मुंबई का महालक्ष्मी रेसकोर्स अब 295 एकड़ के ‘सेंट्रल पार्क’ में बदलने जा रहा है। 125 एकड़ रेसकोर्स और 170 एकड़ कोस्टल रोड लैंड पर बनेगा ऑक्सीजन पार्क, जिसमें अंडरग्राउंड स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, गार्डन, सिटी फॉरेस्ट और कन्वेंशन सेंटर शामिल होंगे।
रेसकोर्स से ‘ऑक्सीजन पार्क’ तक: मुंबई को मिल रहा है देश का सबसे बड़ा सेंट्रल पार्क, जानिए क्या-क्या बनेगा
प्रोजेक्ट की बुनियादी जानकारी: 295 एकड़ का ‘सेंट्रल पार्क’
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घोषणा की है कि मुंबई के प्रतिष्ठित महालक्ष्मी रेसकोर्स को एक विशाल ‘सेंट्रल पार्क’ के रूप में विकसित किया जाएगा, जो भारत के इतिहास में किसी भी शहर का सबसे बड़ा सेंट्रल पार्क होगा। कुल 295 एकड़ में फैला यह पार्क खुली हरियाली, सांस्कृतिक स्पेस, खेल सुविधाओं और सार्वजनिक सुविधाओं का मिश्रण होगा।
इस 295 एकड़ में से लगभग 125 एकड़ हिस्सा मौजूदा महालक्ष्मी रेसकोर्स की जमीन से आएगा, जबकि करीब 170 एकड़ एरिया मुंबई कोस्टल रोड प्रोजेक्ट के लिए रिक्लेम की गई जमीन पर विकसित किया जाएगा। रेसकोर्स की ऐतिहासिक रेसिंग ट्रैक और अस्तबल (stables) जस के तस रहेंगे और यहां पहले की तरह घुड़दौड़ जारी रहेगी, यानी प्रोजेक्ट के बावजूद हेरिटेज एक्टिविटी बंद नहीं होगी।
रेसकोर्स की विरासत सुरक्षित रहेगी
एकनाथ शिंदे ने स्पष्ट किया है कि वास्तविक रेसकोर्स ट्रैक पर कोई निर्माण नहीं होगा और यह हिस्सा प्रोजेक्ट के दौरान भी अनछुआ रहेगा। उन्होंने इसे ‘पूरी तरह ईको-फ्रेंडली प्रोजेक्ट’ बताते हुए कहा कि यह मुंबई के लिए ‘ऑक्सीजन पार्क’ की तरह काम करेगा, जहां लोग खुली हवा में घूम-फिर सकेंगे और साथ ही घुड़दौड़ का अनुभव भी ले सकेंगे।
महालक्ष्मी रेसकोर्स की जमीन ब्रिहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) की है, जिसे रॉयल वेस्टर्न इंडिया टर्फ क्लब (RWITC) को लीज पर दिया गया है। नई योजना के तहत घुड़दौड़ क्लब अपनी गतिविधियाँ जारी रख सकेगा, जबकि आसपास के क्षेत्र को आम नागरिकों के लिए खुले सार्वजनिक पार्क, गार्डन और सांस्कृतिक क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाएगा।
अंडरग्राउंड 10 लाख sq ft स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स
इस सेंट्रल पार्क प्रोजेक्ट की सबसे बड़ी खासियतों में से एक है लगभग 10 लाख वर्ग फुट में फैला विशाल अंडरग्राउंड स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स। मास्टर प्लान के मुताबिक, इस कॉम्प्लेक्स में इंटरनेशनल स्टैंडर्ड के साथ-साथ भारतीय पारंपरिक खेलों के लिए भी सुविधाएँ तैयार की जाएंगी।
रिपोर्टों के अनुसार, यहाँ वॉलीबॉल, बास्केटबॉल, हैंडबॉल, बैडमिंटन, स्क्वैश, जिम्नास्टिक्स, स्केटिंग, खो-खो, कबड्डी आदि के लिए समर्पित कोर्ट और एरीना होंगे, साथ ही क्रिकेट प्रैक्टिस नेट और वेलोड्रोम (साइक्लिंग ट्रैक) भी अंतरराष्ट्रीय स्तर के मानकों के साथ तैयार किया जाएगा। यह पूरा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स जमीन के नीचे रहेगा, ताकि सतह पर हरियाली और ओपन स्पेस बरकरार रहे।
स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के नीचे तीन स्तर वाला अंडरग्राउंड पार्किंग सिस्टम भी बनाया जाएगा, जिसमें लगभग 5,000 कारों के लिए पार्किंग सुविधा होगी। इससे महालक्ष्मी, हाजी अली और कोस्टल रोड कॉरिडोर के आसपास पार्किंग प्रेशर काफी हद तक कम होने की उम्मीद है और रोड पर अव्यवस्थित पार्किंग से पैदा होने वाला ट्रैफिक जाम भी घटेगा।
ऊपर जमीन पर क्या-क्या बनेगा?
