बिहार चुनाव में RJD द्वारा लगाए गए मतदान केंद्रों पर बिजली कटौती के आरोपों को चुनाव आयोग ने पूरी तरह निराधार और भ्रामक बताया है।
चुनाव आयोग का बयान: बिहार के मतदान केंद्रों पर बिजली कटौती के आरोप पूरी तरह झूठे
बिहार की पहली चरण की विधानसभा चुनावों के दौरान राष्ट्रीय जनता दल (RJD) द्वारा लगाए गए विवाह मतदाताओं के मजबूत बूथों पर बिजली कटौती के आरोपों को बिहार के मुख्य चुनाव अधिकारी (CEO) और चुनाव आयोग ने पूरी तरह से खारिज कर दिया है। आयोग ने इस दावे को “पूरी तरह से निराधार और भ्रामक” करार दिया है।
मुख्य चुनाव अधिकारी ने सोशल मीडिया पर स्पष्ट किया कि पूरे राज्य में मतदान सुचारू रूप से चल रहा है और चुनाव आयोग निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित कर रहा है। उन्होंने कहा है कि इस प्रकार की भ्रामक प्रचार सामग्री के लिए कोई आधार नहीं है।
इससे पहले, RJD ने आरोप लगाया था कि महागठबंधन के मजबूत बूथों पर जान-बूझकर बिजली आपूर्ति को बार-बार काटा जा रहा था ताकि मतदान की गति धीमी हो सके। RJD ने चुनाव आयोग से इस मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की थी।
चुनाव आयोग ने सभी मतदाताओं से मतदान करने का आग्रह किया है और कहा कि ‘लोकतंत्र का त्योहार’ बिहार में शुरू हो चुका है जहां हर मतदाता को मतदान केंद्र पर स्वागत है।
पहले चरण के मतदान की प्रक्रिया 121 विधानसभा क्षेत्रों में 7 से 5 या 6 बजे तक चलती रहेगी। इस चरण में लगभग 3.75 करोड़ मतदाता हिस्सा ले रहे हैं। 14 नवंबर को मतदानों की गणना होगी।
FAQs
- चुनाव आयोग ने RJD के बिजली कटौती आरोपों को क्यों खारिज किया?
आरोप निर्विवाद रूप से निराधार और भ्रामक पाए गए। - बिहार में मतदान की स्थिति कैसी है?
पूरी तरह से सुचारू और पारदर्शी। - RJD ने किन बूथों पर बिजली कटौती का आरोप लगाया था?
महागठबंधन के मजबूत बूथों पर। - मतदान कब शुरू और बंद होता है पहले चरण में?
सुबह 7 बजे शुरू, सुरक्षा कारणों से शाम 5 या 6 बजे बंद। - बिहार विधानसभा चुनाव की वोट गिनती कब होगी?
14 नवंबर को।
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