Home झारखण्ड उपायुक्त आदित्य रंजन की अध्यक्षता में जिला समाज कल्याण विभाग अंतर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षात्मक बैठक सम्पन्न
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उपायुक्त आदित्य रंजन की अध्यक्षता में जिला समाज कल्याण विभाग अंतर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षात्मक बैठक सम्पन्न

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उत्कृष्ट कार्य करने हेतु दो महिला पर्यवेक्षिका को उपायुक्त ने सौंपा टैब

2 हफ्ते के अंदर 70-80% आंगनबाड़ी केंद्रों का महिला पर्यवेक्षिका ने किया निरीक्षण, पूरी टीम बधाई के पात्र- उपायुक्त

धनबाद । उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी आदित्य रंजन की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभागार में समाज कल्याण विभाग के अंतर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई।

इस दौरान उपायुक्त ने प्रोजेक्ट किलकारी के तहत पूर्व के बैठक में दिए गए निर्देश के अनुरूप सीडीपीओ एवं महिला पर्यवेक्षिका द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों के निरीक्षण की समीक्षा ऐप के माध्यम से की गई। इस दौरान उपायुक्त ने बताया कि 10 से 11 दिनों में सभी महिला पर्यवेक्षिका एवं सीडीपीओ द्वारा धनबाद जिला के लगभग 70 से 80% आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण किया जा चुका है, इसके लिए पूरी टीम को उन्होंने बधाई दी। इसी तरह उन्होंने बेहतर कार्य करने वाले सभी महिला पर्यवेक्षिका को बधाई दिया। साथ ही दो महिला पर्यवेक्षकों को प्रोत्साहित करने हेतु टैब देकर सम्मानित भी किया गया है। उपायुक्त ने कहा कि ऐसे ही बेहतर कार्य करने वाले सभी सेविका, सहायिका, महिला पर्यवेक्षिका, सीडीपीओ को सम्मानित किया जाएगा। धीरे-धीरे जिले के सभी महिला पर्यवेक्षिका को टैब सौंपा जाएगा।

इस दौरान उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्र के असेसमेंट, सेविका सहायिका के कार्य के प्रति निष्ठा, केंद्र के साफ सफाई, सामानों के रख-रखाव, संसाधनों का बेहतर प्रयोग, बच्चों में आदर और अनुशासन, पंजी का संधारण, बच्चों को हाइजीन मेंटेन, किचन गार्डन निर्माण, सोख पीट निर्माण, समय पर बच्चों को नाश्ता और खाना उपलब्ध कराने, किचन में साफ सफाई रखने समेत कई अन्य बिंदुओं पर चर्चा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस असेसमेंट में जो भी उत्कृष्ट प्रदर्शन करेंगे वैसे 200 आंगनबाड़ी को चिन्हित करते हुए मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र बनाया जाएगा।

उपायुक्त ने एमटीसी केंद्रों में एक भी बेड रिक्त ना हो इसके लिए महिला पर्यवेक्षिका एवं सीडीपीओ को बेड से टैग किया गया है। अब यह सभी महिला पर्यवेक्षिका एवं सीडीपीओ की जिम्मेदारी है कि वह उस टैग बेड पर कुपोषित बच्चों को इलाज हेतु लाएं। साथ ही डीएमएफटी टीम के द्वारा नो कॉस्ट/लो कॉस्ट एवं हाई कॉस्ट पर पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुति देकर एक्टिविटी भी महिला पर्यवेक्षिका को कराया गया। उपायुक्त द्वारा सभी महिला पर्यवेक्षिका एवं सीडीपीओ को सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में कराने हेतु निर्देशित किया।

मौके पर जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अनीता कुजूर समेत सभी सीडीपीओ एवं सभी महिला पर्यवेक्षिका समेत डीएमएफटी की टीम मौजूद थी।

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