पश्चिम बंगाल CM ममता बनर्जी ने अपवित्रता के आरोपों को खारिज किया, खुद को ‘सच्ची धर्मनिरपेक्ष’ बताया। न्यूटाउन दुर्गा अंगन उद्घाटन पर सभी धर्मों में भागीदारी का बचाव। SIR वोटर लिस्ट में 50 मौतों पर केंद्र पर हमला
वोटर लिस्ट SIR में 50 मौतें: ममता का केंद्र पर तंज, ‘बंगाली बोलो तो बांग्लादेशी कहलाओ?’
ममता बनर्जी का जोरदार बचाव: ‘अपवित्रता का आरोप लगाते हैं, लेकिन मैं सच्ची धर्मनिरपेक्ष हूँ’
29 दिसंबर 2025 को कोलकाता के न्यूटाउन में ‘दुर्गा अंगन’ नामक सांस्कृतिक परिसर का शिलान्यास करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपवित्रता (appeasement) के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि लोग उन्हें गलत तरीके से ताने मारते हैं, लेकिन वे “सच्चे अर्थों में धर्मनिरपेक्ष” हैं और सभी धर्मों के कार्यक्रमों में बिना भेदभाव के जाते हैं। तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ने विपक्षी बीजेपी के मुस्लिम तुष्टिकरण वाले आरोपों का अप्रत्यक्ष रूप से जवाब दिया।
कार्यक्रम में ममता ने साफ कहा, “लोग मुझ पर अपवित्रता का आरोप लगाते हैं, लेकिन ये गलत है। मैं सच्ची धर्मनिरपेक्ष हूँ।” उन्होंने सभी धर्मों के आयोजनों में भाग लेने का हवाला दिया। बीजेपी अक्सर उन पर मुस्लिम वोट बैंक के लिए नीतियां बनाने का इल्जाम लगाती रही है। ममता ने तंज कसते हुए कहा, “जब मैं गुरुद्वारे जाती हूँ तो सिर पर स्कार्फ बांध लेती हूँ, किसी को आपत्ति नहीं। लेकिन ईद के कार्यक्रम में जाऊं तो आलोचना शुरू हो जाती है। आज दुर्गा अंगन में आई हूँ, इसलिए स्कार्फ पहन लिया। सभी धर्मों से प्यार करना चाहिए।”
दुर्गा अंगन: सांस्कृतिक पहल
न्यूटाउन में बनने वाला दुर्गा अंगन मां दुर्गा को समर्पित सांस्कृतिक कॉम्प्लेक्स होगा। इसमें प्रदर्शनी कक्ष, सांस्कृतिक केंद्र, कलाकृति गैलरी और धार्मिक आयोजन स्थल होंगे। ममता ने इसे बंगाली संस्कृति और हिंदू परंपराओं को समर्पित बताया। कार्यक्रम में सैकड़ों श्रद्धालु और TMC नेता मौजूद रहे। ये परियोजना राज्य सरकार के सांस्कृतिक संरक्षण अभियान का हिस्सा है।
SIR वोटर लिस्ट संशोधन पर तीखा हमला
ममता ने अपने भाषण का बड़ा हिस्सा स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) पर केंद्रित किया, जो 4 नवंबर से बंगाल में चल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि इससे लोगों को अनावश्यक परेशानी हो रही और 50 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। “लोगों को बेवजह तंग किया जा रहा है। एक महीने में 50 से ज्यादा लोग सुसाइड या अन्य कारणों से मरे। हम ये बर्दाश्त नहीं करेंगे,” उन्होंने कहा।
मुख्यमंत्री ने सवाल उठाया कि नागरिकता और वोट डालने का अधिकार क्या आपस में जुड़े हैं? उन्होंने कहा, “बंगाली बोलने वाले को होटल में कमरा नहीं मिलता। बंगाली बोलो तो बांग्लादेशी कहलाओ। बंटवारे से पहले हम सब एक थे।” ये टिप्पणी बीजेपी शासित राज्यों में बंगाली बोलने वाले मुसलमानों के साथ कथित भेदभाव पर इशारा करती है। TMC का दावा है कि SIR से लाखों नाम कटे, खासकर अल्पसंख्यक बहुल इलाकों में।
वोटर लिस्ट विवाद: आंकड़े और आरोप
चुनाव आयोग ने SIR को मतदाता सूची की सफाई के लिए जरूरी बताया। लेकिन TMC का कहना है कि Booths Level Officers (BLO) घर–घर जाकर दबाव डाल रहे। रिपोर्ट्स:
