुछ ही घंटों में अपना बचाव मिशन शुरू किया।
तेज़ लहरों और बढ़ती आग के बावजूद, नौसेना के जवानों ने अद्भुत समन्वय दिखाया।

“Rescue in flames” नामक इस अभियान में हेलिकॉप्टरों और फास्ट रेस्क्यू बोट्स का प्रयोग किया गया।
भारतीय नाविकों को सुरक्षित जहाज पर लाने के बाद तत्काल चिकित्सा सहायता दी गई।

एक भारतीय नाविक ने बाद में बताया —

“आग इतनी तेज़ थी कि लगा अब शायद बचना मुश्किल है। लेकिन EU फोर्स के जवान हमारे लिए फरिश्ते बनकर आए।”


MV Falcon: एक तकनीकी परिचय

विशिष्टताविवरण
ध्वज (Flag)कैमरून
प्रकारLPG टैंकर
लंबाईलगभग 230 मीटर
लोडिंग क्षमतापूर्ण रूप से LPG से भरा हुआ
यात्रा मार्गओमान (Sohar Port) → जिबूती
क्रू सदस्य24 (सभी भारतीय नागरिक)

यह टैंकर आधुनिक गैस परिवहन तकनीक से सुसज्जित था, जिसमें चार मुख्य गैस टैंक और उन्नत प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम शामिल थे।
फिर भी, हादसे से यह साफ़ है कि maritime safety standards में सुधार की गुंजाइश अब भी बाकी है।


क्षेत्रीय तनाव और वैश्विक प्रभाव

यह हादसा ऐसे समय में हुआ जब यमन और लाल सागर क्षेत्र पहले से ही सुरक्षा संकट से जूझ रहे हैं।
हौथी विद्रोही, जो फिलिस्तीन के समर्थन में इज़राइल के सहयोगी देशों के जहाजों को निशाना बनाते हैं, लगातार समुद्री मार्गों में अवरोध पैदा कर रहे हैं।

MV Falcon हादसे के बाद, कई शिपिंग कंपनियों ने अपने जहाजों के मार्ग अस्थायी रूप से बदल दिए हैं ताकि Gulf of Aden corridor से दूरी रखी जा सके।


🔹 भारतीय दृष्टिकोण

भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) ने तुरंत स्थिति की निगरानी शुरू की और पुष्टि की कि सभी 23 भारतीय नागरिक सुरक्षित हैं।
भारत ने EU Naval Force और स्थानीय प्रशासन को उनकी त्वरित सहायता के लिए धन्यवाद दिया।

MEA के एक अधिकारी ने कहा —

“हम अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर स्तर पर समन्वय कर रहे हैं। बचाव कार्य में लगे सभी दलों का आभार।”


🔹 भविष्य के लिए सबक

यह हादसा याद दिलाता है कि LPG जैसे अत्यधिक ज्वलनशील पदार्थों का समुद्री परिवहन हमेशा जोखिम भरा होता है।
विश्वभर में समुद्री विशेषज्ञ अब “Automatic Fire Suppression Systems” और “Thermal Leak Detection” तकनीकों को अपडेट करने पर जोर दे रहे हैं।


MV Falcon हादसा न सिर्फ एक समुद्री दुर्घटना है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय सहयोग, मानव साहस और तकनीकी सतर्कता का उदाहरण भी है।
जहाँ एक ओर भारतीय नाविकों की हिम्मत प्रेरणादायक रही, वहीं इस घटना ने वैश्विक स्तर पर समुद्री सुरक्षा मानकों पर नए सवाल खड़े किए हैं।


FAQs

1. MV Falcon टैंकर कहाँ से कहाँ जा रहा था?
यह टैंकर ओमान के सोहर पोर्ट से जिबूती जा रहा था।

2. क्या विस्फोट किसी आतंकी हमले के कारण हुआ?
नहीं, प्रारंभिक जांच में यह विस्फोट आकस्मिक (accidental) बताया गया है।

3. कितने भारतीय नाविक इसमें शामिल थे?
कुल 24 भारतीय क्रू सदस्य थे, जिनमें से 23 को बचा लिया गया।

4. रेस्क्यू ऑपरेशन किसने किया?
EU Naval Force Operation Aspides ने रेस्क्यू मिशन संचालित किया।

5. क्या जहाज अभी भी समुद्र में खतरा बना हुआ है?
हाँ, जहाज को ‘navigational hazard’ घोषित किया गया है और एक निजी कंपनी अब salvage कार्य कर रही है।

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