भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने की कोलकाता बलात्कार मामले पर टीएमसी की आलोचना
कोलकाता (पश्चिम बंगाल) । भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने शुक्रवार को कोलकाता कथित सामूहिक बलात्कार मामले को लेकर तृणमूल कांग्रेस पर तीखा हमला किया और कहा कि ममता बनर्जी सरकार के तहत पश्चिम बंगाल महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं है।
भंडारी ने आगे कहा कि ममता बनर्जी की सरकार बंगाल में महिलाओं के बलात्कार का समर्थन करती है। कस्बा गैंग रेप का आरोपी ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस का सक्रिय सदस्य है। ममता बनर्जी अपनी तुष्टिकरण की राजनीति और राजनीतिक वर्चस्व के लिए बंगाल में गुंडो की एक सी चलती है और उन्हें संरक्षण देती है। तृणमूल कांग्रेस के लोग महिलाओं के खिलाफ बलात्कार करते हैं, सबूत मिटाते हैं और टीएमसी सरकार एक हफ्ते का मामला बनाती है। कस्बा गैंगरेप में तृणमूल कांग्रेस का एक व्यक्ति दोषी पाया गया है। बंगाल महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं है। ममता बनर्जी एक महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद उनकी सोच महिला विरोधी है।
राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने 25 जून को कोलकाता के कस्बा क्षेत्र में साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज में एक कानून की छात्रा के साथ कथित सामूहिक बलात्कार की घटना पर स्वतः संज्ञान लिया।एनसीडब्ल्यू सदस्य अर्चना मजूमदार ने इस घटना पर नाराजगी व्यक्त की है।
अर्चना मजूमदार ने कहा कि यह चौंकाने वाला मामला है। एक मां के तौर पर, पश्चिम बंगाल की एक महिला के तौर पर मैं बहुत परेशान हूं।हमने स्वतः संज्ञान लिया है, हमने डीजीपी से 72 घंटे के भीतर विस्तृत जवाब मांगा हैं।जिसमें गिरफ्तारी, धाराएं, अपराध स्थल की जांच, मेडिकल जांच और सब कुछ शामिल है। मैं पीड़िता से भी मिलूंगी। मैंने संबंधित पीएम के प्रभारी अधिकारी से भी बात की।उन्होंने कहा कि पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए कोलकाता नेशनल मेडिकल कॉलेज भेजा गया हैं। तीन आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। जो भी कार्रवाई की जा रही है, मेरा सवाल है ऐसा क्यों होता है? महिलाओं, छात्राओं की सुरक्षा कहां हैं?
भाजपा नेता दिलीप घोष ने कहा कि जब भी पश्चिम बंगाल में कोई अपराध होता है, तो कोई टीएमसी नेता उसमें शामिल पाया जाता है। सबसे ज्यादा दुष्ट और असामाजिक तत्व टीएमसी में है। टीएमसी का झंडा थामने से पुलिस कार्रवाई से छूट मिल जाती है। उन्होंने राज्य की कानून व्यवस्था की आलोचना करते हुए कहा कि दिनदहाड़े कॉलेज छात्रा के साथ ऐसी घटना होना पश्चिम बंगाल में खराब कानून व्यवस्था को दर्शाता है। ममता बनर्जी पूरे पुलिस प्रशासन को दीघा में रथ यात्रा में ले गई,मानो बंगाल में कोई ज्वलंत मुद्दा ही नहीं है।
बुधवार शाम को कोलकाता की कस्बा स्थित एक लॉ कॉलेज में छात्र के साथ कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया गया। पुलिस ने 24 घंटे के भीतर तीनों अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। तीनों आरोपी मोनोजित मिश्रा, जैब अहमद और प्रमित मुखोपाध्याय उसी लॉ कॉलेज के पूर्व छात्र या स्टाफ सदस्य थे।पुलिस के अनुसार एफआईआर में नामित आरोपियों को अलीपुर दक्षिण 24 परगना के एसीजेएम के समक्ष पेश किया गया जाएगा। ताकि मामले की उचित जांच के लिए उन्हें पुलिस हिरासत में भेजा जा सके।कथित यौन उत्पीड़न बुधवार को शाम 7:30 बजे से 10:30 के बीच लॉ कॉलेज परिसर में हुआ।अधिकारी के अनुसार आरोपियों में से एक ने कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया। जबकि अन्य अपराध में शामिल थे।पीड़ित परिवार ने आरोपी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई की है। दो आरोपियों मोनोजीत मिश्रा और जैब अहमद को गुरुवार को कोलकाता के तालबागान क्रॉसिंग के पास सिद्धार्थ शंकर रॉय शिशु उद्यान के पास से गिरफ्तार किया गया। प्रमित मुखोपाध्याय को उसी रात उसके घर से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने तीनों आरोपियों के मोबाइल फोन को जब्त कर लिए हैं। अधिकारी ने घटनास्थल का दौरा किया और फोरेंसिक जांच होने तक उसे सुरक्षित रखा।उन्होंने आगे की जांच के लिए हिरासत में लिए जाने का अनुरोध किया।
Leave a comment