जौनपुर (यूपी) । जफराबाद थाना क्षेत्र के रामनगर निवासी एक परिवार ने जफराबाद थाने में तैनात उप निरीक्षक के आतंक से भयभीत होकर परिवार सहित आत्महत्या की चेतावनी देते हुए मुख्यमंत्री तथा जिलाधिकारी को से न्याय करने की गुहार लगाई है।पीड़ित ने दरोगा पर थाने में बुलाकर बेल्ट तथा लात घुसे से मार कर जबरदस्ती सादा कागज पर जमीन बेचने के लिए लिखित करवाने का आरोप लगाया है।थाना क्षेत्र के रामनगर निवासी युवक आकाश सिंह ने मुख्यमंत्री तथा जिलाधिकारी व अन्य को प्रार्थना पत्र देकर गुहार लगाया है कि कुछ वर्ष पूर्व अपने आप को एक व्यक्ति अपर जिला अधिकारी का अर्दली बताते हुए मेरे माता से जमीन खरीदने की बात की थी। उक्त जमीन बेचने को लेकर कुछ पैसे कल लेनदेन हुआ था। काफी समय बीत जाने के बाद मेरे परिवार को पैसे की आवश्यकता थी। कई बार कहे जाने पर उक्त व्यक्ति ने जमीन को रजिस्ट्री नहीं कराया।मां ने जमीन को दूसरे व्यक्ति को बेच दिया।उक्त अर्दली तथा जफराबाद थाने में तैनात उप निरीक्षक संजय गौड़ ने आपस में मिली भगत कर बीते सोमवार को प्रार्थी की मां को जबरदस्ती गिरफ्तार कर थाने ले आने की बात का दबाव बनाकर आकाश को थाने पर उठा ले आई।थाने पर ले आने के बाद एक बंद कमरे में आकाश का मोबाइल व अन्य चीज को जप्त कर लिया।
उप निरीक्षक ने बेल्ट लेकर पिटाई करना शुरू कर दिया। उप निरीक्षक ने एक सादा पन्ने पर पीड़ित से जबरदस्ती दो दिन के अंदर अपनी अन्य दूसरी कीमती जमीन अर्दली को रजिस्ट्री करने के लिए लिखवा लिया। दरोगा ने धमकी दिया कि यदि दो दिन के अंदर जमीन की रजिस्ट्री या मुआयदा नहीं करते हैं तो तमाम मुकदमे में मां और बेटे को जेल भेज दूंगा। आकाश तथा उसकी मां सुमन सिंह ने मुख्यमंत्री जिलाधिकारी तथा अन्य अधिकारियों को उक्त निरीक्षक के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रार्थना पत्र दिया है।परिवार को आत्महत्या करने के लिए विवश होने की चेतावनी भी दिया है।इस बारे में थाना अध्यक्ष विश्वनाथ प्रताप सिंह ने बताया कि कुछ दिन पूर्व उक्त अर्दली ने जमीनी मामले को लेकर प्रार्थना पत्र दिया था। मामले की जांच करने के लिए उपनिरीक्षक संजय कुमार को लगाया गया था। लेकिन उन्होंने इस तरीके की हरकत किया इस बात की जानकारी नहीं है। उप निरीक्षक संजय कुमार ने बताया कि ढाई वर्ष पूर्व अर्दली ने आकाश की मां से जमीन रजिस्ट्री के एवज में 14 लाख रुपए अकाउंट में ट्रांसफर किया था। उक्त जमीन को आकाश की मां ने अर्दली को रजिस्ट्री करने के बजाय किसी और को रजिस्ट्री कर दिया।पैसा वापस करने के लिए अर्दली ने थाने पर प्रार्थना पत्र दिया था। दोनों पक्ष को थाने पर बुलाया गया था। दोनों पक्ष को आपसी समझौता के लिए प्रेरित किया गया।
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