RSS प्रमुख भगवा जी ने कहा – मोदी की बात दुनिया सुनती है क्योंकि भारत की ताकत उभर रही। पुणे में संंगठन के 100 साल पर बोले – समाज एकता जरूरी, धर्म आधार। भारत से विश्व शांति।
संघ के 100 वर्ष: भगवत ने कहा – मोदी को सुनने का मतलब भारत को पहचानना
मोदी बोलें तो दुनिया सुनती है, भारत की ताकत अब दिख रही है
दोस्तों, पुणे में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के 100 साल पूरे होने पर सरसंघचालक मोहन भागवत जी ने एक ऐसी बात कही जो हर भारतीय का सीना चौड़ा कर देगी। उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोलते हैं, तो विश्व नेता कान खड़े कर सुनते हैं। वजह? भारत की ताकत अब वैश्विक मंच पर दिख रही है। हम अपना हकदार स्थान वापस ले रहे हैं। ये शब्द सिर्फ तारीफ नहीं, बल्कि देश की प्रगति का आईना हैं। आइए, इस ऐतिहासिक कार्यक्रम की पूरी बात समझें।
कार्यक्रम में भागवत जी ने कहा कि Jublilees या शताब्दी समारोह महत्वपूर्ण नहीं। असली काम समय पर पूरा करना है। आरSS ने चुनौतियों का सामना कर 100 साल पूरे किए, लेकिन आत्मचिंतन जरूरी – समाज को एकजुट करने में इतना समय क्यों लगा? उन्होंने डॉ. केशव बलिराम हedgewar जी को याद किया, जिन्होंने 1925 में संघ की स्थापना की। विपरीत परिस्थितियों में स्वयंसेवकों ने बीज बोया, बिना किसी गारंटी के। आज हम उनके त्याग के आभारी हैं।
भारत का वैश्विक उदय: भागवत जी के मुख्य बिंदु
भागवत जी ने साफ कहा – जब भारत ऊपर उठता है, तो विश्व समस्याओं का हल निकलता है, झगड़े शांत होते हैं, शांति छा जाती है। इतिहास में ये दर्ज है। आज की दुनिया को भारत से यही चाहिए। इसलिए संघ के कार्यकर्ता शुरू से इस मिशन पर लगे हैं। एक किस्सा सुनाया – किसी ने कहा संघ 30 साल लेट आया। जवाब दिया – हम लेट नहीं आए, आपने देर से सुनना शुरू किया।
5 FAQs
- भगवत जी ने मोदी के बारे में क्या कहा?
दुनिया मोदी को ध्यान से सुनती क्योंकि भारत की ताकत दिख रही। - आरSS का 100 साल कार्यक्रम कहां?
पुणे में, हedgewar जी की स्थापना को याद कर। - संघ का मुख्य मिशन क्या?
समाज को एकजुट कर राष्ट्र निर्माण। - भारत का विश्व में रोल?
समस्याओं का हल, शांति स्थापना। - संघ के स्वयंसेवकों का योगदान?
चुनौतियों में बीज बोया, त्याग किया।
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