मद्रास हाईकोर्ट द्वारा क्रिप्टोकरेंसी को ‘संपत्ति’ मानने के फैसले को WazirX के संस्थापक निशचाल शेट्टी ने भारतीय क्रिप्टो इकोसिस्टम के लिए एक सकारात्मक कदम बताया है।
मद्रास हाईकोर्ट ने क्रिप्टो को संपत्ति माना, WazirX ने कहा ये न्यायिक दिशा के लिए लाभकारी है
मद्रास हाईकोर्ट ने हाल ही में क्रिप्टोकरेंसी को गैर-संपत्ति अर्थात ‘प्रॉपर्टी’ के रूप में मान्यता दी है, जिससे भारतीय क्रिप्टो इकोसिस्टम में सकारात्मक बदलाव आने की उम्मीद है। इस फैसले का स्वागत क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX के संस्थापक निशचाल शेट्टी ने किया है।
हाईकोर्ट का आदेश और उसका प्रभाव
- मद्रास हाईकोर्ट ने Rhutikumari वि. Zanmai Labs Pvt Ltd मामले में interim आदेश के तहत क्रिप्टोकरेंसी को ‘संपत्ति’ घोषित किया।
- आदेश में कहा गया कि क्रिप्टोकरेंसी को ट्रस्ट में रखा जा सकता है और यह बिना भौतिक रूप की संपत्ति है।
- अदालत ने WazirX से कहा कि तब तक यूजर के टोकन का पुनः वितरण न किया जाए जब तक मामला समाधान न हो।
WazirX की प्रतिक्रिया
- निशचाल शेट्टी ने कहा कि यह फैसला कानूनी अस्पष्टता को दूर करेगा और क्रिप्टो को लेकर भारतीय इकोसिस्टम को मजबूती देगा।
- उन्होंने बताया कि WazirX ने सिंगापुर कोर्ट द्वारा स्वीकृत योजना को लागू किया है, जिससे लोगों को उनके फंड का उपयोग मिल रहा है।
- हालांकि, वह भी मानते हैं कि अब यूजर्स उच्च न्यायालयों में व्यक्तिगत मामलों के लिए जाकर शिकायत कर सकते हैं।
क्रिप्टो ट्रेडिंग की स्थिति
- WazirX ने हैक के बाद पुनः लॉन्च के बाद कारोबार में बढ़ोतरी देखी है, आज की ट्रेडिंग वॉल्यूम ₹30-50 करोड़ के बीच हो रही है।
- पहला 30 दिन WazirX पर किसी भी तरह का ट्रेडिंग शुल्क नहीं लिया जा रहा।
- कंपनी ने अपनी सुरक्षा बढ़ाने के लिए BitGo के साथ साझेदारी की है, जो डिजिटल आस्तियों की सुरक्षा में विश्व के प्रमुख संस्थानों में है।
मद्रास HC के आदेश और WazirX अपडेट
| मुद्दा | विवरण |
|---|---|
| क्रिप्टो की कानूनी स्थिति | गैर-संपत्ति के रूप में मान्यता, ट्रस्ट में रखा जा सकता है |
| अदालत का आदेश | पुनः वितरण पर रोक, मामले का निपटारा arbitration से होगा |
| WazirX बिजनेस अपडेट | ₹30-50 करोड़ दैनिक ट्रेडिंग, 30 दिन निशुल्क शुल्क |
| सुरक्षा उपाय | BitGo के साथ साझेदारी, $250 मिलियन बीमा कवरेज |
| हैक की स्थिति | जुलाई 2024 में हैक हुआ, $234 मिलियन का नुकसान |
FAQs
- मद्रास हाईकोर्ट ने क्रिप्टो को क्या कहा?
— इसे गैर-संपत्ति (Property) के रूप में मान्यता दी। - WazirX के संस्थापक का इस फैसले पर क्या कहना है?
— यह क्रिप्टो इकोसिस्टम के लिए सकारात्मक है। - WazirX ने कैसे सुरक्षा बढ़ाई है?
— BitGo के साथ साझेदारी कर और बीमा कवरेज करवाकर। - हैक के बाद किस तरह का ट्रेडिंग वॉल्यूम है?
— ₹30-50 करोड़ प्रतिदिन। - क्रिप्टो के मामले में आगे की कानूनी प्रक्रिया क्या होगी?
— Arbitration प्रक्रिया के तहत निपटारा होगा।
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