HAL Chief DK Sunil का कहना है कि GE इंजन की आपूर्ति में सुधार हो रहा है और Tejas Mk-1A का उत्पादन अगले वित्त वर्ष में बढ़ेगा।
Tejas Mk-1A के लिए GE इंजन की आपूर्ति में तेजी, HAL का प्रोडक्शन 2027 तक रैंप अप होगा
हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. डी.के. सुनील ने कहा है कि अमेरिका स्थित जनरल इलेक्ट्रिक (GE) एजेंसी अब भारत के indigenous Tejas फाइटर जेट के लिए इंजन आपूर्ति में तेज़ी ला रही है। इससे Tejas Mk-1A जेट का उत्पादन आगामी वित्त वर्ष में बढ़ाने की उम्मीद है।
GE इंजन आपूर्ति का वर्तमान हाल
- GE ने मौजूदा वित्त वर्ष के अंत तक 12 इंजन सप्लाई करने का वादा किया है।
- इस साल अब तक HAL को 10 इंजन मिल चुके हैं, शेष मार्च तक मिज़ान होगा।
- सुनील ने बताया कि आपूर्ति श्रृंखला में आ रही समस्याएं हद तक दूर हो गई हैं।
Tejas उत्पादन में प्रगति
- HAL ने अपनी 10वीं Tejas विमान बना ली है और 11वीं विमान तैयार है।
- उत्पादन में अब तेजी आएगी और अगले साल 20 इंजन की सप्लाई सुनिश्चित की गई है।
- रक्षा मंत्रालय ने हाल ही में 62,370 करोड़ रुपये के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें IAF के लिए 97 Light Combat Aircraft (LCA) Mk-1A शामिल हैं।
आत्मनिर्भर भारत और स्थानीय उत्पादन
- Mk-1A संस्करण में 64% से अधिक देशी सामग्री का उपयोग होगा।
- इसके साथ मॉडल में 67 नए उपादान जोड़े गए हैं, जो इससे पहले के वर्जन में नहीं थे।
- इस कार्यक्रम के तहत लगभग 105 भारतीय कंपनियां HAL सप्लाई चेन में शामिल होंगी।
- उत्पादन और विकास से प्रति वर्ष लगभग 11,750 सीधे और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होंगे।
महत्त्वपूर्ण पहल
- ऑर्डर रक्षा अधिग्रहण प्रक्रिया 2020 के ‘Buy (India-IDDM)’ कैटेगरी के तहत आता है।
- Tejas Mk-1A भारतीय वायु सेना की क्षमता में अभूतपूर्व वृद्धि करेगा और आयात पर निर्भरता घटाएगा।
HAL प्रमुख डीके सुनील के बयान के अनुसार, GE इंजन की आपूर्ति में सुधार और रक्षा मंत्रालय का बड़ा ऑर्डर भारतीय सैन्य विमानन क्षेत्र के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन है। यह ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो भारत को वैश्विक सैन्य उत्पादन हब बनने में मदद करेगा।
(FAQs)
- GE ने HAL को कितने इंजन सप्लाई करने हैं?
- चालू वित्त वर्ष में 12 इंजन।
- HAL ने अब तक कितने Tejas विमान बनाए हैं?
- 10 पूरी तरह बने, 11वां रोलआउट के लिए तैयार।
- नया Tejas Mk-1A संस्करण क्या खास है?
- 64% से अधिक देशी सामग्री, 67 नए घटक।
- रक्षा मंत्रालय का हालिया अनुबंध क्या है?
- ₹62,370 करोड़ का 97 Tejas Mk-1A विमान का ऑर्डर।
- इस परियोजना से कितने रोजगार बनेंगे?
- अनुमानित 11,750 प्रतिवर्ष।
- Tejas Mk-1A भारतीय वायु सेना के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?
- वायु सेना की क्षमता बढ़ाना और आयात पर निर्भरता कम करना।
Leave a comment