जमीन के ऊपर का हिस्सा पूरी तरह से हरित और खुला रखने की योजना है। प्रस्ताव के अनुसार, सेंट्रल पार्क में कई तरह के विशेष गार्डन और ओपन लैंडस्केप तैयार किए जाएंगे, ताकि यह जगह सिर्फ एक पार्क नहीं, बल्कि पूरे शहर के लिए ‘ग्रीन और कल्चरल डेस्टिनेशन’ बन सके।
मुख्य फीचर्स में शामिल हैं:
- लगभग 70 एकड़ का टोपियरी गार्डन, जहाँ पेड़ों और झाड़ियों को सजावटी आकृतियों में तैयार किया जाएगा।
- करीब 31 एकड़ में फैला बॉटनिकल गार्डन, जिसमें औषधीय पौधों और विविध वनस्पतियों को प्रदर्शित किया जाएगा।
- लगभग 12 एकड़ का ‘सिटी फॉरेस्ट’ या अर्बन फॉरेस्ट एरिया, जो शहर के बीचोंबीच घने जंगल जैसा अनुभव देगा और प्रदूषण घटाने में मदद करेगा।
- 900 लोगों की क्षमता वाला एम्फीथिएटर, ओपन इवेंट लॉन और अलग-अलग थीम वाले गार्डन व ओपन कंसर्ट स्पेस।
वर्ल्ड-क्लास कन्वेंशन सेंटर
सेंट्रल पार्क के अंदर करीब 9 एकड़ जमीन पर एक आधुनिक कन्वेंशन सेंटर भी बनाया जाएगा। यहाँ तीन बड़े हॉल, प्री-फंक्शन एरिया और कॉन्फ्रेंस/इवेंट्स के लिए जरूरी तमाम सुविधाएँ होंगी, ताकि मुंबई अंतरराष्ट्रीय स्तर के एक्सपो, कॉन्फ्रेंस और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए और अधिक आकर्षक गंतव्य बन सके।
यह कन्वेंशन सेंटर भी कुल मास्टर प्लान का हिस्सा है और इसे पार्क के समग्र पर्यावरण के साथ संतुलित रखने की बात कही गई है, यानी डिजाइन ऐसा होगा कि हरियाली और खुलापन बरकरार रहे और ऊँचे कंक्रीट स्ट्रक्चर पार्क के नेचर को खराब न करें।
कनेक्टिविटी: अंडरपास और मेट्रो लिंक
लोगों की आसान पहुंच के लिए इस प्रोजेक्ट में कनेक्टिविटी पर खास जोर दिया गया है। योजना के तहत एक अंडरपास बनाया जाएगा जो पार्क को हाजी अली के पास एनी बेसेंट रोड से जोड़ेगा, ताकि विजिटर्स बिना जाम और ट्रैफिक क्रॉसिंग के सीधे पार्क तक पहुँच सकें।
इसके अलावा, मेट्रो लाइन 3 (कोलाबा–बांद्रा–सीप्ज़) के नेहरू सेंटर स्टेशन को महालक्ष्मी से अंडरग्राउंड पैसेज के माध्यम से जोड़ा जाएगा, जिससे हजारों लोग मेट्रो से उतरकर सीधे सेंट्रल पार्क तक पहुँच सकेंगे। कोस्टल रोड प्रोजेक्ट से भी पार्क की सीधी कनेक्टिविटी और पार्किंग की सुविधा उपलब्ध रहेगी, जिससे प्रोजेक्ट का उपयोग सिर्फ स्थानीय नहीं, बल्कि पूरे महानगरीय क्षेत्र के लिए आसान होगा।
मुंबई के लिए इसका क्या महत्व होगा?
