सार्वजनिक स्थानों पर पैनिक अटैक और एंग्जाइटी की पहचान कैसे करें। तत्काल मदद, लक्षणों की पहचान और सहायक कार्यों पर विशेषज्ञ युक्तियाँ। मानसिक स्वास्थ्य प्राथमिक उपचार गाइड।
सार्वजनिक जगह पर पैनिक अटैक और एंग्जाइटी की पहचान: तुरंत मदद कैसे करें?
पार्क, मॉल, या ऑफिस जैसी सार्वजनिक जगहों पर किसी को पैनिक अटैक या गंभीर एंग्जाइटी का सामना करते देखना डरावना हो सकता है। लेकिन सही जानकारी और संवेदनशीलता से आप उनकी मदद कर सकते हैं। आइए जानते हैं पैनिक अटैक की पहचान और तुरंत मदद करने के तरीके।
पैनिक अटैक के 7 प्रमुख लक्षण:
- सांस लेने में तकलीफ – तेजी से सांस चलना या घुटन महसूस होना
- दिल की धड़कन तेज होना – छाती में दर्द या जकड़न के साथ
- पसीना आना – अचानक से ठंडा पसीना आना
- कंपकंपी या झटके – हाथ-पैरों में कंपन या कांपना
- चक्कर आना – सिर घूमना या बेहोशी जैसा महसूस होना
- वास्तविकता से अलग महसूस करना – डिपर्सनलाइजेशन या डिह्युमनाइजेशन
- मरने का डर – अचानक मृत्यु का भय या नियंत्रण खोने का डर
तुरंत मदद के 5 तरीके:
1. शांत रहें और शांत वातावरण बनाएं
- अपनी आवाज नर्म और आरामदायक रखें
- उन्हें शांत जगह पर ले जाएं
- भीड़ को वहां से हटाएं
2. सरल और स्पष्ट बातचीत करें
- पूछें: “क्या मैं आपकी मदद कर सकता हूं?”
- कहें: “आप सुरक्षित हैं, यह जल्द ठीक हो जाएगा”
- धीरे-धीरे बात करें
3. सांस लेने में मदद करें
- कहें: “चलिए मेरे साथ सांस लेते हैं”
- धीरे-धीरे सांस लेने-छोड़ने का निर्देश दें
- 4-7-8 तकनीक: 4 सेकंड सांस लें, 7 रोकें, 8 सेकंड छोड़ें
4. शारीरिक संपर्क (अगर सहज हो)
- हाथ पकड़ें या पीठ थपथपाएं
- समझाएं: “मैं आपका हाथ पकड़ रहा हूं, ठीक है?”
- अगर वो न कहें तो संपर्क न करें
5. पानी और आराम की पेशकश करें
- ठंडा पानी दें
- बैठने या लेटने में मदद करें
- तंग कपड़ों को ढीला करने में मदद करें
क्या न करें:
- न कहें: “शांत हो जाओ” या “ज्यादा सोचना बंद करो”
- न करें: उन्हें अकेला छोड़ें
- न करें: घबराहट दिखाएं
- न करें: उन पर चिल्लाएं
लंबे समय की मदद:
- उन्हें mental health professional से जुड़ने के लिए encourage करें
- helpline numbers share करें
- follow-up करने की पेशकश करें
भारत में emergency mental health helplines:
- Vandrevala Foundation: 9999666555
- iCall: 9152987821
- Kiran: 1800-599-0019
निष्कर्ष:
पैनिक अटैक एक भयावह अनुभव हो सकता है, लेकिन timely और appropriate help से situation manage की जा सकती है। empathy और patience के साथ दी गई मदद न सिर्फ immediate relief देती है, बल्कि long-term mental health support की नींव भी बनाती है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs):
1. पैनिक अटैक कितने समय तक रहता है?
आमतौर पर 5-20 मिनट, लेकिन कभी-कभी लंबा भी हो सकता है।
2. क्या पैनिक अटैक खतरनाक होता है?
नहीं, यह जानलेवा नहीं होता, लेकिन व्यक्ति को ऐसा लग सकता है।
3. क्या मैं एम्बुलेंस को कॉल करूं?
अगर लक्षण 30 मिनट से ज्यादा रहें या heart attack जैसे लगें, तो हां।
4. क्या पैनिक अटैक और heart attack में अंतर पता चल सकता है?
Heart attack में chest pain left side में होता है और exercise से बढ़ता है।
5. क्या मैं कोई दवा दे सकता हूं?
बिना medical guidance के कोई दवा न दें।
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