राजस्थान के अलवर में पुलिस ने पाकिस्तान की इंटर- सर्विसेस इंटेलिजेंस (ISI) जासूसी के आरोप में युवक Mangat Singh को हिरासत में लिया है।
पाकिस्तान की एजेंसी से कथित जुड़ाव: अलवर में युवक की गिरफ्तारी, जांच जारी
राजस्थान के अलवर जिले में शनिवार को राजस्थान इंटेलिजेंस ने एक संदिग्ध युवक, मंडक सिंह को पाकिस्तान की इंटर- सर्विसेस इंटेलिजेंस (ISI) के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोपी को अलवर के सेना छावनी क्षेत्र के पास संदिग्ध गतिविधियों के बीच पाया गया था। इसके बाद उसकी जाँच की गई और पता चला कि ये गतिविधियाँ बेहद संदिग्ध थीं।
पुलिस के अनुसार, आरोपी को पाकिस्तान की महिला हैंडलर, जो ‘इशा शर्मा’ के नाम से जानी जाती है, ने honeytrap की रणनीति के तहत फंसाया था। उसे पैसे का लालच देकर गोपनीय रक्षा क्षेत्रों की जानकारी हासिल करने का प्रयास किया गया। आरोपी ने इस संबंध में नई दिल्ली में विशेष पुलिस स्टेशन, CID इन्टेलिजेंस में मामला दर्ज कराया है। अब पुलिस उसकी गतिविधियों की गहन जांच कर रही है, जिससे ये पता चल सके कि उसने कितनी गोपनीय जानकारी साझा की है और कहीं इससे जुड़े अन्य लोग तो नहीं हैं।
इस घटना ने भारत में जासूसी और खुफिया एजेंसियों की सतर्कता को उजागर किया है। इस तरह की honeytrap रणनीतियों के जरिये विदेशी थिंकटैंक्स भारत की सुरक्षा को खतरे में डालने की योजनाएँ बनाते हैं, जिसे सुरक्षा एजेंसियां बारीकी से देख रही हैं।
FAQs:
- अलवर में किस जेल्तम को गिरफ्तार किया गया?
- मंडक सिंह, जो पाकिस्तान की इंटर- सर्विसेस इंटेलिजेंस (ISI) के लिए जासूसी कर रहा था।
- आरोपी किस तरह से फंसा?
- महिला हैंडलर द्वारा honeytrap रणनीति का इस्तेमाल कर लालच देकर।
- क्या ये पहली बार है जब किसी भारतीय को ऐसा जासूसी केस में गिरफ्तार किया गया है?
- नहीं, इससे पहले भी कई जासूसी मामले सामने आ चुके हैं।
- केस कब दर्ज हुआ?
- गिरफ्तारी कल यानी शुक्रवार को हुई और मामला वहीं दर्ज किया गया।
- पुलिस आगे क्या कदम उठाएगी?
- मामला की विस्तार जांच और नेटवर्क के अन्य सदस्यों की खोज।
- जासूसी के खतरे को रोकने के उपाय क्या हैं?
- साइबर सुरक्षा बढ़ाना, संदिग्ध हरकत पर निगरानी और खुफिया सूचनाओं की सुरक्षा।
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