NIA ने केरल ऑर्गन ट्रैफिकिंग केस में खुलासा: ओडिशा के दो गरीबों को 2025 में ताजिकिस्तान भेजा किडनी ट्रांसप्लांट के लिए। ईरान के बाद नया रूट, स्टेम्मा क्लब कवर, बिटकॉइन कमाई। 27 रिसीवर, 11 डोनर्स!
गरीबों को लूटा, पासपोर्ट जब्त: NIA कोर्ट में ऑर्गन ट्रेड का काला चिट्ठा, 27 रिसीवर-11 डोनर्स के नाम!
केरल ऑर्गन ट्रैफिकिंग केस: NIA का सनसनीखेज खुलासा – ताजिकिस्तान में भी किडनी ट्रांसप्लांट
केरल में ऑर्गन ट्रैफिकिंग का मामला लगातार नया मोड़ ले रहा है। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) को जांच में पता चला कि ईरान के अलावा 2025 में ओडिशा के दो गरीब लोगों को ताजिकिस्तान भेजा गया था। वहां अमीर रिसीवर्स को उनके किडनी ट्रांसप्लांट किए गए। ये खुलासा आरोपी नंबर 1 मधु जयकुमार की पूछताछ से हुआ, जो पलारिवट्टम का रहने वाला है। NIA ने यहां की कोर्ट में एफिडेविट दाखिल कर उसके और कस्टडी की मांग की।
केस की शुरुआत 18 मई 2024 को कोच्चि एयरपोर्ट पर हुई। इमिग्रेशन अधिकारियों ने सबिथ नाम के शख्स को शक में रोका। वो ऑर्गनाइज्ड नेटवर्क का हिस्सा था। जांच में सजिथ और विजयवाड़ा के बेल्लमकोंडा राम प्रसाद गिरफ्तार हुए। इनके जरिए डोनर्स और रिसीपिएंट्स को ईरान के हॉस्पिटल्स भेजा जाता था। जयकुमार एक साल से फरार था, 7 नवंबर 2025 को दिल्ली एयरपोर्ट पर पकड़ा गया। पूछताछ में उसने 27 रिसीपिएंट्स और 11 डोनर्स के नाम बताए, जिनकी किडनी ईरान में ट्रांसप्लांट हुई।
NIA कोर्ट को बताया गया कि केस दर्ज होने के बाद भी 2025 में ओडिशा के दो लोगों को ताजिकिस्तान ले जाया गया। वहां अमीरों को उनके किडनी लगाए। एजेंसी को पैसों का ट्रेल चाहिए। जयकुमार ने स्टेम्मा क्लब और बैंक अकाउंट्स से कमाई को बिटकॉइन और USDT में कन्वर्ट किया। कस्टडी में इन ट्रांजेक्शन्स का पता लगेगा। स्टेम्मा क्लब उसका हेल्थ क्लब था, जो कवर के तौर पर इस्तेमाल हुआ।
अन्य आरोपी के फोन से बैंक स्टेटमेंट्स, इमेजेस, वीडियोज मिले। सोशल मीडिया एनालिसिस से किडनी रैकेटर्स से कनेक्शन निकलेगा। जयकुमार के वकील ने 7 दिन की पूछताछ के बाद विरोध किया, लेकिन कोर्ट ने अपराध की गंभीरता देखते हुए 15 दिसंबर को 3 दिन की कस्टडी दी। कस्टडी गुरुवार सुबह 11 बजे खत्म होनी है। NIA अब ओडिशा के दो डोनर्स का पीछा कर रही। पहले से कई डोनर्स-रिसीपिएंट्स ट्रैक हो चुके, उनके स्टेटमेंट्स लेंगे।
ऑर्गन ट्रैफिकिंग रैकेट कैसे काम करता: स्टेप बाय स्टेप
गरीबी का फायदा उठाकर डोनर्स को हाई पेमेंट का लालच दिया जाता। लेकिन ईरान/ताजिकिस्तान पहुंचने पर पासपोर्ट जब्त, पैसे नहीं दिए। चार्जशीट में ये साफ। ज्यादातर डोनर्स फाइनेंशियली गरीब। इंटरनेशनल बॉर्डर क्रॉसिंग, हॉस्पिटल्स से टाई-अप, मनी लॉन्ड्रिंग via क्रिप्टो।
- लुरिंग: “लाखों कमाओ, किडनी बेचो” का झांसा।
- ट्रैवल: ईरान या ताजिकिस्तान के हॉस्पिटल्स।
- सर्जरी: अमीर रिसीवर्स को ट्रांसप्लांट।
- लूट: पासपोर्ट रखा, पेमेंट रोका।
