छत्तीसगढ़ के बीजापुर में माओवादियों और DRG के बीच गोलीबारी में 12 नक्सली और 3 जवान शहीद। इस साल माओवादियों की मौतों का आंकड़ा 275 पहुंचा। केंद्र ने मार्च 2026 तक नक्सलवाद खत्म करने का लक्ष्य तय किया है।
बीजापुर एनकाउंटर्स में 12 नक्सली ढेर, DRG प्रहरी की शहादत से जनरल स्ट्राइक जारी
बीजापुर में माओवादियों से हिंसक टक्कर: 12 नक्सली और 3 DRG जवान हुए शहीद
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में बुधवार को एक तीव्र मुठभेड़ में 12 माओवादी और 3 डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG) के जवान शहीद हो गए। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने यह जानकारी दी कि मुठभेड़ अभी भी जारी है और सुरक्षा बल इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं।
बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (IGP) सुन्दरराज पत्तिलिंगम ने बताया कि यह मुठभेड़ बीजापुर-दंतेवाड़ा के जंगल में हुई, जहाँ एक संयुक्त टीम ने नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाया। इस टीम में DRG के जवान, स्पेशल टास्क फोर्स और CRPF की CoBRA यूनिट शामिल थी।
सुरक्षा बलों ने 12 माओवादियों के शव बरामद किए हैं, जिनकी अभी पहचान नहीं हुई है। मुठभेड़ स्थल से सिंगल लोडिंग रायफल (SLR), इंसास, और [.303 रायफल] सहित भारी हथियार बरामद हुए।
श्रद्धांजलि: हैड कांस्टेबल मोनू वडाडी, कांस्टेबल डुकारु गोण्डे, और जवान रमेश सोढी, जो DRG बीजापुर से थे, मुठभेड़ में शहीद हुए। दो अन्य जवान घायल हैं और फिलहाल खतरे से बाहर हैं। घायल जवानों को तुरंत प्राथमिक उपचार दिया गया और उनके बेहतर इलाज के इंतजाम किए जा रहे हैं।
बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव ने कहा कि मुठभेड़ पश्चिम बस्तर क्षेत्र में हुई, जहां अतिरिक्त बलों को भेजकर सर्च ऑपरेशन तेज़ कर दिया गया है।
नक्सलवाद पर इस साल की स्थिति: 275 माओवादी हताहत
इस साल अब तक छत्तीसगढ़ में माओवादियों की संख्या 275 तक पहुंच गई है। जिसमें से 246 की मौतें बस्तर संभाग के सात जिलेबीच हुई हैं, जिनमें बीजापुर और दंतेवाड़ा मुख्य हैं। इसके अलावा, रायपुर संभाग के गिरीबांध जिले में 27 नक्सल मारे गए हैं और दुर्ग संभाग के मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी में 2।
केंद्र सरकार ने यह लक्ष्य निर्धारित किया है कि 31 मार्च 2026 तक राज्य में लेफ्ट विंग एक्सट्रीमिज्म को पूरी तरह समाप्त कर दिया जाएगा।
ऑपरेशन में शामिल बल और हथियार
- DRG, स्पेशल टास्क फोर्स और CoBRA की संयुक्त टीमें।
- भारी हथियार और अस्त्र-शस्त्र, जिनमें SLR, इंसास, और [.303] शामिल।
- समर्थन के लिए अतिरिक्त टीमों को सर्च ऑपरेशन हेतु लगाया गया।
नक्सलवाद समाप्त करने का केंद्र का प्रयास
भारत सरकार बस्तर और छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा रही है। मार्च 2026 तक नक्सलवाद समाप्त करने की योजना के तहत व्यापक अभियान चलाए जा रहे हैं।
5 FAQs
- इस मुठभेड़ में कितने लोग मारे गए?
12 नक्सली और 3 DRG जवान। - मुठभेड़ कहाँ हुई?
बीजापुर और दंतेवाड़ा के जंगल में। - शहीद DRG जवान कौन थे?
मोनू वडाडी, डुकारु गोण्डे, रमेश सोढ़ी। - माओवादियों की इस साल कुल मौत कितनी हुई?
275 इस साल अब तक। - केंद्र ने नक्सल खत्म करने की क्या समयसीमा दी है?
31 मार्च 2026 तक।
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