साहित्यिक एकता और सांस्कृतिक समरसता का सशक्त संदेश
हजारीबाग । बुधवार को दारुल हिकमत लाइब्रेरी, गैलेक्सी हाई स्कूल के निकट, साहित्यिक वातावरण में झारखंड राज्य साहित्य संगम की हजारीबाग जिला समिति का विधिवत गठन किया गया। इस अवसर पर राज्य अध्यक्ष कफ़िलुर रहमान की गरिमामयी अध्यक्षता में बैठक संपन्न हुई।
कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना एवं दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। तत्पश्चात साहित्य संगम के संस्थापक डॉ. अमीन रहबर ने विषय प्रवेश कराते हुए कहा कि “साहित्य समाज का दर्पण है, जो विविधता में एकता का संदेश देता है।” उन्होंने गंगा-जमुनी तहज़ीब और झारखंड की सांस्कृतिक अस्मिता को सशक्त करने में साहित्य संगम की भूमिका को रेखांकित किया।
साहित्य संगम के संरक्षक डॉ. वासुदेव प्रसाद ने अपने आशीर्वचन में कहा कि “साहित्यिक चेतना समाज में संवाद और संवेदना का सेतु बनती है।”
इस अवसर पर हजारीबाग जिला समिति के पदाधिकारियों का चयन सर्वसम्मति से किया गया –
संरक्षक : प्रो. जैन रामिश, नटखट अज़ीमाबादी, रतन वर्मा
अध्यक्ष : डॉ. जकी उल्लाह मिस्बाही
उपाध्यक्ष : मो. साजिद
सचिव : डॉ. हैदर अली
उप सचिव : मो. शाबीर
कोषाध्यक्ष : वसीम अनवर गिलानी
प्रवक्ता : राज़ी अबुज़र एवं आशिफ अंसारी
मीडिया प्रभारी : अनवर फिदवी
बैठक में प्रदेश महासचिव डॉ. ओम प्रकाश ने संगठन की भावी योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि “साहित्य संगम झारखंड के प्रत्येक जिले में साहित्य के अलख जगाने का कार्य करेगा।”
अंत में राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
झारखंड साहित्य संगम हजारीबाग जिला सचिव नियुक्त होने पर डॉ. हैदर अली ने भी अपनी बातों को रखा एवं धन्यवाद ज्ञापन नवनियुक्त अध्यक्ष डॉ जकी उल्लाह मिस्बाही ने किया।
यह बैठक साहित्यिक एकता, सांस्कृतिक सद्भाव और नई पीढ़ी को साहित्य से जोड़ने की दिशा में एक प्रेरणादायी पहल सिद्ध हुई।
Leave a comment