मुंबई लंबे समय से ‘open space per person’ यानी प्रति व्यक्ति खुले क्षेत्र की कमी से जूझ रही है। बड़े रिहायशी और कमर्शियल प्रोजेक्ट्स के बीच लोगों के पास सुबह-शाम टहलने, खेलने और प्रकृति के बीच समय बिताने के लिए सीमित सार्वजनिक पार्क और मैदान हैं। 295 एकड़ का यह सेंट्रल पार्क शहर में खुली हरियाली की उपलब्धता को एक झटके में कई गुना बढ़ा देगा।
सरकार इसे ‘300-acre oxygen park’ बता रही है, जो शहर के बीचोंबीच एक बड़ा ‘ग्रीन लंग’ का काम करेगा। अनुमान है कि पेड़ों, बॉटनिकल गार्डन, सिटी फॉरेस्ट और खुले लॉन के कारण आसपास के इलाकों की माइक्रो-क्लाइमेट में सुधार होगा और लोगों के लिए क्वालिटी ऑफ लाइफ बेहतर हो सकेगी। साथ ही, यह पार्क टूरिज्म, इवेंट्स और स्पोर्ट्स एक्टिविटी का बड़ा केंद्र भी बन सकता है।
कौन बना रहा है मास्टर प्लान?
इस प्रोजेक्ट का ब्लूप्रिंट विख्यात आर्किटेक्ट हफीज कॉन्ट्रैक्टर ने तैयार किया है, जिसे बीएमसी के सामने प्रस्तुत किया गया। सिविक अधिकारियों के अनुसार, लेआउट फाइनल हो चुका है और प्रोजेक्ट के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
रिपोर्टों के अनुसार, लगभग 550 करोड़ रुपये के टेंडर और उससे जुड़े अलग-अलग फेज़ में काम आगे बढ़ेगा। सरकार का दावा है कि यह प्रोजेक्ट हरित अवसंरचना (green infrastructure) और शहरी नियोजन के लिए मुंबई का लैंडमार्क साबित होगा और आने वाले वर्षों में शहर की पहचान में बड़े बदलाव का कारण बनेगा।
5 अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
- सवाल: मुंबई का यह नया सेंट्रल पार्क कितने एकड़ में फैला होगा?
जवाब: यह प्रोजेक्ट कुल लगभग 295 एकड़ में फैला होगा, जिसमें 125 एकड़ महालक्ष्मी रेसकोर्स और लगभग 170 एकड़ मुंबई कोस्टल रोड की रिक्लेम भूमि शामिल होगी। - सवाल: क्या महालक्ष्मी रेसकोर्स की घुड़दौड़ बंद हो जाएगी?
जवाब: नहीं, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ किया है कि रेसिंग ट्रैक और स्टेबल्स पर कोई निर्माण नहीं होगा और घुड़दौड़ पहले की तरह जारी रहेगी; रेसकोर्स की विरासत को संरक्षित रखा जाएगा। - सवाल: अंडरग्राउंड स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में क्या-क्या सुविधाएँ होंगी?
जवाब: लगभग 10 लाख sq ft अंडरग्राउंड एरिया में वॉलीबॉल, बास्केटबॉल, हैंडबॉल, बैडमिंटन, स्क्वैश, जिम्नास्टिक्स, स्केटिंग, खो-खो, कबड्डी और क्रिकेट नेट जैसी सुविधाएँ तथा एक वेलोड्रोम सहित मल्टी-स्पोर्ट एरीना तैयार किया जाएगा। - सवाल: पार्क में कौन-कौन से गार्डन और हरित क्षेत्र होंगे?
जवाब: प्लान के मुताबिक, लगभग 70 एकड़ टोपियरी गार्डन, 31 एकड़ बॉटनिकल गार्डन (औषधीय पौधों सहित), 12 एकड़ सिटी फॉरेस्ट, ओपन कंसर्ट ग्राउंड, इवेंट लॉन और 900 सीट वाला एम्फीथिएटर बनाया जाएगा। - सवाल: सेंट्रल पार्क तक पहुँचने के क्या-क्या रास्ते होंगे?
जवाब: पार्क को एनी बेसेंट रोड (हाजी अली के पास) से अंडरपास के जरिए जोड़ा जाएगा। साथ ही मेट्रो लाइन 3 के नेहरू सेंटर स्टेशन से अंडरग्राउंड पैसेज, मुंबई कोस्टल रोड कनेक्शन और मल्टी-लेवल पार्किंग से शहर के अलग-अलग हिस्सों से आसान पहुँच सुनिश्चित की जाएगी।
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