22 वर्ष की उम्र में दो भारतीय-अमेरिकी उद्यमी AI स्टार्टअप Mercor के सह-संस्थापक बन कर सेल्फ-मेड अरबपति बने।
AI क्षेत्र में युवाओं की धमाकेदार सफलता, 22 साल की उम्र में बिलियनेयर बने तीन मित्र
दो 22 वर्षीय भारतीय-अमेरिकी उद्यमी बने दुनिया के सबसे कम उम्र के सेल्फ-मेड अरबपति
22 वर्ष की उम्र में, संडिएगो बेस्ड AI स्टार्टअप Mercor के सह-संस्थापक Brendan Foody, Adarsh Hiremath और Surya Midha ने इतिहास रच दिया है, जब वे दुनिया के सबसे कम उम्र के सेल्फ-मेड अरबपति बने। इस उपलब्धि ने मार्क जुकरबर्ग के 23 वर्ष की उम्र में अरबपति बनने के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया।
Mercor एक उभरता हुआ AI क्षेत्र में कार्यरत स्टार्टअप है, जो वैश्विक AI लैब्स को कुशल मानव विशेषज्ञों से जोड़ने का काम करता है। यह ‘human-in-the-loop’ मॉडल के माध्यम से ट्रेनिंग डेटा, एनोटेशन सेवाएं और प्रतिभा प्रदान करता है, जो जनरेटिव AI सिस्टम के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
इस स्टार्टअप ने अपनी नवीनता और तीव्र विकास के कारण हाल ही में $350 मिलियन का फंडिंग राउंड पूरा किया, जिससे Mercor का मूल्य लगभग $10 बिलियन पहुंच गया। Brendan Foody CEO के रूप में कार्यरत हैं, जबकि भारतीय मूल के Hiremath CTO और Midha बोर्ड के चेयर हैं।
ब्रेनडन, आदर्श और सुर्य ने स्कूल के दिनों में बीलार्माइन कॉलेज प्रिपरेटरी, सैन जोस में एक-साथ पढ़ाई की, जहां वे एक-दूसरे से मिले और बहस टीम में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। आदर्श ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी छोड़कर पूरी तरह से Mercor में काम करना शुरू किया।
यह उपलब्धि दिखाती है कि कैसे AI-सम्बंधित बाजारों में तेजी से मूल्य निर्माण होता है, खासतौर पर जब संस्थापक वैश्विक स्तर पर काम करते हैं और लगन से नए रुझानों को अपनाते हैं। यह दक्षिण एशियाई प्रवासियों की तकनीकी उद्यमिता में बढ़ती भूमिका को भी उजागर करता है।
FAQs
- Mercor क्या है और यह किस क्षेत्र में काम करता है?
Mercor एक AI स्टार्टअप है जो AI लैब्स को मानव विशेषज्ञों से जोड़ता है। - सबसे कम उम्र के सेल्फ-मेड अरबपति कौन बने?
Brendan Foody, Adarsh Hiremath और Surya Midha, जो 22 वर्ष के हैं। - Mercor की हाल की फंडिंग और वैल्यूएशन क्या है?
इसने $350 मिलियन जुटाए हैं और इसका मूल्य लगभग $10 बिलियन है। - संस्थापकों की शिक्षा और पृष्ठभूमि क्या है?
वे बीलार्माइन कॉलेज प्रिपरेटरी के छात्र थे, आदर्श ने हार्वर्ड छोड़कर स्टार्टअप में पूर्ण समय दिया। - इस सफलता का वैश्विक तकनीकी क्षेत्र पर क्या प्रभाव होगा?
यह स्टार्टअप और संस्थापक AI तकनीक के क्षेत्र में वैश्विक प्रभाव डाल रहे हैं, जो तेजी से बढ़ रहा है। 
                                                                        
                            
                            
                                
				                
				            
						            
						            
						            
 
			        
 
			        
 
			        
 
			        
				            
				            
				            
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