- 50+ मौतें (सुसाइड, दिल का दौरा आदि)।
- कोलकाता, हावड़ा, मुर्शिदाबाद में ज्यादा प्रभावित।
- 1 करोड़+ नाम सत्यापन के दायरे में।
| जिला | प्रभावित वोटर (लाख) | रिपोर्टेड मौतें | TMC शिकायतें |
|---|---|---|---|
| कोलकाता | 15 | 12 | नाम कटना |
| हावड़ा | 8 | 9 | BLO दबाव |
| मुर्शिदाबाद | 12 | 15 | अल्पसंख्यक प्रभावित |
| दक्षिण 24 परगना | 10 | 8 | – |
ममता का इमोशनल अपील: ‘धैर्य की भी सीमा’
TMC प्रमुख ने कहा, “हम सभी जाति, धर्म, संप्रदाय से प्यार करते हैं। हमारा सिद्धांत मानवता है। याद रखें, मैं ये सब सहन कर रही हूँ, धैर्य रख रही हूँ। लेकिन धैर्य की भी सीमा होती है। लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा के लिए लड़ते रहेंगे, जान भी दे देंगे।” ये बयान 2026 विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक ध्रुवीकरण का संकेत देता है।
बीजेपी का काउंटर और राजनीतिक संदर्भ
बीजेपी ने ममता के बयानों को “वोटबैंक पॉलिटिक्स” बताया। उनके मुताबिक, SIR से घुसपैठिए साफ हो रहे। सुप्रिया श्रinate ने कहा, “ममता जी खुद कहती हैं कि बांग्लादेशी घुसपैठिए हैं, फिर वोटर लिस्ट क्यों साफ नहीं होने देतीं?” बंगाल में बांग्लादेशी घुसपैठ और वोटर सूची का मुद्दा 2021 चुनाव से गरमाया हुआ है।
ममता की धर्मनिरपेक्षता रणनीति
ममता ने जुलाई 2021 में कहा था कि ईद पर स्कूल–कॉलेज बंद रखना “लव जिहाद रोकने” के लिए नहीं, बल्कि धार्मिक आयोजनों को जगह देने के लिए। रामनवमी पर जुलूसों को मंजूरी दी। गुरुद्वारे, चर्च, मस्जिद सभी में जाती रहीं। लेकिन बीजेपी इसे “मुस्लिम तुष्टिकरण” कहती है – जैसे 10% आरक्षण, वक्फ संशोधन विरोध।
राजनीतिक पृष्ठभूमि
- 2021 चुनाव: TMC 213 सीटें, बीजेपी 77।
- बंगाल में 30% मुस्लिम वोटर।
- SIR विवाद: EC का दावा – डुप्लिकेट नाम हटाना।
ममता का ये बयान 2026 चुनाव से पहले हिंदू–मुस्लिम एकता का संदेश देता है। दुर्गा अंगन जैसे हिंदू सांस्कृतिक प्रोजेक्ट्स से बैलेंस बनाने की कोशिश।
भविष्य का अनुमान
SIR पर सुप्रीम कोर्ट में याचिकाएं लंबित। TMC सड़क प्रदर्शन की तैयारी में। ममता का “धैर्य की सीमा” वाला बयान साफ संकेत – आंदोलन तेज हो सकता। बीजेपी इसे घुसपैठ विरोधी कैंपेन में भुनाएगी। बंगाल की राजनीति में धर्म, वोटर लिस्ट और घुसपैठ तीनों मुद्दे गरम रहेंगे।
5 FAQs
- ममता बनर्जी ने अपवित्रता के आरोपों का क्या जवाब दिया?
उन्होंने कहा कि वे सच्ची धर्मनिरपेक्ष हैं, सभी धर्मों के कार्यक्रमों में जाती हैं – गुरुद्वारा, ईद, दुर्गा पूजा सबमें। - दुर्गा अंगन क्या है?
न्यूटाउन कोलकाता में मां दुर्गा को समर्पित सांस्कृतिक कॉम्प्लेक्स – प्रदर्शनी, गैलरी, आयोजन स्थल। - SIR वोटर लिस्ट में कितनी मौतें TMC के मुताबिक?
50 से ज्यादा – सुसाइड, दिल का दौरा आदि, 4 नवंबर से शुरू अभियान पर आरोप। - ममता ने बंगाली बोलने वालों पर क्या कहा?
बंगाली बोलो तो होटल में कमरा न मिले, बांग्लादेशी कहलाओ – बंटवारे पूर्व एकता का हवाला। - ममता का धैर्य वाला बयान का मतलब?
लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा के लिए लड़ाई जारी, धैर्य की सीमा है, जान भी देंगे।
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