IMD ने बताया है कि मानसून अगले 48 घंटों में भारत से पीछे हटना शुरू कर देगा। “IMD monsoon withdrawal forecast India 2025 जानिए इसका कृषि और जलवायु पर असर।
IMD monsoon withdrawal forecast India 2025
IMD monsoon withdrawal forecast India 2025: भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने सोमवार, 13 सितंबर 2025 को जानकारी दी कि मानसून अगले 48 घंटों के अंदर अधिकांश क्षेत्रों से वापस जाना शुरू कर देगा। यह मानसून का सामान्य क्रम की समाप्ति है, जो सितंबर के मध्य में होता है।”
IMD monsoon withdrawal forecast India 2025: IMD के अनुसार, देर से उत्तर भारत और पश्चिमी तट से मानसून की विदाई शुरू हो जाएगी, और अक्टूबर के पहले सप्ताह तक पूरे देश से मानसून पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा। मानसून के पीछे हटने का सीधा प्रभाव भारत की कृषि गतिविधियों पर पड़ता है, खासकर फसलों की कटाई और बीजाई के चक्रों पर।
IMD monsoon withdrawal forecast India 2025: इस अवधि में किसानों को सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि मानसून के खत्म होने के साथ तापमान में वृद्धि हो सकती है, जिससे फसलों के लिए जल आपूर्ति सीमित हो सकती है। बीजाई के लिए बारिश पर निर्भर किसान अपने खेतों की तैयारी में तेजी लाएंगे।
IMD ने चेतावनी दी है कि मानसून के पीछे हटने के बाद उत्तरी भारतीय राज्यों में ठंडी हवाओं का प्रभाव भी देखने को मिल सकता है, जिससे तापमान में अचानक गिरावट आ सकती है।
मध्य और दक्षिण भारत में मानसून की विदाई का क्रम धीरे-धीरे होगा, लेकिन वर्षा में कमी के कारण जल स्तर में कमी भी देखने को मिल सकती है।
“IMD monsoon withdrawal forecast India 2025: मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि इस मानसून के सामान्य होने से फसल उत्पादन में स्थिरता आएगी, जिससे खाद्य सुरक्षा बेहतर होगी। हालांकि, जल संसाधनों के बेहतर प्रबंधन की आवश्यकता भी बनी रहेगी।
FAQs
Q1: IMD ने मानसून के पीछे हटने का अनुमान कब लगाया है?
A1: अगले 48 घंटे के अंदर मानसून अधिकांश क्षेत्रों से पीछे हटना शुरू करेगा।
Q2: मानसून की विदाई का कृषि पर क्या प्रभाव होगा?
A2: फसल कटाई, बीजाई और जल संसाधन प्रबंधन में महत्वपूर्ण बदलाव होंगे।
Q3: मानसून खत्म होने के बाद किस तरह के मौसम की संभावना है?
A3: तापमान में वृद्धि और ठंडी हवाओं का प्रभाव हो सकता है।
Q4: मानसून के पीछे हटने का समय पूरे भारत में एक समान होगा?
A4: नहीं, उत्तर भारत और पश्चिमी तट से शुरू होकर धीरे-धीरे पूरे देश में फैलेगा।
Q5: किसानों को इस मौसम बदलाव के लिए क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
A5: जल प्रबंधन, फसल संरक्षण और समय पर खेत की तैयारी जरूरी है।
IMD की यह जानकारी किसानों और आम जनता के लिए महत्वपूर्ण है ताकि वे उपयुक्त तैयारी कर सकें और मौसमी बदलाव का सामना कर सकें।
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