- मनी ट्रेल: स्टेम्मा क्लब → बैंक → बिटकॉइन/USDT।
भारत में ऑर्गन ट्रांसप्लांट कानून और चुनौतियां
ट्रांसप्लांटेशन ऑफ ह्यूमन ऑर्गन्स एक्ट (THOA) 1994 के तहत लिविंग डोनर सिर्फ रिश्तेदार हो सकता। नॉन-रिलेटेड डोनेशन सख्त कंडीशन्स। WHO गाइडलाइंस: कोई कमर्शियल ट्रेड नहीं। ICMR रिपोर्ट: भारत में 5 लाख लोग सालाना किडनी फेलियर से मरते, सिर्फ 5% ट्रांसप्लांट मिलता। ब्लैकमार्केट 10-20% केस। ईरान इकलौता लीगल पेड डोनेशन देश, लेकिन एक्सप्लॉइटेशन रिपोर्ट्स।
| देश/रूट | डोनर्स भेजे गए | ट्रांसप्लांट्स | कमाई मोड |
|---|---|---|---|
| ईरान | 11+ (भारतभर) | 27 रिसीवर्स | स्टेम्मा क्लब, बैंक |
| ताजिकिस्तान | 2 (ओडिशा) | अमीर रिसीवर्स | बिटकॉइन/USDT |
| कुल प्रभावित | 13+ डोनर्स | 27+ रिसीवर्स | करोड़ों का रैकेट |
NIA जांच का दायरा बढ़ा
सोर्सेज के मुताबिक, जयकुमार के खुलासे से नए डोनर्स-रिसीपिएंट्स ट्रैक हो रहे। पूरे देश से। स्टेटमेंट्स रिकॉर्ड होंगे। कनेक्शन अन्य रैकेटर्स से। मनी ट्रेल: बिटकॉइन वॉलेट्स, USDT एक्सचेंजेस। इंटरनेशनल एजेंसियों से कोऑर्डिनेशन। केरल पुलिस से NIA ले चुकी। अपराध की गहराई से कोर्ट ने कस्टडी बढ़ाई।
ऑर्गन ट्रेड के वैश्विक आंकड़े और खतरा
WHO: सालाना 1 लाख ट्रांसप्लांट्स, 10% ब्लैकमार्केट। भारत में किडनी डिमांड 2 लाख, सप्लाई 8 हजार। NIH स्टडी: गरीब देशों से अमीरों को ऑर्गन्स। ताजिकिस्तान जैसे देश न्यू एंट्री पॉइंट्स। क्रिप्टो से ट्रेसिंग मुश्किल। ICMR: 2024 में 500+ केस रिपोर्टेड। लॉन्ड्रिंग से फंडिंग टेरर तक खतरा।
पीड़ितों की कहानी: गरीबी का शिकार
डोनर्स गरीब बैकग्राउंड। लाखों का लालच, लेकिन ठगे गए। पासपोर्ट जब्त से वापसी मुश्किल। हेल्थ रिस्क: सर्जरी इंफेक्शन, लाइफलॉन्ग प्रॉब्लम्स। रिसीवर्स अमीर, लीगल रूट्स से बचने को ब्लैकमार्केट। NIA अब विक्टिम्स को जस्टिस दिलाएगी।
भविष्य: सख्ती और जागरूकता जरूरी
ये केस ऑर्गन ट्रेड के ग्लोबल नेटवर्क दिखाता। NIA को और कस्टडी से पूरा नेटवर्क फंस सकता। सरकार को THOA स्ट्रॉन्गर, बॉर्डर चेक, क्रिप्टो रेगुलेशन। गरीबों को जागरूकता: फर्जी जॉब्स से सावधान। ICMR-WHO से अवेयरनेस कैंपेन।
अन्य समान केस
- 2023 तेलंगाना: ईरान किडनी रैकेट।
- 2024 मुंबई: पाकिस्तान लिंक।
- ग्लोबल: चीन से अफ्रीका ट्रैफिकिंग।
5 FAQs
- केरल ऑर्गन केस में ताजिकिस्तान का कनेक्शन क्या?
2025 में ओडिशा के दो डोनर्स को भेजा, अमीरों को किडनी ट्रांसप्लांट। - मुख्य आरोपी मधु जयकुमार कौन?
स्टेम्मा क्लब मालिक, 27 रिसीवर-11 डोनर सप्लाई। दिल्ली एयरपोर्ट पकड़ा। - पैसे कैसे लॉन्डर किए?
स्टेम्मा क्लब, बैंक से बिटकॉइन/USDT में कन्वर्ट। - डोनर्स को कैसे ललचाया?
गरीबों को हाई पेमेंट का झांसा, ईरान/ताजिकिस्तान ले जाकर पासपोर्ट जब्त। - NIA को आगे क्या करना?
ओडिशा डोनर्स ट्रेस, मनी ट्रेल, अन्य रैकेटर्स से कनेक्शन।
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