धनबाद : अत्यधिक वर्षा के मद्देनजर उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी आदित्य रंजन द्वारा आम जनमानस को सतर्क व सुरक्षित रहने हेतु अपील की गई है। अत्यधिक वर्षा के दौरान जिला प्रशासन किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार है। इस दौरान जिला के नागरिकों की भी सहयोग अपेक्षित है। जिला प्रशासन आपसे अनुरोध करता है कि जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार के गाइडलाइन का अक्षरशः पालन करना सुनिश्चित करें।
भारी बारिश के कारण जलभराव, नदियों और अपवाहों का उफान और बाढ़ आ सकती है। इन घटनाओं के परिणामस्वरूप निकासी, बिजली की कटौती, आपूर्ति की कमी, यातायात अवरोध और सड़क बंद होना, बुनियादी ढांचे को नुकसान और मलबा हो सकता है।
भारी वर्षा का दौरान क्या करें और क्या न करें :-
भारी वर्षा के दौरान सुरक्षित रहें।
सुरक्षात्मक कपड़े पहनें और घर के अंदर आश्रय लें।
भारी बारिश और तेज हवाओं के दौरान खिड़कियों और दरवाजों से दूर रहें।
तूफान के दौरान संवेदनशील इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को बिजली के तीव्र प्रवाह से बचाने के लिए उनका प्लग निकाल दें।
नदी, नालों, सड़क के अंडरपास, जल निकासी खाइयों, निचले इलाकों और उन क्षेत्रों से बचें जहां पानी इकट्ठा होता है वहां अप्रत्याशित रूप से बाढ़ आ सकती है या पानी ओवरफ्लो हो सकता है।
खराब दृश्यता के कारण भारी बारिश में गाड़ी चलाने से बचें। यदि संभव हो तो, अपनी गाड़ी पार्क करें और तब तक प्रतीक्षा करें जब तक बारिश धीमी न हो जाए या रुक न जाए, उसके बाद ही अपनी यात्रा जारी रखें।
बाढ़ वाली सड़क पर गाड़ी चलाने की कोशिश न करें। पानी दिखने से ज्यादा गहरा और तेज हो सकता है और उसमें मलया, नुकीली या खतरनाक चीजें, गड्डे या बिजली के तार हो सकते हैं।
तेज बहाव या बाढ़ के पानी में फंसने पर वाहन अस्थिर हो सकते हैं या बह भी सकते हैं। वाहन को विस्थापित करने के लिए बस कुछ इंच पानी ही काफी होता है।
बिजली की लाइनों या विद्युत तारों से दूर रहें। यदि आपको कोई बिजली का तार टूटा हुआ दिखाई दे तो वहां से दूर रहें और इसकी सूचना तुरंत अधिकारियों को दें।
घर के अन्दर जेनरेटर का उपयोग न करें। जेनरेटर से कार्बन मोनोऑक्साइड उत्पन्न होती है, जो घातक हो सकती है।
बाढ़ का पानी दूषित हो सकता है और उसमें मलबा या तेज बहाव जैसे खतरे छिपे हो सकते हैं।
बाढ़ के पानी में तैराकी न करें। संभावित खतरों के कारण बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में मनोरंजक गत्तिविधियों से बचें।
स्वास्थ्य संबंधी सावधानियों को नजरअंदाज न करें। स्वच्छ पानी पिएं, सड़क पर बिकने वाले खाद्य पदार्थों से बचें और मच्छर जनित बीमारियों से बचाव के लिए सावधानी बरतें।
अचानक बाढ़ की चेतावनी एवं अलर्ट तथा मौसम चेतावनियों की जानकारी रखें।
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