BJP नेता सुवेंदु Adhikari बोले बांग्लादेश में 1971 जैसी स्थिति दोहराओ – लोकतंत्र, हिंदू बचाने को। यूनुस सरकार पर भरोसा नही, जमाती ताकतें बढ़ीं। मुक्ति योद्धा फिर उठें!
बांग्लादेश में हिंदू लिंचिंग: सुवेंदु बोले यूनुस सरकार पर भरोसा नही, 1971 सिचुएशन जरूरी!
बांग्लादेश संकट: सुवेंदु Adhikari का विवादित बयान – 1971 दोहराओ, अल्पसंख्यक बचाओ
25 दिसंबर 2025 को BJP के सीनियर लीडर सुवेंदु अधikari ने बांग्लादेश के हालात पर बम फोड़ा। बोले, बांग्लादेश के सही सोच वाले नागरिकों को 1971 जैसी स्थिति दोहरानी पड़ेगी। असली लोकतंत्र स्थापित करने, अल्पसंख्यकों (हिंदू) को बचाने के लिए। ये बयान शेख हसीना के हटने के बाद बने अंतरिम गवर्नमेंट में बढ़ते अशांति के बीच आया। सुवेंदु ने कहा, ‘मैं भारत के नागरिक के नाते बोल रहा, BJP लीडर के नाते कम।’
1971 में मुक्ति योद्धाओं (मुक्तिजोध्दा) ने पाकिस्तानी आक्रमणकारियों को हराया। अब जमाती ताकतों को भगाने, बंगाली संस्कृति-साहित्य की शान बहाल करने, हिंदुओं की सुरक्षा के लिए वैसी ही स्थिति लानी पड़ेगी। ‘आज के एंटी-जिहादी मुक्तिजोध्दा को 1971 टाइप सिचुएशन का कॉल ऑफ द ऑवर हो सकता। देखते हैं।’
मोहम्मद यूनुस सरकार या एक्टिव पॉलिटिकल फोर्सेस से हिंदू-अल्पसंख्यकों को भरोसा नहीं। भारत सरकार हालात पर नजर रख रही, जवाब दे रही। सुवेंदु ने कहा, रैली कैंसल – बांग्लादेश डेप्युटी हाई कमीशन ने हाई लेवल डेलिगेशन (उनके साथ) को बातचीत के लिए बुलाया।
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक संकट: हालिया घटनाएं
शेख हसीना अगस्त 2024 में हटीं। तब से हिंदुओं पर हमले बढ़े:
- मायमेन्सिंह में 25 साल के हिंदू वर्कर को मॉब लिंचिंग।
- मंदिर तोड़फोड़, मीडिया हाउस, कल्चरल ऑर्गनाइजेशन्स पर अटैक।
हिंदू जागरण मंच ने एक्सप्लेनेड पर रैली निकाली। सैकड़ों भगवा झंडे, साधु शामिल।
5 FAQs
- सुवेंदु ने क्या बयान दिया?
बांग्लादेश में 1971 जैसी स्थिति दोहराओ, अल्पसंख्यक-लोकतंत्र बचाने को। - 1971 का संदर्भ क्या?
मुक्ति योद्धाओं ने पाकिस्तान को हराया था। - यूनुस सरकार पर क्या कहा?
अल्पसंख्यकों को भरोसा नहीं दिला रही। - हालिया घटना कौन सी?
मायमेन्सिंह में हिंदू वर्कर लिंचिंग। - रैली का क्या हुआ?
डेप्युटी हाई कमीशन की मीटिंग से कैंसल।
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